‘गुजरात गौरव महासम्मेलन’ ने रचा इतिहास

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एक पखवाड़े तक चली दो गुजरात गौरव यात्राओं के समापन और चुनावी विजय यात्रा के प्रारंभ के अवसर पर 16 अक्टूबर को राजधानी गांधीनगर में ऐतिहासिक गुजरात गौरव महासम्मेलन का आयोजन किया गया। यह भारतीय जनता पार्टी का अब तक का सबसे बड़ा महासम्मेलन था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री श्री विजय रुपानी सहित कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस महासम्मेलन को संबोधित किया। गुजरात गौरव महासम्मेलन के लिए सजे गांधीनगर की रौनक देखते ही बनती थी। भाजपा के झंडों, बड़ी संख्या में लगे होर्डिंग्स और विविध तरीकों से सजावट ने पूरे शहर की फिज़ा बदल दी थी। ऐसा लग रहा था जैसे गांधीनगर के सभी रास्ते महासम्मेलन के आयोजन स्थल की ओर ही बढ़ रहे थे।

हर तरफ “हूं छुं विकास, हूं छुं गुजरात” के नारों से गांधीनगर गुंजायमान हो रहा था। ज्ञात हो कि पूज्य महात्मा गांधी के जन्मस्थान पोरबंदर और सरदार पटेल के जन्मस्थान करमसद से दो गुजरात गौरव यात्राएं समानान्तर पूरे गुजरात में जनजागरण करती हुईं 16 अक्टूबर को गांधीनगर पहुंचीं। इन यात्राओं ने 4,471 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 149 विधानसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क किया। गुजरात गौरव यात्राओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने हरी झंडी दिखाते हुए शुरू किया था। इन यात्राओं में ढाई सौ बड़ी सभाओं, स्वागतों और सम्बंधित कार्यक्रमों में लाखों लोग शामिल हुए।

गुजरात गौरव महासम्मेलन आगामी विधानसभा चुनावों के हिसाब से प्रदेश के 50 हज़ार से अधिक बूथों के पन्ना प्रमुखों तक को जागृत करने का महाभियान था। इस महासम्मेलन के लिए 26 प्रवेश द्वार बनाये गए थे। लोगों की विशाल उपस्थिति को देखते हुए बैठने के लिए 72 ब्लॉक बनाए गए। 15 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। महासम्मेलन की तैयारी में 10 हज़ार कार्यकर्ता विभिन्न समितियों के माध्यम से सक्रिय थे। महासम्मेलन स्थल तक विभिन्न चौराहों को सजाया गया, जहां हर जगह कल विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हुए। महासम्मेलन में पहुंचने वाले लोगों का अनेक स्थानों पर स्वागत किया गया।