शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मलेन, विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश)
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 6 जून, 2022 को आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि हम जब भी शक्ति केन्द्र की बात करते हैं तो संगठन की गहराइयों पर बात करनी होगी। हमें राष्ट्र के विकास का वाहक बनना होगा। देश में उठने वाले हर प्रश्न का उत्तर देने वाला व्यक्ति बनना होगा और देश को सुरक्षित और मजबूत बनाने के लिए खुद को आहुत करना होगा। सबका साथ हो, सबका विकास हो और सबका विश्वास हो, इसकी सिद्धि के लिए सबको एकजुट हो प्रयास करना होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश में राजनीति की संस्कृति बदल रहे हैं और हम सबको इस परिवर्तन का वाहक बनना होगा।
श्री नड्डा ने संगठन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आप सब शक्ति केंद्र के प्रमुख हैं। मुझे बताया गया है कि 10 हजार से ज्यादा शक्ति केंद्र हैं और 6 हजार से अधिक शक्ति केंद्रों पर हमने नियुक्तियां कर भी दी हैं। विश्वास है कि शेष 4 हजार शक्ति केंद्रों पर भी आप अगले 2 महीनों में नियुक्तियां हो जाएंगी। हर शक्ति केन्द्र पर चार से पांच बूथ आते हैं। देश में 10.40 लाख बूथ हैं और यहां लगभग 46 हजार बूथ हैं। हमें उन सभी 46 हजार बूथों तक पहुंचना है। शक्ति केन्द्र के प्रमुख सबसे पहले पांचों बूथों पर बैठक कर कार्यकर्ताओं को जोड़ने का प्रयास करें। सभी जाति एवं समुदाय के लोगों को कार्यकर्ता के रूप में जोड़ें। शक्ति केन्द्र समिति को सर्वस्पर्शी एवं समावेशी समिति बनाने के उद्देश्य से दलित, सवर्ण, पिछड़ा-अगड़ा, महिला, युवा, मुस्लिम, ईसाई- सभी लोगों को शक्ति केंद्र समिति का सदस्य बनाने का प्रयास किया जाए।
हर शक्ति केन्द्र पर चार से पांच बूथ आते हैं। देश में 10.40 लाख बूथ हैं और यहां लगभग 46 हजार बूथ हैं। हमें उन सभी 46 हजार बूथों तक पहुंचना है। शक्ति केन्द्र के प्रमुख सबसे पहले पांचों बूथों पर बैठक कर कार्यकर्ताओं को जोड़ने का प्रयास करें
उन्होंने कहा कि हर बूथ की बैठक में स्थानीय समस्याओं पर चर्चा हो। मोदीजी के ‘आठ साल बेमिसाल’ पुस्तिका का अध्ययन कर बूथों पर इस बात की चर्चा की जाए कि मोदीजी ने आंधप्रदेश को अब तक क्या क्या दिया है।
श्री नड्डा ने कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्रीजी के मन की बात का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम को 46 हजार बूथों पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर सामूहिक रूप से सुनना और उस दिन दोपहर का भोजन साथ मिलकर करना है। साथ ही, हरेक कार्यकर्ता के घर पर भाजपा का झंडा लगे इस बात का भी ध्यान रखना है। हमारा अस्तित्व कमल के बिना नहीं है। कमल है तो हम है। कमल है तो भारतीय जनता पार्टी है। कमल है तो विचारधारा है। सभी लोग अपने घरों पर कमल का झंडा लगाए। लोगों के घरों पर जाकर कमल का स्टीकर लगाएं। घर-घर जाकर जनसंपर्क करें और लोगों से बातचीत कर अनुमति के बाद ही कमल का स्टीकर लगाएं। विचारधारा को मजबूत बनाने के लिए यह प्रण लिया जाए कि प्रतिदिन पांच नए लोगों से मिलकर उन्हें भारतीय जनता पार्टी की विचारधार से अवगत कराएं। बहने संकल्प लें कि प्रतिदिन पांच नई बहनों से बातचीत कर भाजपा की विचारधारा और मोदी सरकार की योजनाएं और उपलब्धियों से उन्हें अवगत कराएं।
उन्होंने कहा कि 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जीजी का बलिदान दिवस है, 25 सितंबर को दीनदयाल उपाध्यायजी का जन्म दिवस है और 6 दिसम्बर को डॉ. अम्बेडकरजी की पुण्यतिथि है। 23 जून को 46 हजार बूथों पर जयंती मनाने के आयोजन की तैयारी आप सभी कार्यकर्ता करें।
श्री नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक ऐसी पार्टी है जिसके पास नेता है, नीति है, नीति है, नियत है, कार्यक्रम है, कार्यकर्ता है और वातावरण भी है। देश में अन्य सभी राजनीतिक दलों के पास अगर नेता है तो नियत नहीं, नियत है तो नीति नहीं, नीति है तो कार्यक्रम नहीं और अगर कार्यक्रम है तो कार्यकर्ता नहीं। भारतीय जनता पार्टी के पास प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जैसा विश्वनीय नेतृत्व है और कुशल नेताओं की शृंखला भी, इसलिए हम सौभाग्यशाली हैं। हम ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ लेकर चल पड़े हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि आज हमें गर्व है कि आंध्र प्रदेश के रहने वाले वैंकया नायडूजी देश के उपराष्ट्रपाति हैं। हमने लोकसभा में दो से 302 तक की यात्रा की है। इन दो सीट में एक सीट आंध्रा की थी। जंगा रेडडजी को आपने भाजपा के टिकट पर जीताकर लोकसभा भेजा था। आप तो विपत्ति काल के साथी हैं।