राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के प्रति समर्पित हर भाजपा कार्यकर्ता

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भाजपा के 44वें स्थापना दिवस के अवसर पर पूरे देश में कार्यकर्ताओं ने पूरे उत्साह से मां भारती की सेवा के अपने संकल्प को और अधिक सुदृढ़ किया। एक ओर जहां भाजपा कार्यालयों में उत्सव का वातावरण था, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी दूरगामी दृष्टि, लक्ष्य के प्रति अटूट समर्पण एवं बहुमूल्य मार्गदर्शन से हर कार्यकर्ता को प्रेरित किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘भारत प्रथम’ का मंत्र, जिसे हर कार्यकर्ता पूरी निष्ठा से पालन करता है, पर जोर देते हुए पुन: स्मरण दिलाया कि भाजपा कार्यकर्ता राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के अपने लक्ष्य में ‘स्वयं’ के हित को कभी प्राथमिकता नहीं देता। हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर सबको शुभकामनाएं देते हुए श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भगवान हनुमान की तरह भाजपा कार्यकर्ता भी असंभव को संभव करने का सामर्थ्य रखता है। ‘अमृतकाल’ में

एक राजनैतिक दल होते हुए भी भाजपा ने कोविड-19 वैश्विक महामारी एवं अन्य कठिन परिस्थितियों में ‘सेवा कार्य’ के माध्यम से एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है

कार्यकर्ताओं पर यह विशेष आशीर्वाद है कि उन्हें देश की सेवा का सौभाग्य मिल रहा है। इस अवसर पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि एक राजनैतिक दल होते हुए भी पार्टी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी एवं अन्य कठिन परिस्थितियों में ‘सेवा कार्य’ के माध्यम से एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। विश्व के सबसे बड़े राजनैतिक दल के रूप में भाजपा ने अद्भुत उपलब्धियां अर्जित की हैं। भारतीय राजनीति में एक विकल्प देने से लेकर, आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा, राष्ट्र की एकता-अखंडता के लिए निरंतर संघर्ष, सुशासन एवं विकास के नए युग का शुभारंभ एवं ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरर्मेंस’ के माध्यम से देश में एक स्वस्थ राजनीति की स्थापना, अनेक उपलब्धियों में से कुछेक हैं। एक राजनैतिक दल के रूप में भाजपा राष्ट्र की लोकतांत्रिक परंपराओं, मूल्य आधारित राजनीति तथा सार्वजनिक जीवन में उच्च मानदंडों का प्रतिनिधित्व करती है। भारतीय राजनीति के लिए यह एक अनुपम उपहार है, एक ऐसा उदाहरण जिससे आज पूरा विश्व चमत्कृत है।

विपक्ष के 14 राजनैतिक दलों द्वारा दायर याचिका को एक सिरे से खारिज कर सर्वोच्च न्यायालय ने पुन: एक बार बता दिया है कि कोई कितना भी ताकतवर क्यों न हो, वह देश के कानून से ऊपर नहीं है। राजनेताओं को किसी भी प्रकार की छूट देने से इनकार करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि जब हम राजनेताओं एवं आम नागरिक में कोई भेद नहीं करते, तब राजनेताओं को भी समान रूप से कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि उन्हें कोई छूट नहीं दी जा सकती। ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस सहित तृणमूल, आप, द्रमुक, समाजवादी पार्टी, जदयू, राजद, बीआरएस, एनसीपी, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना का धड़ा, झामुमो, सीपीएम, सीपीआई, नेशनल कांफ्रेंस समेत 14 राजनैतिक दलों ने भ्रष्टाचार के मामलों में सीबीआई एवं ईडी द्वारा जांच के लिए गिरफ्तारी से छूट मांगी थी। कांग्रेस एवं इसके सहयोगी जो केंद्र एवं कई राज्यों में लंबे समय तक शासन में रहे, भारी भ्रष्टाचार, जनता के धन की लूट, कई प्रकार के घोटालों एवं घपलों के कारण जनता द्वारा सत्ता से हटा दिए गए। आज जब भ्रष्टाचार के मामलों की कड़ाई से जांच चल रही है एवं दोषियों को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है, सारा विपक्ष हाय-तौबा मचा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत एवं दृढ़-निश्चयी नेतृत्व में ही यह संभव हो पाया है कि चाहे कोई बड़े राजनैतिक परिवार का हो, किसी राजनैतिक दल का हो या पूर्व में किसी ऊंचे पद पर रहा हो, किसी भी भ्रष्टाचारी को छोड़ा नहीं जा रहा है। कांग्रेस एवं इसके साथी जो सत्ता को मौज-मस्ती एवं व्यक्तिगत स्वार्थपूर्ति का साधन मानते हैं तथा इसे भ्रष्टाचार करने एवं सरकारी खजाने को लूटने का लाइसेंस समझते हैं, अब सजा से विशेष छूट के लिए न्यायालय में याचिका दायर कर रहे हैं। कांग्रेस एवं इसके सहयोगियों द्वारा राजनेता होने के नाम पर इस तरह के लोकतंत्र विरोधी, संविधान-विरोधी एवं जन-विरोधी विशेषाधिकार की मांग को पूरी तरह से खारिज करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय को बधाई देनी चाहिए।

आज जब जनता पूरे देश में भाजपा पर अपना आशीर्वाद बरसा रही है, कांग्रेस-नीत विपक्ष अब भी वंशवादी विशेषाधिकार, सत्ता पर एकाधिकार एवं व्यक्तिगत स्वार्थपूर्ति की राजनीति में आकंठ डूबी हुई है। कांग्रेस एवं इसके सहयोगी दल आज भी सिद्धांतहीन-अवसरवादी राजनीति, सत्ता के लिए गुणा-भाग तथा व्यक्तिगत स्वार्थ के मकड़जाल में उलझी हुई है, वहीं भाजपा का विश्वास राष्ट्र के लिए कठोर परिश्रम, त्याग और समर्पण एवं नि:स्वार्थ सेवा पर है। परिणाम यह है कि देश में हर ओर ‘कमल’ खिल रहा है।
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