पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को भारत रत्न

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णतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी, 2019 को केंद्र सरकार ने महान समाजसेवी स्वर्गीय श्री नानाजी देशमुख (मरणोपरांत), देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी और महान गायक और प्रसिद्ध संगीतकार श्री भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की घोषणा की।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि ‘भारत रत्न’ का सम्मान नानाजी देशमुख को एक विनम्र श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि नानाजी ने अपना पूरा जीवन गरीब से गरीब लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। वे एकात्म मानववाद के दर्शन में दृढ़ विश्वास रखते थे। शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वालंबन के क्षेत्र में उनका अद्वितीय योगदान जो देश के करोड़ों लोगों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने दीनदयाल शोध संस्थान की भी स्थापना की थी। वे सच्चे अर्थों में एक राष्ट्र मनीषी थे जिनके चिंतन में हमेशा समाज और राष्ट्र का विकास सबसे ऊपर था।

भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि मैं देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी जी को भारत रत्न से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई देता हूं। वे एक ऐसे उत्कृष्ट राजनेता हैं जिनका एक लंबे समय तक कानून निर्माता के रूप में सार्वजनिक जीवन देश और राष्ट्र की सेवा के प्रति उनका निस्वार्थ समर्पण देश व समाज के लिए प्रेरणादायक है। देश में कुछ ही लोग ऐसे हैं जो परस्पर संवाद और सार्वजनिक संभाषण के प्रणेता हैं। डॉ. मुखर्जी उनमें से एक हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भूपेन हजारिका जी, जिन्हें सुधाकंठ के नाम से जाना जाता है, ने भारतीय संगीत और फिल्म उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका संगीत मानव संवेदना से ओत-प्रोत था और उनकी कला मानवता और सार्वभौमिक भाईचारे के लिए एक अदम्य प्रेरणास्रोत थी। उन्होंने भारत की संगीत परंपरा को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाया। भूपेन जी का यह सम्मान देश के उत्तर-पूर्व के लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है, क्योंकि पूरा भारत उनकी अद्भुत संगीत कला से मंत्रमुग्ध होता रहता है। उनके लिए भारत रत्न की संस्तुति करने के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभारी हूं।

प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता जाहिर की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी, समाजसेवी श्री नानाजी देशमुख एवं प्रख्यात संगीतकार श्री भूपेन हजारिका को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किए जाने के िनर्णय पर प्रसन्नता जाहिर की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नानाजी देशमुख द्वारा समाज के लिए किए गए योगदान हेतु की प्रशंसा की और कहा, “नानाजी देशमुख के ग्रामीण विकास में जो योगदान दिया उससे हमारे गांवों में रहने वाले लोगों को सशक्त बनाने के लिए एक नई राह दिखाई। उन्होंने दलितों के प्रति विनम्रता, करुणा और सेवा का हमेशा भाव दिया है। वे सही मायने में भारत रत्न हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, “भूपेन हजारिका के गीत और संगीत पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों द्वारा सराहे जाते रहे हैं। इससे न्याय, सौहार्द और भाईचारे का संदेश जाता है। उन्होंने विश्व स्तर पर भारत की संगीत परंपराओं को लोकप्रिय बनाया। मुझे प्रसन्नता है कि भूपेन दा को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।” श्री प्रणब मुखर्जी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “प्रणब दा हमारे समय के एक उत्कृष्ट राजनेता हैं। उन्होंने दशकों तक देश की निस्वार्थ और अथक सेवा की है, जिससे उन्होंने देश के विकास की राह पर एक मजबूत छाप छोड़ी है। उनके ज्ञान और बुद्धिमता के समान कोई दूसरा नहीं है। मुझे प्रसन्नता है कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।”