आजादी के अमृत महोत्सव को कर्तव्यकाल में बदल दें भाजपा कार्यकर्ता : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के 42वें स्थापना दिवस पर 6 अप्रैल, 2022 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया और उनसे देश के नवनिर्माण में और जन-जन की सेवा में कटिबद्ध होकर महती भूमिका निभाने का आह्वान किया। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे आजादी के अमृत महोत्सव को कर्तव्यकाल में बदल दें। उन्होंने चैत्र नवरात्र की पंचमी अधिष्ठात्री स्कंदमाता को नमन करते हुए कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी सरकार की पूर्ण बहुमत से वापसी हुई है, इससे भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है।

श्री मोदी ने कहा कि भाजपा के 42वें स्थापना दिवस पर जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक, संगठन और पार्टी के निर्माण में खुद को खपाने वाले सभी नाम-अनाम महापुरुषों को नमन करता हूं। मैं देश और दुनिया भर में फैले भाजपा के प्रत्येक सदस्य को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से लेकर कोहिमा तक भाजपा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को निरंतर सशक्त कर रही है। इस बार का स्थापना दिवस तीन और वजहों से बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। पहला कारण है कि इस समय हम देश की आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। ये प्रेरणा का बहुत बड़ा अवसर है। दूसरा कारण है— तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर। इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं। तीसरा कारण भी उतना ही अहम है। कुछ सप्ताह पहले चार राज्यों में भाजपा की डबल इंजन की सरकारें वापस लौटी हैं। तीन दशकों के बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है।

कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से लेकर कोहिमा तक भाजपा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’के संकल्प को निरंतर सशक्त कर रही है। इस बार का स्थापना दिवस तीन और वजहों से बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। पहला कारण है कि इस समय हम देश की आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। ये प्रेरणा का बहुत बड़ा अवसर है। दूसरा कारण है— तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर। इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं। तीसरा कारण भी उतना ही अहम है। कुछ सप्ताह पहले चार राज्यों में भाजपा की डबल इंजन की सरकारें वापस लौटी हैं। तीन दशकों के बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है

उन्होंने कहा कि वैश्विक दृष्टिकोण से देखें या राष्ट्रीय दृष्टिकोण से, भाजपा और भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का दायित्व लगातार बढ़ रहा है। इसलिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता देश के सपनों के प्रतिनिधि है, देश के संकल्पों के प्रतिनिधि है। इस अमृतकाल में भारत की सोच आत्मनिर्भरता की है। लोकल को ग्लोबल बनाने की है। सामाजिक न्याय की है। समरसता की है। इन्हीं संकल्पों को लेकर विचार के रूप में हमारी पार्टी की स्थापना हुई। ये अमृतकाल हमारे कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है। हमें देश के संकल्पों के साथ निरंतर जुड़े रहना है और खुद को खपा देना है। हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नीयत भी है।

उन्होंने कहा कि एक समय था जब लोगों ने मान लिया था कि सरकार किसी की भी आए, लेकिन देश का कुछ नहीं हो पाएगा। चारों ओर निराशा ही निराशा का वातावरण व्याप्त था, लेकिन आज देश का एक-एक जन गर्व से यह कह रहा है कि देश बदल रहा है। तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है, जो बिना किसी डर या दबाव के अपने हितों के लिए अडिग रहता है। जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को एक देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।

श्री मोदी ने कहा कि आज देश के पास निर्णय शक्ति और निश्चय शक्ति भी है। आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं और उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। कुछ समय पहले ही देश ने 400 बिलियन डॉलर यानी 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा उत्पादों पर एक्सपोर्ट का टारगेट पूरा किया है। कोरोना काल में ये टारगेट पूरा करना भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। भारत कोरोना की लड़ाई को संसाधनों से लड़ रहा है, लगातार जीतने का प्रयास कर रहा है। आज भारत 180 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज देने वाला देश है। इतने मुश्किल समय में भारत 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दे रहा है।

आज दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, किसानों, नौजवानों के साथ ही जिस तरह महिलाएं भाजपा के पक्ष में मजबूती से खड़ी हुई हैं, वो अपने आप में नए युग की ताकत का प्रतिबिम्ब हैं। भाजपा का विजय तिलक करने में सबसे आगे माताएं-बहनें आती हैं। ये चुनावी घटना नहीं, सामाजिक और राष्ट्रीय जागरण है जिसका इतिहास में विश्लेषण किया जाएगा

