पार्टी के स्थापना दिवस पर सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं: नरेन्द्र मोदी

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारतीय जनता पार्टी के 41वें स्थापना दिवस पर 06 अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया और उनसे देश के नवनिर्माण में और जन-जन की सेवा में कटिबद्ध होकर महती भूमिका निभाने का आह्वान किया।

माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि मैं पार्टी के स्थापना दिवस पर सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। मैं आज के दिन पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता की ओर से श्रद्धेय डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी, राजमाता सिंधिया जी, ऐसे अनगिनत महान व्यक्तित्वों, पार्टी के संस्थापक सदस्यों एवं महान मनीषियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। पार्टी को आकार देने वाले, पार्टी को विस्तार देने वाले हमारे आडवाणी जी, मुरली मनोहर जोशी जी जैसे वरिष्ठों का आशीर्वाद भी हमें लगातार मिलता रहा है। पार्टी को अपना जीवन समर्पित करने वाले ऐसे हर वरिष्ठजन को मैं नमन करता हूँ।

श्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए हमेशा ये मंत्र रहा है कि ‘व्यक्ति से बड़ा दल, दल से बड़ा देश’ – ये परंपरा डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी से लेकर आज तक अनवरत चली आ रही है। यह डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शक्ति है कि हम वो स्वप्न पूरा कर पाए, आर्टिकल 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाये। हम सभी ने देखा है कि कैसे अटल जी ने एक वोट से सरकार गिरना स्वीकार कर लिया था, लेकिन पार्टी के आदर्शों से समझौता नहीं किया था।

आदरणीय प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल कोरोना ने पूरे देश के सामने एक अभूतपूर्व संकट खड़ा कर दिया था। तब आप सब, अपना सुख-दुःख भूलकर देशवासियों की सेवा में लगे रहे। आपने ‘सेवा ही संगठन’ का संकल्प लिया, उसके लिए काम किया। आज भाजपा से गाँव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। आज 21वीं सदी में जन्म देने वाला युवा, भाजपा के साथ है, भाजपा की नीतियों, भाजपा के प्रयासों के साथ है। गांधी जी कहते थे कि निर्णय और योजनाएं वो हों जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाए। गांधी जी की उस मूल भावना को चरितार्थ करने के लिए हमने अथक प्रयास किया है। हमारी कार्यशैली है – हम किसी ने कुछ भी न छीनते नहीं हैं। हम हर व्यक्ति तक पहुंचते हैं, उसकी आवश्यकता पर पूरी संवेदनशीलता से काम करते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि पहले जो सरकारें रहीं, उनकी प्राथमिकताओं में ये छोटे किसान, इन छोटे किसानों की जरूरतें, कभी नहीं रहीं लेकिन बीते वर्षों में हमारी सरकार की कृषि से जुड़ी हर योजना के केंद्र में ये छोटे किसान रहे। हमारी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलिवरी सिस्टम से हो रहा है। ये देश में सरकारों के कामकाज का नया मूल मंत्र बन रहा है। बावजूद इसके, दुर्भाग्य ये है कि भाजपा अगर चुनाव जीते तो उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है। जो लोग कहते हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन है, वे एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता को समझ नहीं पाते। वे भारत के नागरिकों की सूझबूझ को नहीं समझ पाते। वे भारत के नागरिकों की आशाओं-अपेक्षाओं और सपनों को नहीं समझ पाते। सच्चाई ये है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला एक अनवरत-अविरल अभियान है। हम कभी गर्व नहीं करते कि हमारा दल जीता। हम हमेशा इस बात का गर्व करते हैं कि देश के लोगों ने हमें जिताया।

माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी में एक कहावत होती है – टिप ऑफ द आइसबर्ग। हमारी पार्टी में भी एक टिप ऑफ द आइसबर्ग है। ये अखबारों में, टीवी पर दिखता है लेकिन इनकी संख्या बहुत ज्यादा नहीं है। एक बहुत बड़ी संख्या भाजपा के उन कार्यकर्ताओं की है, जो दिखाई नहीं देते पर जमीन पर रहकर काम करते हैं। 

श्री मोदी ने कहा कि आज आम जनमानस ये महसूस करता है:

  • भाजपा सरकार का मतलब है – राष्ट्र निर्माण के लिए सही नीति, साफ नीयत और सटीक निर्णय। 
  • भाजपा आने का मतलब है- ‘राष्ट्र प्रथम’। 
  • भाजपा आने का मतलब है- देशहित से समझौता नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि।
  • भाजपा आने का मतलब है- वंशवाद, परिवारवाद की राजनीति से मुक्ति। 
  • भाजपा आने का मतलब है- योग्यता को अवसर। 
  • भाजपा आने का मतलब है – पारदर्शिता, गुड गवर्नेंस। 

श्री मोदी ने कहा कि भाजपा अर्थात् ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास।’ हमारे जो संस्कार हैं, हम राजनीतिक छुआछूत में विश्वास नहीं करते। इसलिए हम सरदार पटेल को समर्पित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर गर्व करते हैं। इसलिए हम बाबासाहब के लिए पंचतीर्थ का निर्माण कर गर्व करते हैं। हम खुले दिल से, भाजपा के घोर विरोधी रहे व्यक्तित्वों का भी सम्मान करते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं। भारत रत्न से लेकर पद्म पुरस्कार, इसका उदाहरण हैं। पद्म पुरस्कारों में हमने जो बदलाव किए हैं, वो तो अपने आप में पूरी एक गाथा है। 

माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाती हैं, उन पर हमले होते हैं, उनके परिवार पर हमले होते हैं लेकिन अपनी विचारधारा के लिए वो अडिग रहते हैं, डटे रहते हैं। वहीं वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है। स्थानीय आकांक्षाओं के सहारे जो स्थानीय पार्टियां खड़ी हुई, बाद में वह भी एक परिवार की, एक दो लोगों की पार्टियां बनकर रह गई। नतीजा आज सामने है। ऐसी पार्टियों ने जो नकली सेक्युलरिज्म का नकाब पहन रखा था, वो भी उतरना शुरू हो गया है। सेकुलरिज्म का हमारे यहां मतलब बना दिया गया है- कुछ ही लोगों के लिए योजनाएं, कुछ ही लोगों का फेवर, वोट बैंक के हिसाब से नीतियाँ! जो सबके लिए योजनाएं बनाता हो, सबके अधिकार की बात करता हो, सबके लिए काम करता हो, उसे ये लोग कम्युनल कहते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं – कभी सीएए को लेकर, कभी कृषि कानूनों को लेकर तो  कभी लेबर लॉ को लेकर। भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है। इसका मकसद है – देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना। इसलिए, देश में तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जाती हैं, भ्रम फैलाया जाता है। कभी कहा जाता है संविधान बदल दिया जाएगा। कभी कहा जाता है आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा। कभी कहा जाता है नागरिकता छीन ली जाएगी। ये सब कोरे झूठ होते हैं लेकिन कुछ लोगों और संगठनों द्वारा इन्हें तेजी से पैलाया जाता है। हमें इस षड्यंत्र को समझना होगा और इस साजिश को बेनकाब करना होगा।

माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें अमृत महोत्सव को भी देश के प्रत्येक नागरिक तक लेकर जाना है। आज़ादी का अमृत महोत्सव अगले 25 वर्षों के लिए देश के लक्ष्य तय करने का अवसर भी है। देश के इन लक्ष्यों को पूरा करने में बहुत बड़ी भूमिका भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं को भी निभानी है।