भारतीय राजनीति परिवारवाद की राजनीति करने के लिए नहीं है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज तमिलनाडु के कृष्णागिरी में भाजपा जिला कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा की यह भाजपा के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इससे पहले कभी भी थ 10 पार्टी कार्यालयों को एक साथ संचालित नहीं किया गया था।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा कही बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि 9 साल पूर्व, 2014 में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आशा जतायी थी कि हर प्रदेश एवं हर जिला में पार्टी का कार्यालय बने। भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष श्री अमित शाह ने उस परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए योजनाये बनायीं और इसका मिशन मोड पर क्रियान्वयन शुरू हुआ। भाजपा ने देश भर में 887 जिला पार्टी कार्यालय बनाने का फैसला किया है। अब तक भारतीय जनता पार्टी के 290 कार्यालय बन चुके हैं और उनका उद्घाटन भी हो चुका है. इस समय, भाजपा के 517 जिला कार्यालय अपने निर्माण के अंतिम चरणों में है जबकि 115 जिला कार्यालय बनकर तैयार हैं और जल्द ही यहाँ कार्य संचालित होने होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में, 10 जिला कार्यालय भवनों ने आज से काम करने शुरु कर दिए हैं, 14 जिला कार्यालयों में पहले से ही कार्य संचालित हो रहे हैं जबकि 39 जिला कार्यालय यहाँ और निर्मित होने वाले हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ये सिर्फ कार्यालय नहीं, बल्कि संस्कार केंद्र हैं। इन संस्कार केंद्रों के माध्यम से एक कार्यकर्ता उन लक्ष्यों को समझता है जिन्हें पूरा करने की आवश्यकता होती है, और चुनाव के लिए उचित और कुशल रणनीति बनाना सीखता है। वह समझते हैं कि सही मायने में समाज और राष्ट्र के निर्माण में कैसे योगदान देना है। कार्यालय में होने वाली बातचीत और यहां श्रमिकों को दी जाने वाली अनौपचारिक शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे कहना होगा कि ये न तो कार्यालय हैं और न ही कार्यालय बल्कि वे ‘संस्कार केंद्र’ हैं जहां एक कार्यकर्ता भाजपा की विचारधारा को सीखता है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हाल ही में संपन्न उत्तर-पूर्व चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा कैसे लगातार आगे बढ़ रही है, इसे समझने के लिए नार्थ ईस्ट के चुनाव परिणाम को देखना-समझना अत्यावश्यक है। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी लगातार दोबारा सत्ता में आयी है। ईसाई बाहुल्य राज्य नागालैंड में एकबार फिर से भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार बनी है. एनपीपी के अध्यक्ष और नागालैंड के सीएम नेफ्यू रियो के नेतृत्व में हमलोग दोबार सत्ता में आए। मेघालय में सीएम कोनोर्ड संगमा को दुबारा हमने समर्थन दिया है। मेघालय भी इसाई बाहुल्य राज्य है। इसलिए हमलोग सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को भाजपा जमीनी धरातल पर साकार कर रही है।  

खासबात यह है कि त्रिपुरा मे कांग्रेस और वामपंथी पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़े, जबकि केरल में ये दोनों पार्टियाँ एक दूसरे के विरुद्ध चुनाव लड़ते हैं। कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी की त्रिपुरा में दोस्ती है, जबकि केरल में दोनो कुश्ती लड़ते हैं । इन सबके बावजूद, भारतीय जनता पार्टी नार्थ इस्ट राज्यों में दोबार सत्ता में आयी।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे नार्थ इस्ट के विकास एवं जनकल्याण के लिए बहुत सारे काम किए गए और वहां के एनडीए सरकार ने केन्द्र सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारा। यह भारतीय जनता पार्टी की कार्य संस्कृति और भाजपा कार्यकर्त्ताओं द्वारा समाज के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने की ही वजह है कि त्रिपुरा, मेघालय एवं नागालैंड में भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता में आई.  

