दक्षिण भारत में भाजपा और मजबूत हुई है। कर्नाटक में भाजपा को कुल 28 सीटों में से 25 सीटों पर विजय प्राप्त हुई। वहीं, तेलंगाना में भाजपा को कुल 17 सीटों में से 4 सीटों पर विजय मिली। गौरतलब है कि यहां पर कांग्रेस को मात्र 3 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। दमन और दीव की एक मात्र सीट भाजपा के खाते में गई। हालांकि, दादरा एवं नागर हवेली में भाजपा को 40.92 प्रतिशत वोट प्राप्त हुआ, फिर भी वह एक मात्र सीट निर्दलीय से हार गई। केरल में भाजपा को 12.93 प्रतिशत वोट प्राप्त हुआ। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भाजपा को 45.30 प्रतिशत वोट प्राप्त हुआ, फिर भी वह 1 प्रतिशत से भी कम मत अन्तर से सीट हार गई।
कर्नाटक
कर्नाटक में लोकसभा की कुल 28 सीटें हैं। यहां पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जबरदस्त लहर थी। भाजपा को 25 सीटें प्राप्त हुईं। कांग्रेस, जनता दल (सेक्युलर) और निर्दलीय को एक-एक सीट प्राप्त हुईं।
. दल मत प्रतिशत सीट
. भाजपा 51.38 25
. कांग्रेस 31.88 1
. जनता दल (सेक्युलर) 9.67 1
.निर्दलीय – 1
तेलंगाना
तेलंगाना में लोकसभा की कुल 17 सीटें हैं। यहां पर भाजपा को 4 सीटें प्राप्त हुईं। कांग्रेस को 3, तेलंगाना राष्ट्रीय समिति को 9 और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन को 1 सीट प्राप्त हुईं।
. दल मत प्रतिशत सीट
.भाजपा 19.45 4
.कांग्रेस 29.48 3
.तेलंगाना राष्ट्रीय समिति 41.29 9
.ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन – 1
दमन और दीव
दमन और दीव में लोकसभा की कुल 1 सीट है। यहां पर भाजपा को 1 सीट प्राप्त हुईं।
. दल मत प्रतिशत सीट
.भाजपा 42.98 1
.कांग्रेस 31.62 0
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें हैं। यहां पर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जबरदस्त लहर थी। भाजपा को 7 सीटें प्राप्त हुईं।
. दल मत प्रतिशत सीट
.भाजपा 56.56 7
.कांग्रेस 22.51 0
चंडीगढ़
चंडीगढ़ में लोकसभा की कुल 1 सीट है। यहां पर भाजपा को 1 सीट प्राप्त हुई।
. दल मत प्रतिशत सीट
.भाजपा 50.64 1
.कांग्रेस 40.3 0