सेवा और गरीब कल्याण के आठ वर्ष

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 जगत प्रकाश नड्डा
राष्ट्रीय अध्यक्ष, भाजपा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार के आठ सफल वर्ष पूरे हो रहे हैं। आठ वर्षों की यह यात्रा जातिवाद, परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के दंश से ग्रसित देश की राजनीति पर विकासवाद की जीत की अविरल यात्रा है। यह देश के लोकतंत्र को मजबूती देते हुए गरीबों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, युवाओं एवं समाज में हाशिये पर खड़े हर व्यक्ति के सशक्तीकरण एवं उनके जीवन में उत्थान लाने की यात्रा है। यह ‘देश में कुछ भी नहीं हो सकता है’ के अंधकार पर ‘देश यदि ठान ले, तो सब कुछ संभव है’ के विश्वास की यात्रा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के देश के प्रति विजन को 135 करोड़ देशवासियों ने जिस तरह से आत्मसात करते हुए जमीन पर उतारा है, उसने यह सिद्ध किया है कि सही नेतृत्व हो और नेतृत्व के पास नीति एवं नीयत हो, तो हर चुनौती से पार पाते हुए सफलता की बड़ी लकीर खींची जा सकती है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल ही नहीं रहा है, अपितु विकास की नई परिभाषा भी गढ़ रहा है। आजादी के अमृतकाल में देश ने अपने प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में जिस तरह से चुनौती की चट्टानों पर विकास-पथ का निर्माण किया है, वह बेमिसाल है। पिछले आठ वर्षों में देश की गरीबी 22 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत से नीचे आ गई है। अत्यंत गरीबी की दर एक प्रतिशत से भी कम 0.8 प्रतिशत पर स्थिर बनी हुई है। पिछले 8 वर्षों में देश की प्रति व्यक्ति आय के साथ-साथ विदेशी मुद्रा भंडार भी लगभग दोगुना हुआ है। आजादी के 70 साल में देश में केवल 6.37 लाख प्राइमरी स्कूल बने, जबकि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के केवल आठ वर्षों में लगभग 6.53 लाख प्राइमरी स्कूल बने। आठ साल में देश की साक्षरता 6 प्रतिशत से अधिक बढ़ी, जो विशिष्ट उपलब्धि है। विगत आठ वर्षों में देश में 15 नए एम्स का निर्माण हुआ। डॉक्टरों की संख्या भी पिछले आठ साल में 12 लाख से ज्यादा बढ़ी है। आठ साल में भारत का सड़क नेटवर्क दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। सौर और पवन ऊर्जा क्षमता बीते पांच सालों में दोगुनी हुई।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के देश के प्रति विजन को 135 करोड़ देशवासियों ने जिस तरह से आत्मसात करते हुए जमीन पर उतारा है, उसने यह सिद्ध किया है कि सही नेतृत्व हो और नेतृत्व के पास नीति एवं नीयत हो, तो हर चुनौती से पार पाते हुए सफलता की बड़ी लकीर खींची जा सकती है

देश में खाद्यान्न उत्पादन लगातार नया रिकॉर्ड बना रहा है। 2012-13 में देश में खाद्यान्न का उत्पादन 255 मिलियन टन था, जो 2021 में बढ़कर 316.06 मिलियन टन हो गया है। यह आजादी के बाद अब तक का रिकॉर्ड उत्पादन है। कोविड जनित मंदी के बावजूद पिछले वित्त वर्ष में 418 अरब डॉलर का रिकॉर्ड निर्यात हुआ। नरेन्द्र मोदी सरकार के आठ वर्षों में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के लिए जितने काम हुए, उतने आजादी के 70 सालों में भी न हुए। पिछले दो वर्षों से मोदी सरकार 3.40 लाख करोड़ रुपये की लागत से देश के लगभग 80 करोड़ लोगों तक जरूरी राशन मुफ्त पहुंचा रही है। यह दुनिया की सबसे बड़ी खाद्यान्न वितरण योजना है। इस कदम की पूरे विश्व ने सराहना की है। आयुष्मान भारत के रूप में देश में पहली बार आमजन को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिला। पहली बार किसानों और मजदूरों के लिए मासिक पेंशन की व्यवस्था हुई। पहली बार किसान सम्मान निधि का लाभ मिलना शुरू हुआ। ऑर्गेनिक खेती को लेकर भी पहली व्यवस्थित नीति हमारी सरकार ने ही बनाई।

सरकार की योजनाओं ने न केवल देशवासियों को सशक्त बनाया, बल्कि देश के अर्थचक्र को भी मजबूत किया। यही कारण है कि बदले हुए वैश्विक परिवेश के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनी हुई है और भारत की विकास दर दुनिया में लगातार अधिक बनी हुई है। आत्मनिर्भर भारत अभियान, वोकल फॉर लोकल, गति शक्ति योजना, प्रोडक्ट लिंक इंसेंटिव और मोनेटाइजेशन जैसी योजनाओं ने देश को विश्व की अग्रिम पंक्ति में खड़ा किया है।

पहले समस्याओं को ही नियति मान लिया जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी समस्याओं का स्थाई समाधान कर देश को इनोवेटिव अप्रोच के लिए तैयार किया। प्रधानमंत्री जी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के बल पर अनुच्छेद 370 धराशायी हुआ, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अब तक 1,800 अप्रासंगिक पुराने कानूनों में से 1,450 को खत्म किया जा चुका है। देश की विदेश नीति ने एक नया इतिहास रचा है। आज पूरी दुनिया में भारत की विदेश नीति की सराहना होती है। पहली बार देशहित में विदेश नीति का रूपांतरण हुआ है। इराक, यमन, अफगानिस्तान से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध तक, भारत के बचाव और राहत अभियान की तो पूरी दुनिया कायल है। चाहे आतंकवाद का विषय हो, वैकल्पिक ऊर्जा का विषय हो, अंतरराष्ट्रीय सौर-ऊर्जा संगठन की बात हो, कार्बन उत्सर्जन का विषय हो, रूस-यूक्रेन युद्ध की बात हो, क्वाड हो या अमेरिका, फ्रांस, जापान, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ-साथ पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंध हों, हर अवसर पर भारत की विदेश नीति शानदार रही है। प्रधानमंत्री ने देश की महान सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखते हुए प्रगति को नया आयाम दिया है।

पिछले आठ वर्ष में भाजपा ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सफलता के नए कीर्तिमान रचे हैं। 18 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ भाजपा विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक राजनीतिक पार्टी बनी है। 2014 में सात राज्यों में भाजपा और हमारे सहयोगियों की सरकारें थीं। आज 18 राज्यों में हमारी सरकारें हैं। पहली बार राज्यसभा में भाजपा 100 के आंकड़े तक पहुंची है। गुजरात से लेकर जम्मू-कश्मीर तक और राजस्थान से लेकर हैदराबाद तक, स्थानीय निकाय चुनावों में भी भाजपा ने इतिहास रचा है।

आजादी के अमृतकाल में पहली बार देशवासियों को यह एहसास हुआ है कि केंद्र में उनकी सरकार है, जो उनके लिए काम करती है। पिछले आठ वर्षों में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ की अवधारणा साकार हुई है। हम एक नए भारत के पुनर्निर्माण के लिए कटिबद्ध हैं, जहां सबके लिए समान अवसर हों और सब खुशहाल हों। आइए, आजादी के अमृत महोत्सव में हम सब मिलकर संकल्प लें कि भारतवर्ष को विश्वगुरु के पद पर पुन: प्रतिष्ठित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खूब परिश्रम करेंगे और देश को समृद्ध बनाएंगे।