खरीफ विपणन सत्र में अब तक धान की खरीद हुई 231 लाख मीट्रिक टन

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खरीद कार्य से लगभग 47,644 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के
भुगतान के साथ 13.50 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हुए

रीफ विपणन सत्र 2022-23 (खरीफ फसल) के लिए धान की खरीद 13 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में सुचारू रूप से चल रही है। पंजाब, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, केरल, तेलंगाना, हरियाणा और तमिलनाडु में खरीद की प्रक्रिया जारी है।
केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा 11 नवंबर को जारी एक बयान के अनुसार 10 नवंबर तक 231 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। इसकी तुलना में पिछले वर्ष की इसी अवधि में लगभग 228 लाख मीट्रिक टन धान क्रय किया गया था। खरीद से लगभग 47,644 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के भुगतान के साथ 13.50 लाख से अधिक किसान पहले ही लाभान्वित हो चुके हैं।

इस वर्ष देश में बारिश की स्थिति काफी अच्छी रही और धान का उत्पादन सामान्य रहने की उम्मीद है। वर्तमान खरीफ विपणन सत्र 2022-23 की खरीफ फसल के लिए 771 लाख मीट्रिक टन धान (चावल के मामले में 518 लाख मीट्रिक टन) की खरीद का अनुमान लगाया गया है। इसकी तुलना में पिछले खरीफ विपणन सत्र 2021-22 (खरीफ फसल) के दौरान 759 लाख मीट्रिक टन धान (चावल के मामले में 510 लाख मीट्रिक टन) खरीदा गया था। इसमें रबी की धान को शामिल करने से पूरे खरीफ विपणन सत्र 2022-23 के दौरान लगभग 900 लाख मीट्रिक टन धान खरीदे जाने की उम्मीद है।

भारत ने ‘एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) प्रतिभा एकाग्रता’ में पहला स्थान, ‘देश के भीतर मोबाइल ब्रॉडबैंड इंटरनेट ट्रैफिक’ व ‘अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट बैंडविड्थ’ में दूसरा स्थान और ‘दूरसंचार सेवाओं में वार्षिक निवेश’ व ‘घरेलू बाजार आकार’ में तीसरा स्थान, ‘आईसीटी सेवा निर्यात’ में चौथा स्थान और ‘एफटीटीएच/बिल्डिंग इंटरनेट सब्सक्रिप्शन’ व ‘एआई वैज्ञानिक प्रकाशन’ में 5वां स्थान प्राप्त किया

उल्लेखनीय है कि एनएफएसए/पीएमजीकेएवाई/ओडब्ल्यूएस की आवश्यकता को पूरा करने के लिए केंद्रीय पूल के तहत खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। अन्य राज्यों में भी खरीद प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है और समस्या मुक्त खरीद कार्यों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।