तमिलनाडु में भाजपा कार्यकत्ता उसी समपर्ण भाव से कार्य कर रहे हैं। आपके कठोर मेहनत से तमिलनाडु में आने वाले समय में कमल खिलेगा क्योंकि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो विचारधारा पर आधारित है और कैडर बेस्ड पार्टी है।  

श्री नड्डा ने कहा कि भाजपा अपने विचारधारा एवं सिद्धांतों को लेकर निरंतर चली है. 1952 में राष्ट्रीय जनसंघ ने कश्मीर में धारा 370 लगाने का विरोध किया था। 5 अगस्त, 2019 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में धारा 370 को समाप्त कर दिया गया। भाजपा ने ‘सभी के लिए न्याय और किन्तु तुष्टिकरण किसी के लिए भी नहीं’ के मूलमंत्र पर आगे बढ़ रही है। हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास मूलमंत्र लेकर चले हैं। इसलिए कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी विचारधारा पर आधारित पार्टी है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विपक्षी पार्टियों, विशेषकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले देश की सभी विपक्षी पार्टियां बांटों और राज करो एवं भेदभाव वाली राजनीति करती रही। वंशवाद एवं परिवारवाद ही इनकी राजनीतिक संस्कृति थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यह राजनीतिक संस्कृति बदल डाली। उन्होंने रिपोर्ट कार्ड की राजनीतिक संस्कृति को तरजीह दी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकास की राजनीति की शुरुआत की जिसने विपक्षियों की वंशवादी राजनीति को चुनौती दी। 

श्री नड्डा ने वर्तमान भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषता को रेखांकित करते कहा कि 9 साल पूर्व, भारत दुनिया की अर्थव्यवस्था में 10वें स्थान पर खड़ा था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में आज भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। भाजपा अध्यक्ष ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की बढ़ती भागीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि भारत द्वारा 470 एयर बस आर्डर किये जाने के कारण अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के जान मैंक्रो कह रहे हैं कि इससे उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यह दर्शाता है कि भारत अब सिर्फ अपनी अर्थव्यवस्था को ही नहीं देख रहा है, बल्कि दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डाल रहा है।

एक समय में ऑटोमोबाइल का अर्थ होता था अमेरिका और जापान की गाड़ियां लेकिन आज ऑटोमोबाइल क्षेत्र  में जापान को पछाड़कर भारत अब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। 2014 में भारत में उपयोग होने वाले मोबाइल का 92 प्रतिशत चीन से आता था। आज भारत में उपयोग होने वाले 97 प्रतिशत मोबाईल देश में बन रहा है। आज एप्पल मोबाइल पर भी मेड इन इंडिया लिखा होता है। स्टील उत्पादन में भारत चौथे स्थान से उठकर अब दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. सिर्फ चीन ही इस्पात उत्पादन में भारत से आगे है। भारत इस समय 156 देशों को केमिकल निर्यात कर रहा है। आज दुनिया का 40 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में हो रहा है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि फार्मास्युटिकल में भारत अब दुनिया की फार्मेसी बन चुका है क्योंकि भारत इस समय 200 से ज्यादा देशों को सबसे सस्ती और कारगर दवाएंआपूर्ति कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नौ महीने के अंदर भारत में कोरोना निरोधक दो-दो स्वदेशी वैक्सीन विकसित हुए। वैक्सीन मैत्री के तहत 100 देशों को भारतीय वैक्सीन दी गयी। इसमें से 48 देशों को मुफ्त वैक्सीन दिए गए। पिछले 9 सालों में देश में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव यह आया है कि भारत अब लेने वाला नहीं, बल्कि देने वाला देश बन गया है।

श्री नड्डा ने तमिलनाडु में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के योगदान करते हुए  कहा कि 40 वर्षों के बाद, केंद्रीय रेल बजट में तमिलनाडु के लिए नौ रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है. प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा चाहते हैं कि तमिल संस्कृति, भाषा और परंपरा को मुख्यधारा में लाया जाए ताकि पूरे देश को तमिलनाडु की समृद्ध संस्कृति के बारे में पता चले। इसके लिए पहली बार काशी संगम का आयोजन किया गया जिसमें तमिलनाडु के लगभग 1,500 कलाकारों ने हिस्सा लिया। इसमें तमिलनाडु के 300 विशिष्ट अतिथि और 75 विशेषज्ञ शामिल हुए। काशी संगम के माध्यम से तमिल संस्कृति एवं रहन सहन एवं अन्य परम्परा को देश की मुख्यधारा से जोड़ा गया। सिद्धा व्यवस्था के जनक सिद्धा अगिठिया की जयंती को राष्टीय सिद्धा दिवस के रूप् में मनाने की घोषणा की गयी।

