भाजपा की नीति ‘नेशन फर्स्ट’, जबकि कांग्रेस की नीति ‘करप्शन फर्स्ट’ है : नरेन्द्र मोदी

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चुनावी जनसभाएं : मुदबिद्री, अंकोला और बायलहोंगल (कर्नाटक)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक में 3 मई, 2023 को मूडबिद्री, अंकोला और बायलहोंगल में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता-जनार्दन के प्रति जवाबदेही बहुत आवश्यक है। भाजपा के संस्कार जनता के सेवक की तरह काम करने के हैं, जबकि कांग्रेस नेताओं की जवाबदेही दिल्ली के एक ‘शाही परिवार’के प्रति है। कर्नाटक की जनता देख रही है कि किस प्रकार दिल्ली में बैठा यह परिवार रिमोट से नेताओं को कंट्रोल करता है। कांग्रेस की तरह जेडीएस की जवाबदेही भी अपने मालिक के प्रति ही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए तो कर्नाटक का हर परिवार ही अपना परिवार है। हमारी जवाबदेही राज्य के लोगों के प्रति है। कांग्रेस की नीयत में गरीबों, वंचितों और आदिवासियों से लेकर गन्ना किसानों तक के लिए हमेशा खोट रही है, इसलिए उसने इनकी समस्याओं को हमेशा लटकाए रखा। इन्हें सुविधाओं से वंचित रखा। जबकि अब डबल इंजन सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के विजन से सभी के कल्याण के लिए काम कर रही है।

विकास के हर कार्य में नई गति

श्री मोदी ने यहां की जनता को याद दिलाया कि किस प्रकार 2018 के चुनाव के बाद येदियुरप्पाजी और फिर बोम्मईजी को डबल इंजन सरकार के विजन को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ साढ़े तीन साल ही मिले। इस अवधि में हमने कांग्रेस-जेडीएस सरकार के दौरान हुए नुकसान की भरपाई की। चाहे लोगों का जीवन आसान बनाना हो या आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का काम हो, अब कर्नाटक में विकास के हर कार्य में नई गति आई है। यही वजह है कि आज रोड और रेल से लेकर पोर्ट और एयरपोर्ट तक यहां हजारों करोड़ रुपये निवेश किए जा रहे हैं। जहां कांग्रेस-जेडीएस सरकार के समय सालाना करीब 30 हजार करोड़ विदेशी निवेश आता था, वहीं डबल इंजन की सरकार में ये तीन गुना बढ़कर 90 हजार करोड़ रुपये हो गया।

कांग्रेस के ‘नकली नाम घोटाले’ का पर्दाफाश

कांग्रेस और भाजपा में फर्क बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि भाजपा का हमेशा से नेशन फर्स्ट का संकल्प रहा है, वहीं कांग्रेस का मकसद हमेशा करप्शन फर्स्ट रहा है। कांग्रेस के ‘शाही परिवार’ने कई दशकों तक देश पर शासन किया। लेकिन इसने देश के विकास के बजाय सारा ध्यान अपने विकास पर ही लगाया। देश में ऐसा सिस्टम विकसित किया कि उसकी तिजोरी हमेशा काली कमाई से भरी रहे। इसके लिए कांग्रेस ने कागजों पर ऐसे करोड़ों लोग तैयार किए, जिनका कभी जन्म ही नहीं हुआ। बीते नौ वर्षों में हमने कांग्रेस के ‘नकली नाम घोटाले’ का भी पर्दाफाश किया है। इस घोटाले का बहुत बड़ा नुकसान कर्नाटक के लोगों को भी हुआ है। कांग्रेस सरकार के दौरान करीब 4 करोड़ नकली नामों को राशन और गैस की सब्सिडी, महिला कल्याण के तहत एक करोड़ नकली नामों के लिए फंड और 30 लाख नकली नामों को स्कॉलरशिप दी जा रही थी। कांग्रेस ने देश के कोने-कोने में करीब 10 करोड़ नकली नाम सरकारी कागजों में डलवा दिए थे, ताकि काली कमाई का उसका सिस्टम चलता रहे। श्री मोदी ने जनता से सवाल करते हुए कहा, “क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस नेता मुझे गाली क्यों देते हैं? क्योंकि मैंने इनके बने-बनाए भ्रष्ट व्यवस्था को कुचलने की हिम्मत दिखाई है। बीते नौ सालों में गरीब का हक छीन रहे इन 10 करोड़ नकली नामों को हमारी सरकार ने हटा दिया है। आज गरीबों को उनका पूरा हक मिल रहा है।”

