गरीब किसानों और ग्रामीणों के हितों को मोदी सरकार ने हमेशा सुनिश्चित किया

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कृषि क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण कानूनों को लागू करने के लिए
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देने के लिए विशेष समारोह का आयोजन

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 22 अक्टूबर, 2020 को दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में एक विशेष समारोह को संबोधित किया। कृषि क्षेत्र से संबंधित महत्वपूर्ण कानूनों को लागू करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा के अलावा इस आयोजन में दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के 350 से अधिक गांवों के किसानों और उनके प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

इस अवसर पर श्री नड्डा ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी को हािर्दक बधाई दी और उनको शाल, पगड़ी और हल भेंट करने के लिए केंद्रीय कार्यालय में किसानों और उनके प्रतिनिधियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “जिस तरह से आप सभी ने प्रधानमंत्री मोदी जी का अभिवादन किया और शाल, पगड़ी और हल दिया, वह बहुत प्रशंसनीय है। मैं इन भेंटों को सुरक्षित रखूंगा और व्यक्तिगत रूप से इन्हें प्रधानमंत्री मोदीजी को देने जाऊंगा।”

उन्होंने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में किसानों के हितों की हमेशा रक्षा की जाएगी और नीतियां बनाते वक्त गरीब किसानों और ग्रामीणों के हितों को हमेशा मोदी सरकार द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा। किसान हमारे अन्नदाता हैं और उन्होंने भारत के सम्मान को हमेशा सुनिश्चित किया है और इसे कभी कमज़ोर नहीं होने दिया है।”

उन्होंने कहा कि भारत में कई बड़े किसान नेता हुए हैं, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी ही एक ऐसे व्यक्तित्व है, जिन्होंने हमारे महान किसानों के जीवन में एक परिवर्तनकारी बदलाव को सुनिश्चित किया है। जिस दिन उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला, मोदीजी ने किसानों के लाभ और उत्थान को ध्यान में रखते हुए नीतियां बनाना शुरू किया। कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) अधिनियम और किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन अधिनियम और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम जैसे कृषि कानून हमारे किसानों को सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होंगे। इससे ‘वन नेशन, वन मार्केट’ को बढ़ावा मिलेगा।

कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की हालत आज उन लोगों की तरह है जो गली-मोहल्ले में खेले जाने वाले क्रिकेट के खेल में हारने के बाद विकेट उखाड़कर घर वापस चले जाते हैं और फिर कभी नहीं खेलने का दावा करते हैं। कांग्रेस के नेता चुनाव लड़ते हैं, लेकिन वे हर बार हार जाते हैं और हारने के बाद हर चीज की आलोचना करने लगते हैं। और यहां तक वह स्वयं (कांग्रेस) की भी आलोचना करते हैं ऐसे लोगों से दूर रहना ही बेहतर है।

श्री नड्डा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस कानून में एमएसपी पर कुछ कहना चाहते हैं। मैं अमरिंदर सिंहजी का ध्यान इस ओर दिलाना चाहता हूं कि इस तरह के कदम कार्यकारी आदेशों के माध्यम से किए जाते हैं। 55 साल तक केंद्र में आपकी सरकार थी, फिर आपने इसे कानून में क्यों शामिल नहीं किया? आपको किसने रोका था? 2013 में राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फलों को एमएसपी से बाहर रखने के लिए कहा था। इतना ही नहीं, 2019 में अपने चुनावी वक्तव्यों में कांग्रेस ने कहा था कि वह अनुबंध खेती को बढ़ावा देगी, मंडियों से संबंधित समस्याओं को दूर करेगी और आवश्यक वस्तु अधिनियम को हटाएगी। कांग्रेस इस बात का केवल ढोल पीटती रही, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी इस पर आगे बढ़े और किसान हितैषी कानून लाकर किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव को सुनिश्चित किया। राहुल गांधी, क्या आप किसानों के या बिचौलियों के शुभचिंतक हैं जो गरीब किसानों को परेशान करते हैं और धोखा देते हैं या फिर आप सिर्फ उनके चिंतक है जो आपके परिवार को लाभ पहुंचाते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में जो कुछ आपत्तियां उठाई जा रही हैं वह किसानों द्वारा नहीं बल्कि बिचौलियों द्वारा उठाई जा रही है। कांग्रेस को किसानों की नहीं बल्कि बिचौलियों की चिंता है। अगर राहुल गांधी और कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों के शुभचिंतक होते तो वे प्रधानमंत्री मोदीजी को बधाई देते। कांग्रेस ने अपने 10 साल के शासन में महज 54000-55000 करोड़ रुपये के कृषि ऋण माफ किए। उसमें भी भ्रष्टाचार की खबरें सामने आयी और बहुसंख्यक किसानों को इसका लाभ नहीं मिला पाया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए, जिसमें प्रत्येक किसान को 6000 रुपये की वार्षिक सहायता देना भी शामिल है ताकि वह खेती करते हुए एक गरिमापूर्ण जीवन जी सके। इस योजना के तहत पूरे भारत में 92000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में जमा किए गए।

उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट की सिफारिशों को कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने कभी लागू नहीं किया। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी है, जिन्होंने पूरे भारत के करोड़ों किसानों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट लागू की। इस क्रांतिकारी कदम के कारण, पहली बार किसानों को उनकी उपज का अधिक मूल्य सुनिश्चित किया गया और एमएसपी को डेढ़ गुना तक बढ़ा दिया गया। ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत आवंटित 20 लाख करोड़ रुपये के फंड में से 1 लाख करोड़ रुपये कृषि बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए आवंटित किए गए हैं। ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के तहत स्थानीय कृषि उत्पादों की विश्वस्तरीय ब्रांडिंग करने का लक्ष्य भी रखा गया है।

इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सर्वश्री अरुण कुमार सिंह, दुष्यंत गौतम और तरुण चुघ, भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री राजकुमार चाहर, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी उपस्थित थे। भाजपा के लोकसभा सदस्य श्री रमेश बिधूड़ी और श्री प्रवेश वर्मा और किसान प्रतिनिधि श्री नारायण सिंह, श्री अमर सिंह, श्री सिब्बल सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान इस आयोजन का हिस्सा बने।