वैचारिकी

मनुष्य या मशीन

दीनदयाल उपाध्याय मनुष्य ने मशीन को अपनी सहायता और सुविधा के लिए बनाया, किंतु आज वह उसका गुलाम बन गया...

सांस्कृतिक पुनरुत्थान

भारतीय जनसंघ का पहला राष्ट्रीय वार्षिक अधिवेशन, कानपुर में 29 से 31 दिसंबर, 1952 को हुआ। इस अधिवेशन...

एकात्मता की चिर साधना

-दीनदयाल उपाध्याय भारत  की एकता और अखंडता की साधना हमने सदा से की है। हमारे राष्ट्र का इतिहास इस साध...

कांग्रेस बनाम जनसंघ

– दीनदयाल उपाध्याय (गतांक में प्रकाशित लेख का दूसरा एवं अंतिम भाग) हमारी तीसरी मर्यादा धर्म की...