जहां कांग्रेस होती है, वहां से निवेशक दूर भागते हैं

श्री मोदी ने मूडबिद्री में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा चाहती है कि कर्नाटक हर क्षेत्र में नंबर-1 राज्य बने। इस संकल्प की सिद्धि के लिए डबल इंजन सरकार राज्य के चौतरफा विकास में जुटी है। लेकिन कांग्रेस कर्नाटक को अपने शाही परिवार का नंबर-1 एटीएम बनाना चाहती है। कांग्रेस कर्नाटक में शांति और विकास की दुश्मन है। इसलिए जहां कांग्रेस होती है, वहां से निवेशक दूर भागते हैं। कांग्रेस आतंक के आकाओं को बचाती है, तुष्टीकरण को बढ़ाती है। अभी राजस्थान में बम धमाके वाले केस में जो हुआ, वो पूरे देश ने देखा है। उस धमाके में कितने ही निर्दोष मारे गए, लेकिन कांग्रेस सरकार ने दोषियों को सजा नहीं दिलवाई। तुष्टीकरण की यही नीति कांग्रेस की पहचान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुशासन में हमारी माताएं-बहनें और बेटियां हमेशा अभावों में रहीं, लेकिन जब से डबल इंजन सरकार आई है निरंतर उनके जीवन को आसान बनाने में जुटी है। कर्नाटक में मछुआरा भाई-बहनों के साथ-साथ हमने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए जो प्रयास किए हैं, उनके सार्थक परिणाम आज दिखाई दे रहे हैं।

किसानों की समस्याओं का स्थायी समाधान

श्री मोदी ने बायलहोंगल में आयोजित अपनी तीसरी रैली में कहा कि कांग्रेस और जेडीएस की सरकारों ने किसानों की समस्याओं को भी हमेशा लटकाए रखा है। कांग्रेस के शासन में गन्ना किसानों का बकाया बहुत बड़ी समस्या थी। लेकिन भाजपा सरकार ने उसके स्थायी समाधान पर भी काम किया। बीते 9 वर्षों में हमने गन्ने से इथेनॉल बनाने पर बहुत अधिक बल दिया। कांग्रेस के पास इसको लेकर न तो सोच थी, न ही इसके लिए सही नीयत थी। अब भाजपा सरकार 20 प्रतिशत ब्लेंडिंग का लक्ष्य हासिल करने की तरफ बढ़ रही है। क्योंकि ज्यादा इथेनॉल ब्लेंडिंग का मतलब है, गन्ना किसानों को ज्यादा लाभ मिलना। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण गन्ना को-ऑपरेटिव्स पर बहुत अधिक दबाव आ गया था। इस वर्ष के बजट में हमने इनके लिए 10 हजार करोड़ रुपए की मदद दी है।

शॉर्ट-कट गर्वनेंस से सावधान रहना है

अपने संबोधन के अंत में श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस की शॉर्ट-कट गर्वनेंस ने देश और कर्नाटक में वोट बैंक की राजनीति शुरू की। जब कोई शॉर्ट-कट पॉलिटिक्स करता है तो कांग्रेस की तरह सबसे पहले यही सोचता है कि समाज को जाति और पंथ के नाम पर बांट दो। जब किसी समस्या को जड़ से खत्म करने के बजाय, सिर्फ टाल देने की मंशा हो तो कांग्रेस की तरह ही काम होता है। कर्नाटक के लोगों को कांग्रेस और जेडीएस की शॉर्ट-कट गर्वनेंस से बहुत सावधान रहना है। भाजपा ‘सबका साथ-सबका विकास’ के विजन से ही लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही है।