भारत ने 400 अरब डॉलर का उत्पाद निर्यात का महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल किया

| Published on:

भारत ने निर्धारित समय से नौ दिन पहले ही 400 अरब डॉलर का उत्पाद निर्यात का महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल कर लिया। यह पहला मौका है जब भारत ने 400 अरब डॉलर मूल्य के वस्तुओं का निर्यात किया है। चालू वित्त वर्ष में भारत का निर्यात 37 प्रतिशत बढ़कर 400 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है। वित्त वर्ष 2020-21 में यह 292 अरब डॉलर रहा था। निर्यात के मामले में भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2018-19 में 330 अरब डॉलर का रहा था।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 400 अरब डॉलर का उत्पाद निर्यात लक्ष्य हासिल करने पर कहा कि देश को ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने में यह एक अहम पड़ाव है। साथ ही, श्री मोदी ने किसानों, बुनकरों, एमएसएमई, विनिर्माताओं तथा निर्यातकों की सराहना की।

एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने 23 मार्च को कहा कि भारत ने 400 अरब डॉलर मूल्य के वस्तुओं के निर्यात का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया था और देश ने पहली बार इस लक्ष्य को हासिल किया है। मैं इस सफलता के लिए अपने किसानों, बुनकरों, एमएसएमई, विनिर्माताओं तथा निर्यातकों को बधाई देता हूं। यह हमारी ‘आत्मनिर्भर भारत’ यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

भारत से वस्तु निर्यात चालू वित्त वर्ष के दौरान निर्धारित तिथि से नौ दिन पहले ही 400 अरब डॉलर से अधिक हो गया। यह वित्त वर्ष 2018-19 में अर्जित 330 अरब डॉलर के पिछले रिकॉर्ड से बहुत अधिक है

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि 400 अरब डॉलर का निर्यात हासिल करना देश के प्रत्येक सेक्टर, प्रत्येक हितधारक के ठोस, सामूहिक प्रयास का परिणाम है। भारत से वस्तु निर्यात चालू वित्त वर्ष के दौरान निर्धारित तिथि से नौ दिन पहले ही 400 अरब डॉलर से अधिक हो गया है। यह वित्त वर्ष 2018-19 में अर्जित 330 अरब डॉलर के पिछले रिकॉर्ड से बहुत अधिक है।

श्री गोयल ने 23 मार्च को कहा कि इस आकर्षक निर्यात लक्ष्य की प्राप्ति ने विश्व को दिखा दिया कि अनगिनत चुनौतियों का सामना करने के बावजूद दृढ़ संकल्प, लगन, क्षमता और प्रतिभा के साथ भारत सभी प्रकार की बाधाओं को पार करेगा। उन्होंने सभी निर्यातकों, किसानों, बुनकरों, एमएसएमई, विनिर्माताओं, विदेश स्थित भारतीय मिशनों तथा अन्य हितधारकों के प्रति कृतज्ञता जताई।

श्री गोयल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को आगे बढ़कर लगातार अगुवाई करने तथा निर्यात पर निरंतर ध्यान केंद्रित करते रहने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई स्पष्ट अपील ने ही उद्योग को निर्यात में भारी उछाल लाने के लिए प्रेरित किया।

गौरतलब है कि कोविड की भीषण चुनौतियों के बावजूद भारत के वस्तु व्यापार प्रदर्शन ने प्रभावशाली बढ़ोतरी प्रदर्शित की तथा निर्यात अप्रैल से फरवरी के दौरान 11 लगातार महीनों (मार्च के अंत में लगातार 12 महीनों तक संभव) तक 30 अरब डॉलर से अधिक रहा, जिसमें विशेष रूप से दिसंबर, 2021 के दौरान 39.3 अरब डॉलर का अब तक का सर्वोच्च मासिक वस्तु व्यापार रिकॉर्ड किया गया।
इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 2021-22 के दौरान पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत बढ़ा है। उच्चतर इंजीनियरिंग निर्यात, अपैरल तथा गारमेंट निर्यात आदि से संकेत मिलता है कि भारत की प्राथमिक वस्तुओं का प्रमुख निर्यातक होने की गलत धारणा अब धीरे-धीरे बदल रही है। अब हम अधिक से अधिक मूल्यवर्धित वस्तुओं तथा हाईएंड वस्तुओं का निर्यात कर रहे हैं।

सूती धागे/फैब्रिक्स/मेडअप्स/हथकरघा उत्पाद आदि, रत्न एवं आभूषण, अन्य अनाज तथा मानव निर्मित यार्न/फैब्रिक्स/मेडअप्स आदि के निर्यात ने 50 प्रतिशत से 60 प्रतिशत के बीच की वृद्धि दर दर्ज कराई है।

कृषि क्षेत्र ने भी, विशेष रूप से महामारी के दौरान उल्लेखनीय प्रगति दर्ज कराई, जिसमें भारत खाद्य/अनिवार्य कृषि उत्पादों के एक प्रमुख वैश्विक आपूर्तिकर्ता देश के रूप में उभरा है। कृषि निर्यात में उछाल अन्य वस्तुओं के अतिरिक्त चावल (बासमती तथा गैर-बासमती दोनों), समुद्री उत्पादों, गेहूं, मसालों तथा चीनी जैसी वस्तुओं से प्रेरित है, जिसने 2021-22 के दौरान अब तक का सर्वाधिक कृषि उत्पाद निर्यात दर्ज कराया।