भारतीय जनता युवा मोर्चा का तीन दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर 13, 14 एवं 15 मई, 2022 को धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में आयोजित हुआ। इसका उद्घाटन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने किया। इस वर्ग में भाजयुमो के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, सभी प्रदेशों के पदाधिकारियों एवं हिमाचल प्रदेश कार्यकारिणी समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
अपने वक्तव्य में श्री नड्डा ने जनसंघ के दिनों से भाजपा की यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शीर्ष पर हमेशा जगह होती है। अपनी लगन, मेहनत से आप उस जगह को भर सकते हैं। अपने अनुभव और ज्ञान को बढ़ाने व आपका मार्गदर्शन करने के लिए यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। ‘मैं भाजपा में हूं’ के बजाय ‘मैं भाजपा हूं’ का विश्वास प्रत्येक भारतीय व प्रत्येक संगठन के कार्यकर्ता के व्यक्तित्व में झलकना चाहिए। यह आत्मविश्वास आपको और आपकी पार्टी को राष्ट्रहित में नि:स्वार्थ भाव से काम करने की ताकत देता है। इस अवसर पर पर श्री नड्डा ने भाजयुमो की ‘सुशासन पत्रिका’ का भी लोकार्पण किया।
विभिन्न सत्रों में आईसीसीआर के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद श्री विनय सहस्रबुद्धे ने ‘हमारी विचारधारा’, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री श्री तरुण चुग ने ‘कार्यपद्धति’ एवं श्री मुरलीधर राव ने ‘हमारा विचार परिवार’ विषय पर अपने विचार रखे।
प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन सर्वोच्च न्यायालय के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल श्री विक्रमजीत बनर्जी ने ‘टूल्स ऑफ लीगल एक्टिविज़्म’ पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। ‘न्यू इंडिया 2047–स्टार्टअप, उद्यमिता, प्रौद्योगिकी और सरकार’ विषय पर पेटीएम के संस्थापक श्री विजय शेखर शर्मा, उड़ान के संस्थापक श्री सुजीत कुमार और कू ऐप के सह संस्थापक श्री अमेय राधाकृष्ण ने अपने विचार साझा किए। इसके बाद भारतीय सेना के कैप्टन श्री आर. रघुराम ने ‘सशस्त्र बलों के नेतृत्व’ विषय पर अपने विचार रखे।
समापन सत्र में भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवं भाजयुमो प्रभारी श्री तरुण चुग ने ‘भाजयुमो की भूमिका’ विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि युवा मोर्चा का हर कार्यकर्ता व्यवस्था परिवर्तन का सशक्त माध्यम है। हमें केंद्र सरकार द्वारा आम जनता के लिए किये जा रहे प्रयासों को उन तक पहुंचाने का उद्यम करना है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद श्री तेजस्वी सूर्या ने प्रशिक्षण शिविर के बारे में बताते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण सत्र में हम अपने कार्यकर्ताओं के बौद्धिक, सामाजिक, संगठनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से समग्र विकास पर जोर दे रहे हैं, जो निश्चित रूप से हमारे कार्यकर्ताओं को उनके सार्वजनिक और व्यक्तिगत जीवन में मदद करेंगे।