‘डिजिटल इंडिया’ नया सवेरा लेकर आया है : नरेन्द्र मोदी

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                                                               ‘मन की बात’

जो सुविधाएं कभी सिर्फ बड़े शहरों में होती थीं, वह डिजिटल इंडिया ने
गांव–गांव में पहुंचा दी हैं। इस वजह से देश में नए डिजिटल उद्यमी पैदा हो रहे हैं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 28 अगस्त को कहा कि पूर्वोत्तर भारत के दूर-दराज के इलाकों में 4जी के तौर पर एक नया सूर्योदय हुआ है और ‘डिजिटल इंडिया’ के माध्यम से गांवों में इंटरनेट की सुविधा सुनिश्चित होने से देश में डिजिटल उद्यमियों की संख्या भी बढ़ी है।

प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी पर मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 92वीं कड़ी में देशवासियों से अपने विचार साझा करते हुए यह भी कहा कि जिस तरह स्वच्छता और टीकाकरण अभियान के दौरान देश की सामूहिक शक्ति की भावना दिखी, उसी प्रकार ‘आजादी के अमृत’ महोत्सव के तहत चलाए गए तिरंगा अभियान में भी देशभक्ति का जज्बा नजर आया।

श्री मोदी ने देशवासियों से जल संरक्षण की दिशा में सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों और कुपोषण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को मजबूती देने का भी आह्वान किया।

तिरंगा अभियान के तहत देशभर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों पर चर्चा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि हमने स्वच्छता अभियान और टीकाकरण अभियान में भी देश की भावना को देखा था। अमृत महोत्सव में हमें फिर देशभक्ति का वैसा ही जज्बा देखने को मिल रहा है।

इंटरनेट ने युवाओं की पढ़ाई और उनके सीखने
के तौर-तरीकों को बदल दिया है। गांव-गांव में
ऐसे कितने ही जीवन डिजिटल इंडिया अभियान
से नयी शक्ति पा रहे हैं

उन्होंने कहा कि इस दौरान सैनिकों ने जहां पहाड़ की ऊंची-ऊंची चोटियों पर, देश की सीमाओं पर और बीच समंदर में तिरंगा फहराया, वहीं लोगों ने तिरंगा अभियान के लिए अलग-अलग नवाचार वाले विचार प्रस्तुत किए।

श्री मोदी ने कहा कि इतना बड़ा देश, इतनी विविधताएं, लेकिन बात जब तिरंगा फहराने की आई तो हर कोई एक ही भावना से ओत-प्रोत दिखाई दिया। तिरंगे के गौरव के प्रथम प्रहरी बनकर लोग खुद आगे आए।

उन्होंने कहा कि पहले गांवों में बिजली पहुंचने पर लोग खुश होते थे, लेकिन ‘नए भारत’ में गांवों में अब वैसी खुशी इंटरनेट की 4जी सेवाएं पहुंचने में होती है। श्री मोदी ने कहा कि जो सुविधाएं कभी बड़े शहरों में हुआ करती थीं, ‘डिजिटल इंडिया’ ने उन्हें गांव-गांव में पहुंचा दिया है।

उन्होंने कहा कि अरुणाचल और पूर्वोत्तर भारत के दूर-सुदूर इलाकों में 4जी के तौर पर एक नया सूर्योदय हुआ है। इंटरनेट संपर्क एक नया सवेरा लेकर आया है। जो सुविधाएं कभी सिर्फ बड़े शहरों में होती थीं, वह डिजिटल इंडिया ने गांव–गांव में पहुंचा दी हैं। इस वजह से देश में नए डिजिटल उद्यमी पैदा हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंटरनेट ने युवाओं की पढ़ाई और उनके सीखने के तौर-तरीकों को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में ऐसे कितने ही जीवन डिजिटल इंडिया अभियान से नयी शक्ति पा रहे हैं।
श्री मोदी ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक ‘स्वराज’ का जिक्र किया। साथ ही, देशवासियों से आग्रह किया कि वे आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले गुमनाम नायक-नायिकाओं की कहानी बच्चों को जरूर दिखाएं। प्रधानमंत्री ने जल को मानवता का ‘परम मित्र’ और जीवनदायिनी बताया। उन्होंने कहा कि जल से ही अन्न उत्पन्न होता है और फिर उससे ही सभी का हित होता है।

अमृत सरोवर सहित जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे विभिन्न प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज अमृत सरोवर का निर्माण एक जन-आंदोलन बन गया है। मेरा आप सभी से और खासकर युवा साथियों से आग्रह है कि आप अमृत सरोवर अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और जल संचय व संरक्षण के इन प्रयासों को पूरी ताकत दें। उन्हें आगे बढ़ाएं।

श्री मोदी ने कहा कि अमृत सरोवर अभियान आज की अनेक समस्याओं का समाधान तो करता ही है। साथ ही, यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत कई जगहों पर पुराने जलाशयों का कायाकल्प भी किया जा रहा है।

कुपोषण के खिलाफ देश में चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि आप आने वाले पोषण माह में कुपोषण को दूर करने के प्रयासों में जरूर हिस्सा लें।