(13 दिसंबर, 1955 – 17 मार्च, 2019)
गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर का 17 मार्च को उनके पणजी स्थित निजी आवास पर निधन हो गया। वह 63 वर्ष के थे। चार बार के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर फरवरी 2018 से ही अग्नाशय संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे और उनका स्वास्थ्य दो दिन पहले बहुत बिगड़ गया था। श्री पर्रिकर के परिवार में दो पुत्र और उनका परिवार है।
13 दिसंबर, 1955 को गोवा के मापुसा में जन्मे श्री पर्रिकर की शिक्षा लोयोला स्कूल, मडगांव में हुई और उसके बाद उन्होंने 1978 में स्नातक की उपाधि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में प्राप्त की। राजनीति में आने से पहले श्री पर्रिकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए। वे युवा अवस्था में ही शिक्षा के अंतिम वर्षों में एक मुख्य शिक्षक (मुख्य प्रशिक्षक) बन गए। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से स्नातक होने के बाद उन्होंने मापुसा में आरएसएस का काम फिर से शुरू किया और 26 साल की उम्र में संघचालक बन गए।
भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में श्री पर्रिकर को 1994 में गोवा विधान सभा के लिए चुने गये। वे 24 अक्टूबर, 2000 को पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने और 27 फरवरी, 2002 तक बने रहे। उसके बाद 3 जून, 2002 को पुन: मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए और 2 फरवरी, 2005 तक सेवा की। वे 9 मार्च, 2012 को तीसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने और 8 नवंबर, 2014 तक इस पद पर रहे। 9 नवंबर, 2014 को श्री पर्रिकर देश के रक्षा मंत्री बने और 13 मार्च, 2017 तक इस पद पर बने रहे। उन्होंने 14 मार्च, 2017 को फिर से गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
श्री पर्रिकर को 2001 में आईआईटी, मुंबई द्वारा ‘प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार’, 2018 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गोवा द्वारा मानद डॉक्टरेट और 2018 में डॉ. एस.पी. मुखर्जी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
शोक संदेश
मैं गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर के निधन का समाचार पाकर अत्यंत दुखी हूं। वे साहस और सहनशीलता के साथ बीमारी का सामना करते हुए दिवंगत हो गए। श्री पर्रिकर समर्पण और सत्यनिष्ठा के प्रतीक थे और उन्होंने आजीवन जनता की सेवा की। राष्ट्र और गोवा के लोगों की उन्होंने जो सेवा की, उसको भुलाया नहीं जा सकता।
-रामनाथ कोविंद, राष्ट्रपति
श्री पर्रिकर देश के अत्यंत लोकप्रिय और ईमानदार वरिष्ठ राजनेता थे। वे एक जुझारू और समर्पित व्यक्ति थे, जिन्होंने मूल्यों और सिद्धांतों से परिपूर्ण जीवन जिया। गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर के असामयिक निधन का समाचार सुनकर मुझे अत्यंत पीड़ा हुई है। वे देश के अत्यंत लोकप्रिय और ईमानदार वरिष्ठ राजनेता थे। वे एक जुझारू और समर्पित व्यक्ति थे, जिन्होंने मूल्यों और सिद्धांतों से परिपूर्ण जीवन जिया। राष्ट्र और गोवा ने अपना अत्यंत योग्य पुत्र खो दिया है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं।
-एम. वैंकेया नायडू, उपराष्ट्रपति
श्री मनोहर पर्रिकर बेजोड़ नेता थे। एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक, सब उनकी प्रशंसा करते थे। उन्होंने राष्ट्र की निस्वार्थ सेवा की, जिसे पीढ़ियां याद रखेंगी। मैं उनके निधन से बहुत दु:खी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम् शांति।
श्री मनोहर पर्रिकर आधुनिक गोवा के निर्माता थे। अपने मिलनसार और सौम्य व्यक्तित्व के कारण वे वर्षों तक राज्य के लोकप्रिय नेता बने रहे। उनकी जन नीतियों के कारण गोवा ने विकास की ऊंचाईयां तय की। रक्षा मंत्री के रूप में श्री मनोहर पर्रिकर के कार्यों के प्रति देश हमेशा कृतज्ञ रहेगा। जब वे रक्षा मंत्री थे तब देश ने ऐसे तमाम निर्णय किये थे, जिनसे भारत की क्षमताओं में इजाफा हुआ था, स्वदेशी रक्षा उत्पादन में बढ़ोत्तरी आई थी और पूर्व सैनिकों का जीवन बेहतर हुआ था।
-नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
भारत ने एक सच्चा देशभक्त खो दिया जिसका पूरा जीवन राष्ट्र और सिद्धांतों को समर्पित था। पर्रिकर ने दिखाया कि कैसे भाजपा का एक कार्यकर्ता उसके सबसे कठिन समय में भी, राष्ट्र सर्वप्रथम, फिर पार्टी और स्वयं को अंत में रखने के सिद्धांत पर अटल रहता है। मनोहर पर्रिकर का निधन बेहद दु:खदायी है। उनके रूप में भारत ने एक सच्चा देशभक्त खोया है जिसने निस्वार्थ भाव से अपना पूरा जीवन देश और सिद्धांतों के हवाले कर दिया। जनता के प्रति पर्रिकर का समर्पण और उनका कर्तव्य अनुकरणीय है। भारत के रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। पूरी भाजपा पर्रिकर के परिवार के साथ है। भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं और खास तौर से गोवा के लोगों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। गोवा के लोग उनके परिवार जैसे थे। ईश्वर उनके परिवार को यह आघात सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति शांति शांति।
-अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष
नि:शब्द हूं। सुशील और सादगीपूर्ण राजनीति का चेहरा आज खो गया। मनोहर भाई सही मायने में हर कार्यकर्ता के हृदय पर राज करने वाले नेता थे। राजनीति में शुरुआती दिनों से वे मेरे साथी और अच्छे मित्र थे। गोवा के विकास के लिए लिए आख़िरी सांस तक संघर्ष करने वाले भारत मां के इस महान सपूत को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।ॐ
-नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री
पर्रिकर निष्कपट, ईमानदार और संवेदनशील राजनीतिक कार्यकर्ता थे। वह सरल और जमीन से जुड़े थे, मैंने पर्रिकर से बहुत कुछ सीखा है। रक्षा मंत्री के तौर पर सशस्त्र बलों को आधुनिक और ताकतवर बनाने में उनका योगदान अद्वितीय है।
-निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री
मेरे अच्छे मित्र मनोहर पर्रिकर के असमय निधन से मैं बेहद दु:खी हूं। वह सत्यनिष्ठा की मिसाल थे, जमीन से जुड़े हुए नेता थे। किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले आईआईटीयन थे। भारत के महान सपूत समय से पहले हमें छोड़कर चले गए। ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे मेरे प्रिय दोस्त।
-सुरेश प्रभु, केंद्रीय मंत्री
गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पर्रिकर के निधन का समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। आज मां भारती ने अपना एक सच्चा सपूत खो दिया है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।
-शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश