साख निर्धारित करने वाली अमेरिकी एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने 29 सितंबर को कहा कि विभिन्न देशों में नीतिगत दर में वृद्धि तथा यूरोप में ऊर्जा को लेकर असुरक्षा से लगभग हर देश की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लेकिन इसके उलट भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 7.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है और वह इस लिहाज से उभरते बाजार वाली अर्थव्यवस्थाओं में चमकता सितारा (स्टार) होगा।
एसएंडपी ने एक रिपोर्ट में कहा कि विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों के प्रमुख ब्याज दर बढ़ाने के बीच तंग होती वित्तीय स्थिति के साथ वैश्विक वृहत आर्थिक तत्वों का प्रदर्शन अगली कुछ तिमाहियों में वृद्धि में नरमी का संकेत दे रहे हैं।
एसएंडपी ने कहा कि हमने चीन को छोड़कर 16 उभरती अर्थव्यस्थाओं को शामिल किया है। इनकी वृद्धि दर इस साल 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। भारत चालू वित्त वर्ष (2022-23) में 7.3 प्रतिशत वृद्धि दर के साथ इस मामले में ‘स्टार’ होगा।