‘आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस पर ज़ोर’

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केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने 2 दिसंबर को नई दिल्ली में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के 55वें वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित किया। इसमें विभिन्न केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और राज्यों के पुलिस महानिदेशक तथा पुलिस महानिरीक्षक अपने-अपने राज्यों से वर्चुअल तरीक़े से शामिल हुए। यह पहला मौक़ा है जब आसूचना ब्यूरो (इंटेलिजेंस ब्यूरो) ने वर्चुअल रूप में ऐसे किसी सम्मेलन का आयोजन किया।

पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने 50 पुलिसकर्मियों को भारतीय पुलिस मेडल से सम्मानित किया और मेडल हासिल करने वाले पुलिसकर्मियों को उनकी उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दी।
अपने उद्घाटन संबोधन में श्री शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को रेखांकित किया और संकट तथा आपदा प्रबंधन में फ़्रंटलाइन वॉरियर्स की भूमिका निभाने के लिए पुलिस की सराहना की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस पर ज़ोर दिया। नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने पर बल देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने आपातकालीन स्थिति और आपदा से निपटने के लिए पुलिस की क्षमता बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया।

उन्होंने निर्देश दिया कि सुरक्षा एजेंसियों को राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य और भारत को एक विकसित तथा सुरक्षित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक समन्वित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी बाद में वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में शामिल हुए और उन्होंने पिछले सम्मेलन के कार्य बिंदुओं (Action Points) की समीक्षा की। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री के समक्ष आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य पर एक प्रस्तुति दी गई और लोगों के अनुकूल पहल के साथ समग्र सुरक्षा परिदृश्य को और बेहतर बनाने पर चर्चा हुई।
सुरक्षा बलों द्वारा वामपंथी उग्रवाद के मोर्चे पर की गई विभिन्न पहल पर एक सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें वामपंथी उग्रवाद वाले क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति सुधारने पर विचार-विमर्श हुआ।