श्री नड्डा ने कहा कि तमिलनाडु की संस्कृति के लिए पीएम मोदी के मन में अपार सम्मान है। जब उन्होंने कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया, तो उन्होंने सुब्रमण्यम भारती की कविता को उद्धृत किया। जब उन्होंने जल जीवन मिशन का उद्घाटन किया, तो उन्होंने संत तिरुवल्लुवर जी को उद्धृत किया। जब वह यूएनजीए में भाषण देते हैं तो वह कनियन की कविता को उद्धृत करते हैं।

पिछले साल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी तमिलनाडु आकर 31 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं को लोकार्पित किया था। पिछले साल 26 मई 2022 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के पांच रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित करने की परियोजना का शुभारंभ किया था। जिसमें चेन्नई, रामेश्वरम, मदुरई, कटपट्टी और कन्याकुमारी रेलवे स्टेशन शामिल हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के चेन्नई, कोयम्बटूर, आदि शहरों में औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की घोषणा की जिसके माध्यध्म से तमिलनाडु के विकास में तेजी आएगी।

प्रधानमंत्री ने गरीब,वंचित, शोषित, महिला, किसान आदि को सशक्त करने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाईं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, उज्जवला योजना, उजाला योजना, सौभाग्य योजना, स्वच्छता योजना आदि विभिन्न योजनाए तमिलनाडु में भी कार्यान्वित की गईं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 60 सालों तक कांग्रेस ने शासन किया, लेकिन आज कांग्रेस जड़ से उखड़ गया। इसका मुख्य कारण है कि कांग्रेस पार्टी क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने में बुरी तरह असफल रही। यही वजह है कि देश भर में क्षेत्रीय पार्टियों का उदय हुआ। किन्तु क्षेत्रीय पार्टियां क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के बजाए अपने बेटा-बेटी और परिवार की आकांक्षाओं को पूरा करने में लग गयी। क्षेत्रीय पार्टियां परिवार की पार्टियों में बदल गयी हैं।

जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस पार्टी आज फारूख अब्दुला कांफ्रेंस और उमर अब्दुला कांफ्रेंस हो गयी है। पीडीपी पहले मुफ्ती की थी आज महबूबा की हो गयी है। शिरोमणि अकाली दल पहले प्रकाश सिंह बादल का था, आज सुखबीर सिंह बादल का। हरियाणा में चौटाला परिवार है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी परिवारवादी पार्टी बन चुकी है। बिहार में भाजपा आरजेडी के खिलाफ चुनाव लड़ती है, जो पहले लालू यादव की थी, अब तेजस्वी यादव और मीसा यादव की पार्टी बन गयी है। भाजपा पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ती है, बल्कि टीएमसी के खिलाफ चुनाव लड़ती है जो ममता जी और उनके भतीजा की पार्टी है। भाजपा तेलंगाना में भारतीय राज्य समिति से चुनाव लड़ती है जो केसीआर, उनकी बेटी के कविता और उनके पु़त्र की पार्टी है। महाराष्ट्र में शिवसेना उद्वव ठाकरे और उनके पुत्र आदित्य ठाकरे की पार्टी बनकर रह गयी है जबकि असली शिवसेना एकनाथ शिंदे जी के पास चली गयी है।

नड्डा ने तमिलनाडु की DMK सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब तमिलनाडु की सियासत के बारे में चर्चा होती है और DMK की बात होती है तो इसका सिर्फ एक मायने समझ में आता है। D का मतलब ‘वंश’, M का मतलब ‘धन की ठगी’ होता है और K का अर्थ ‘कट्टा पंचायत’ होता है। ये पार्टी तमिलों की नहीं, बल्कि सिर्फ अपने ‘प्रिय पुत्र’ का ख्याल रखेगी।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के आने से ये सभी वंशवादी पार्टियां सिकुड़ती जा रही हैं जबकि भाजपा का लगातार विस्तार हो रहा है। भारतीय राजनीति परिवारवाद की राजनीति करने के लिए नहीं है। भारतीय राजनीति सिद्धांत और विचारधारा की राजनीति करती है। भारतीय जनता पार्टी एकमात्र पार्टी है जो विचारधारा की पार्टी है।