उन्होंने कहा कि हमारे देश में दशकों तक कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की है। कुछ लोगों को ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसा कर रखो। भेदभाव, भ्रष्टाचार… ये सब वोट बैंक की राजनीति का साइड इफेक्ट था। भाजपा ने इस वोट बैंक की राजनीति को टक्कर दी और इसके नुकसान देश को समझाने में सफल रही है। भाजपा की नेकनीयत से किए जाने वाले कामों की वजह से जनता का भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है। आज दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, किसानों, नौजवानों के साथ ही जिस तरह महिलाएं भाजपा के पक्ष में मजबूती से खड़ी हुई हैं, वो अपने आप में नए युग की ताकत का प्रतिबिम्ब हैं। भाजपा का विजय तिलक करने में सबसे आगे माताएं-बहनें आती हैं। ये चुनावी घटना नहीं, सामाजिक और राष्ट्रीय जागरण है जिसका इतिहास में विश्लेषण किया जाएगा। महिलाओं में सुशासन और कड़े कानूनों से सुरक्षा का भाव हमने पैदा किया। स्वास्थ्य से लेकर रसोई की चिंता की है। मातृशक्ति में आत्मविश्वास पैदा हुआ है जो भारत को नई दिशा दे रही है। विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना हमारा दायित्व है।

उन्होंने कहा कि आज़ादी के इस अमृत काल में हमने सैचुरेशन यानी जनकल्याण की हर योजना को शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाने का जो संकल्प लिया है, वो बहुत विराट है। सैचुरेशन तक पहुंचने के इस अभियान का मतलब है—भेदभाव की सारी गुंजाइश को खत्म करना, तुष्टिकरण की आशंकाओं को समाप्त करना, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति को खत्म करना और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचे, ये सुनिश्चित करना।

श्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रनीति साथ-साथ चलते हैं। हम राजनीति से राष्ट्रनीति को अलग करके चलने वाले लोग नहीं हैं। ये भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवार भक्ति की और दूसरी है, राष्ट्र भक्ति की। केंद्रीय स्तर पर अलग-अलग राज्यों में हमारे यहां कुछ राजनीतिक दल हैं, जो सिर्फ और सिर्फ अपने-अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं। परिवारवादी सरकारों में परिवार के सदस्यों का स्थानीय निकाय से लेकर संसद तक दबदबा रहता है। ये अलग राज्यों में हों, पर परिवारवाद के तार से जुड़ रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढंककर रखते हैं। इन परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को भी आगे नहीं बढ़ने दिया। उनके साथ हमेशा विश्वासघात किया है। आज हमें गर्व होना चाहिए कि आज भाजपा ही इकलौती पार्टी है, जो इस चुनौती से देश को सजग कर रही है। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियां, संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को भी कुछ नहीं समझतीं। ऐसी पार्टियों से आज भी हमारे कार्यकर्ता अन्याय, अत्याचार और हिंसा के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ लड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज देश जमीन से जुड़े तमाम अभियानों को आगे बढ़ा रहा है। सरकार के अभियानों के सारथी भाजपा के कार्यकर्ता ही हैं। अभी कुछ दिन बाद ही ज्योतिबा फुले और बाबा साहब अंबेडकर की जयंती है। पार्टी आज से सामाजिक न्याय पखवाड़ा शुरू करने जा रही है। आपसे आग्रह है कि इस अभियान में सक्रियता से जुड़ें। सरकार गरीबों के लिए जो योजना चला रही है, उनके प्रति देशवासियों को जागरूक करें। कार्यकर्ता के रूप में पार्टी मुझे जो आदेश करेगी, मैं भी उसे कार्यकर्ता के रूप में पूरी मेहनत करूंगा। आपका साथी कार्यकर्ता होने के नाते मेरी आपसे यही अपेक्षा है।

अपने उद्बोधन की शुरुआत में ही श्री मोदी ने कहा कि आज नवरात्रि की पंचमी तिथि भी है। आज के दिन हम सभी मां स्कंदमाता की पूजा करते हैं। हम सबने देखा है कि मां स्कंदमाता कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं और अपने दोनों हाथों में कमल का फूल थामें रहती हैं। मेरी प्रार्थना है कि मां स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर, भाजपा के प्रत्येक कर्मठ कार्यकर्ता और प्रत्येक सदस्य पर हमेशा बना रहे।