‘कांग्रेस के काले कारनामे जनता के सामने उजागर’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 17 मई को कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बार-बार संवैधानिक मूल्यों एवं लोकतंत्र का अपमान करने को लेकर उन्हें कठघरे में खड़ा करते हुए करारा प्रहार किया। श्री शाह ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स करते हुए कांग्रेस पार्टी को सच्चाई का आईना दिखाया और कांग्रेस के काले कारनामों को जनता के सामने उजागर किया।

अपने ट्वीट्स में श्री शाह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष को अपने पार्टी के इतिहास के बारे में पता नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की पार्टी की विरासत देश पर भयानक आपातकाल थोपने, अनुच्छेद 356 का मनमाने ढंग से। बार-बार दुरुपयोग करने और अदालतों, मीडिया एवं सिविल सोसायटी की व्यवस्थाओं एवं अधिकारों का विध्वंस करने की रही है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक में जनता ने आखिर किसको जनादेश दिया – भारतीय जनता पार्टी को जिसने 104 सीटों पर विजय प्राप्त की या फिर कांग्रेस को जो केवल 78 सीटों पर सिमट कर रह गई, जिसके मुख्यमंत्री खुद भी अपनी सीट बड़े अंतर से हार गए। ज्ञात हो कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपनी विधानसभा चामुन्डेश्वरी से 36,000 से अधिक वोटों से हार गए और उनकी आधी कैबिनेट को करारी हार झेलनी पड़ी। श्री शाह ने कहा कि जनता दल सेक्युलर को तो केवल 37 सीटें ही मिल पाई और उनके कई उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई। जनता सब जानती है और समझती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस की भ्रष्टाचारी एवं विभाजनकारी राजनीति की परिचायक कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार को उखाड़ फेंकने का जनादेश दिया है।

राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार जारी रखते हुए श्री शाह ने कहा कि ‘लोकतंत्र की हत्या’ उसी क्षण हो गई थी, जब हताश और निराश कांग्रेस ने कर्नाटक के कल्याण के लिए नहीं बल्कि तुच्छ राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए जद(एस) को ‘अवसरवादी’ प्रस्ताव दिया था जो कि वाकई शर्मनाक है।