आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मई में 5.1 प्रतिशत

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स्पात एवं विद्युत उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी के बल पर आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मई में 5.1 प्रतिशत रही। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के बयान के मुताबिक कोयला, कच्चा तेल, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में बढ़ोतरी होने की बदौलत अप्रैल, 2019 में आठ प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि दर का आंकड़ा पूर्व के 2.6 प्रतिशत से संशोधित होकर 6.3 प्रतिशत पर पहुंच गया।

संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) द्वारा 17.2 प्रतिशत की सर्वाधिक बढ़ोतरी अप्रैल 2019 के इस्पात उत्पादन में की गई। जेपीसी ने अप्रैल 2019 से आठ कोर उद्योगों के सूचकांक के संकलन में शामिल करने हेतु अब तैयार इस्पात के उत्पादन के अंतर्गत जानकारी देने या रिपोर्टिंग करने के लिए ‘सीआर क्वायल’ आइटम के तहत ‘एचआरपीओ’ नामक उत्पाद को शामिल किया है। इस उत्पाद को शामिल करने से अप्रैल 2019 और मई 2019 में इस्पात की वृद्धि दर पर उल्लेखनीय सकारात्मक असर पड़ा है। इसके अलावा, जेपीसी ने ‘एचआर क्वायल और नरम इस्पात की शीट’ के उत्पादन में भी संशोधन के बाद बढ़ोतरी की है।

आठ कोर या प्रमुख उद्योगों में से पांच उद्योगों ने मई 2018 की तुलना में मई 2019 में धनात्मक वृद्धि दर दर्ज की। इस्पात क्षेत्र ने मई 2018 की तुलना में मई 2019 में 19.9 प्रतिशत की दहाई अंकों वाली वृद्धि दर्ज की। बिजली क्षेत्र ने मई 2018 की तुलना में मई 2019 में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाई, जो पिछले छह महीनों में यानी नवम्बर 2018 के बाद सर्वाधिक है। अप्रैल-मई 2019-20 के दौरान बिजली उत्पादन 248.1 अरब यूनिटों का हुआ, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में 232.7 अरब यूनिटों का उत्पादन हुआ था।

सीमेंट और कोयला क्षेत्रों ने मई 2018 की तुलना में मई 2019 में क्रमश: 2.8 तथा 1.8 प्रतिशत की सामान्य वृद्धि दर्ज की। कोयला उत्पादन मई 2019 में 58.62 मिलियन टन का हुआ, जबकि अप्रैल 2019 में 56.35 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ था। सीमेंट उत्पादन अप्रैल-मई 2019-20 के दौरान 57.7 मिलियन टन का हुआ, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में 56.3 मिलियन टन सीमेंट का उत्पादन हुआ था।

प्राकृतिक गैस का उत्पादन मई 2018 की तुलना में मई 2019 में 2662.359 मिलियन घन मीटर (एमसीएम) पर अपरिवर्तित या यथावत रहा है। हालांकि, कच्चे तेल, रिफाइनरी उत्पादों और उर्वरकों के उत्पादन में मई 2018 की तुलना में मई 2019 के दौरान क्रमश: (-) 6.9, (-) 1.5 और (-) 1.0 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।