गरीब कल्याण की उपलब्धि हमारा लक्ष्य : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री का तमिलनाडु दौरा

प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु में 31,500 करोड़ रुपये से अधिक की 11 परियोजनाओं का लोकार्पण किया और आधारशिला रखी

त 26 मई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने चेन्नई में 31,500 करोड़ रुपये से अधिक की 11 परियोजनाओं का लोकार्पण किया और आधारशिला रखी। ये परियोजनाएं क्षेत्र में अवंसरचना विकास में तेजी लायेंगी, संपर्कता बढ़ायेंगी और जीवन सुगमता को गति देंगी। इस अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल श्री आर.एन. रवि, मुख्यमंत्री श्री एम.के. स्टालिन, केंद्रीय मंत्री श्री एल. मुरुगन और अन्य लोग उपस्थित थे।

कुछ वर्षों पहले अवसंरचना का अर्थ सड़कें, बिजली और पानी होता था। आज हम भारत के गैस पाइपलाइन नेटवर्क को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। आई-वेज़ पर काम चल रहा है। हर गांव तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाना हमारी परिकल्पना है

उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि तमिल भाषा शाश्वत है और तमिल संस्कृति वैश्विक है। चेन्नई से कनाडा तक, मदुरै से मलेशिया तक, नामाक्कल से न्यूयॉर्क तक, सलेम से दक्षिण अफ्रीका तक पोंगल और पुथांडु जैसे त्योहारों को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

श्री मोदी ने कहा कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास हो रहा है, उनमें सड़क संपर्कता पर जोर स्पष्ट नजर आ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह सीधे आर्थिक समृद्धि से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस-वे दो प्रमुख केंद्रों को जोड़ेगा तथा चेन्नई बंदरगाह से मदुरावोयाल को जोड़ने वाली डबल-डेकर एलीवेटेड सड़क से चेन्नई बंदरगाह की कार्यक्षमता बढ़ेगी और शहर में भीड़-भाड़ कम होगी। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आधुनिकीकरण और विकास किया जा रहा है। साथ ही, यह स्थानीय कला और संस्कृति में घुल-मिल जायेगा।

उन्होंने कहा कि मदुरै-टेनी रेलवे आमान परिवर्तन परियोजना से किसानों को सहायता मिलेगी, क्योंकि तब उन्हें नये बाजार मिलेंगे। श्री मोदी ने उल्लेख किया कि मल्टी-नोडल लॉजिस्टिक पार्क हमारे देश के माल आवागमन के इको-सिस्टम में बड़ा बदलाव लायेंगे। विभिन्न सेक्टरों में फैली इनमें से हर परियोजना रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी और हमारे आत्मनिर्भर होने के संकल्प को पूरा करेगी।

उन्होंने कहा कि इतिहास ने हमें सिखाया है कि जो राष्ट्र अवसंरचना को सर्वोच्च महत्त्व देते हैं, वे राष्ट्र निश्चित रूप से विकासशील देश से विकसित देश की श्रेणी में पहुंच जाते हैं। भौतिक और तटीय अवसंरचना, दोनों का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार सर्वश्रेष्ठ और सतत अवसंरचना निर्माण पर पूरा ध्यान दे रही है।

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य गरीब कल्याण की उपलब्धि है। सामाजिक अवसंरचना पर हमारे जोर देने से ‘सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय’ के सिद्धांत पर हमारी आस्था स्पष्ट होती है। श्री मोदी ने कहा उनकी सरकार प्रमुख योजनाओं के संदर्भ में उन्हें परिपूर्णता तक ले जाने के लिये काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोई भी सेक्टर ले लीजिये— शौचालय, आवास, वित्तीय समावेश… हम परिपूर्णता के लिये काम कर रहे हैं। जब यह पूरा हो जायेगा, तब इसके दायरे से किसी के बाहर रह जाने की कोई गुंजाइश नहीं बचेगी।

श्री मोदी ने कहा कि पारंपरिक रूप से अवसंचरना से जो समझा जाता था, उनकी सरकार उससे आगे बढ़कर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों पहले अवसंरचना का अर्थ सड़कें, बिजली और पानी होता था। आज हम भारत के गैस पाइपलाइन नेटवर्क को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। आई-वेज़ पर काम चल रहा है। हर गांव तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाना हमारी परिकल्पना है।

श्री मोदी ने जोर देते हुए कहा कि भारत सरकार तमिल भाषा और संस्कृति को और लोकप्रिय बनाने के लिये पूरी तरह संकल्पित है। इस वर्ष जनवरी में चेन्नई में सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल के नये परिसर का उद्घाटन हुआ। यह नया परिसर पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित है। उन्होंने कहा कि हाल ही में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में तमिल अध्ययन के संदर्भ में ‘सुब्रमण्य भारती पीठ’ की घोषणा की गई है।

प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान हमारे स्वंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिये देश के सामूहिक संकल्प को दोहराते हुए अपनी बात पूरी की।