प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह के नेतृत्व में एक के बाद एक राज्यों में पार्टी जीत का परचम फहरा रही है। हाल ही में उत्तर-पूर्व के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे भाजपा में नई ऊर्जा भरने वाले रहे। त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इतिहास रच दिया। त्रिपुरा में वाममोर्चा को भाजपा ने कड़ी शिकस्त दी। नगालैंड और मेघालय में भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं, कांग्रेस त्रिपुरा और नगालैंड में खाता तक नहीं खोल पाई। इस जीत के साथ अब भाजपा नेतृत्व वाले राजग गठबंधन की 21 राज्यों, जो देश की 70 प्रतिशत आबादी है, में सरकार बन गई है।
त्रिपुरा : त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 25 साल से सत्तासीन वाम मोर्चा को कड़ी शिकस्त देते हुए ऐतिहासिक विजय प्राप्त की। भाजपा ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 35 सीटों पर जीत दर्ज की एवं इसकी सहयोगी पार्टी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा को 8 सीटें मिलीं। वहीं, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को 16 सीटों से संतोष करना पड़ा। भाजपा के लिए यह जीत बहुत महत्त्वपूर्ण है। विदित हो कि 2013 के चुनाव में भाजपा को सिर्फ 1.54 प्रतिशत मत मिले थे और एक भी सीट पर सफलता प्राप्त नहीं हुई थी। पांच साल बाद यानी 2018 में भाजपा को अपने दम पर 43 प्रतिशत मत और 35 सीटें मिलीं। माकपा को करीब सात प्रतिशत मत और 33 सीटों का नुकसान हुआ।
मेघालय : प्रदेश में एनपीपी की अगुवाई में भाजपा के समर्थन से सरकार बनी। मेघालय विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की। नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 19 सीटें जीती। कांग्रेस को 21 सीटें मिलीं। वहीं, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी ने 6, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 4, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने 2, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 1 एवं खुन हिनीवट्रेप नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट ने 1 स्थान पर जीत हासिल की। निर्दलीय 3 स्थानों पर विजयी रहे।
नगालैंड : यहां एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन ने सरकार बनाई। नगालैंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की। नगा पीपुल्स फ्रंट को 27 सीटें मिलीं। नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने 16 सीटें प्राप्त की। वहीं, नेशनल पीपुल्सी पार्टी को 2, जनता दल (यूनाइटेड) एवं निर्दलीय को 1-1 सीट मिली।