भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज सोमवार को झारखंड के खूंटी में भाजपा के तीसरे परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ किया और इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए झारखंड में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमकर आलोचना की। श्री नड्डा ने आदिवासी अस्मिता के लिए भाजपा द्वारा किए गए कार्यों को रेखांकित करते हुए जनता से इस बार भ्रष्टाचारी झामुमो-कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंक कर विकास के प्रति समर्पित भाजपा सरकार बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्व शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता श्री करिया मुंडा, राज्य सभा सांसद श्री दीपक प्रकाश सहित पार्टी के अन्य नेतागण उपस्थित रहे।
श्री नड्डा ने कहा कि जब हम भगवान बिरसा मुंडा की बात करते हैं, तो उनकी तपस्या और उनका स्वाभिमान याद आता है। उनका बलिदान देश को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। भाजपा भगवान बिरसा मुंडा की आदिवासी अस्मिता को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है। झारखंड की जनता के आशीर्वाद से आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और इंडी गठबंधन के द्वारा झूठ फैलाया जा रहा था, लोगों के साथ छलावा किया जा रहा था लेकिन झारखंड की जनता ने उनकी एक नहीं सुनी और भारतीय जनता पार्टी को विजयी बनाया। कांग्रेस महाभ्रष्ट पार्टी है, जो देशविरोधी तत्वों को पनाह देती है। कांग्रेस ने हमेशा देश को भाई-भतीजावद, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण से ग्रसित करने का कार्य किया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेमंत सोरेन ने भी कांग्रेस से उसकी नीतियां सीखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा भी भ्रष्टाचार में डूबी हुई पार्टी है, जो भाई-भतीजावाद और परिवारवाद को बढ़ावा दे रही है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड को कांग्रेस, आरजेडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा से मुक्ति दिलानी बहुत आवश्यक है। झारखंड पर ये पार्टियां ग्रहण की तरह हैं। ये कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। इन पार्टियों से झारखंड को मुक्त कराया जा सके, इसके लिए हमें झारखंड की जनता के साथ की आवश्यकता है। आज खूंटी की पवित्र धरती से प्रारंभ हो रही ये परिवर्तन यात्रा झारखंड में परिवर्तन लेकर आएगी। यह परिवर्तन यात्रा मां-बेटी, रोटी, आदिवासी अस्मिता और उसकी सुरक्षा की परिवर्तन यात्रा है। जो लोग भोले-भाले आदिवासी भाईयों की जमीनों को हड़पने का षड्यंत्र रच रहे हैं, यह उनसे झारखंड को सुरक्षित करने की परिवर्तन यात्रा है। यह यात्रा संकल्प लेने की यात्रा है कि जिन लोगों ने भी आदिवासी भाईयों के साथ छल किया है उनके ऊपर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जब झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासी अस्मिता की बात करता है तो उनकी वो अस्मिता सिर्फ एक परिवार तक ही सीमित होती है। उनके लिए आदिवासी अस्मिता का केवल एक ही मतलब है और वो है उनका परिवार और उनके बच्चे।
श्री नड्डा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर निशाना साधते हुए प्रश्न किया कि क्या श्री चंपई सोरेन आदिवासी नहीं हैं? क्या श्रीमती सीता सोरेन आदिवासी नहीं हैं? उनको क्यों अपमानित किया गया? झामुमो ने जिसको मुख्यमंत्री बनाया, उसका ही अपमान किया, श्री चंपई सोरेन को इतनी चोट पहुंची, उनका इतना अपमान हुआ कि उन्होंने झामुमो को छोड़ दी। श्री चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन के पिता के साथ सारा जीवन आंदोलन किया, लेकिन उन्हें भी झामुमो को छोड़ना पड़ा। अगर आदिवासियों के हितों की किसी पार्टी ने रक्षा की है, तो वह केवल और केवल भाजपा है और आगे भी हमेशा करती रहेगी। जब वनांचल की मांग की गई थी, यानी झारखंड को बिहार से अलग राज्य बनाने की मांग की गई थी, तब कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया था, आरजेडी के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी इसका विरोध किया था। जो वनांचल आज झारखंड के रूप में स्थापित हुआ है, उसके साथ हमेशा खड़ी रहने वाली केवल भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी ही थी।
आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि किसी पार्टी ने भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान की परवाह नहीं की, उनकी याद में कोई कार्य नहीं किया गया। जिस व्यक्ति ने आदिवासियों के गौरव के लिए अपना बलिदान दिया, उसके नाम पर कोई स्मारक बनाने की बात नहीं सोची गई। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी गौरव दिवस मनाने की घोषणा की, भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर संग्रहालय बनाया और उनकी मूर्ति की स्थापना की। देश में 15 नवंबर को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने यह तय किया है कि वर्ष 2025 में जब बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती होगी, तो उसे आदिवासी गौरव वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भगवान बिरसा मुंडा के गांव जाकर वहां की मिट्टी को नमन करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। आदरणीय मोदी जी ने आदिवासी समाज की महिला श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को वहां राज्यपाल बनाकर भेजा और बाद में उन्हें भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनाया। सही मायनों में आदिवासियों की प्रतिष्ठा और सम्मान करने व उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने का कार्य माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।
श्री नड्डा ने कहा कि हाल ही में मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन पूरे किए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अब तक खूंटी में गरीब परिवारों को 1 लाख से ज्यादा मकान दिए जा चुके हैं, देश में अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 करोड़ पक्के मकान बनाए जा चुके हैं और अगले 100 दिनों के भीतर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 3 करोड़ और मकान बनाने की स्वीकृति दे दी है। इन्हीं 100 दिनों में ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 साल से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को सालाना 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर देने की घोषणा की है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 100 दिनों के भीतर यूनिफाइड पेंशन योजना को लागू किया है, 15 वंदे भारत ट्रेनें चलाई, 8 राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की मंजूरी दी, 12 स्मार्ट सिटी की भी घोषणा की और 3 लाख करोड़ रुपये के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और ग्रामीण सड़कों को मंजूरी दी है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 62,500 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों के विकास की मंजूरी दे दी है जो 25,000 गांवों को जोड़ेगी। इन 25,000 गांवों में हर मौसम में चलने योग्य पक्की सड़कें बनकर तैयार होंगी। देश की सबसे बड़ी कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने झारखंड से की थी, जिसमें आयुष्मान भारत भी शामिल है। पीएम जनमन (प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान) की शुरुआत भी झारखंड से की गई थी। खूंटी जिले से ही माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ‘विजिट भारत’ की गारंटी योजना की शुरुआत हुई थी। पूरे एशिया में सबसे पहले सोलर पैनल खूंटी के कोर्ट कॉम्प्लेक्स में लगाए गए। झारखंड में भाजपा की सरकार रही हो या न रही हो, भारतीय जनता पार्टी ने कभी झारखंड के विकास को रुकने नहीं दिया। भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड में 5 मेडिकल कॉलेज बनाए, एम्स बनाया, रांची को स्मार्ट सिटी घोषित करने के बाद 980 करोड़ रुपये की योजनाएं शुरू कीं, सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर पेट्रोकैमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की भी शुरुआत हो चुकी है। झारखंड में 6 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। देवघर और जमशेदपुर के एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गए हैं। पूरे देश में पहले 74 एयरपोर्ट थे, जो अब बढ़कर 148 हो गए हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि वैद्यनाथ धाम में प्रसाद योजना के तहत प्रधानमंत्री जी ने 40 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। झारखंड में अब तक 2,256 किलोमीटर की राष्ट्रीय राजमार्गें बन चुकी हैं। वाराणसी से रांची एक्सप्रेसवे बन रहा है, जिसे भारतमाला परियोजना के अंतर्गत स्वीकृति दी गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत झारखंड के 20 लाख किसानों को हर साल उनके खाते में 6,000 रुपये मिल रहे हैं, और अब तक कुल 3.7 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जा चुके हैं। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 36 लाख महिलाओं को लाभ मिला है, और आयुष्मान भारत योजना में 28 लाख परिवारों को जोड़ा गया है।
आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने हर परिवार को 1 लाख रुपये देने, 5 लाख नौकरी देने, बेरोजगारी भत्ता देने और महिलाओं को साल के 17 हजार रूपए देने का वादा किया गया था लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया। झारखंड में नौकरी की भर्तियों में घोटाले हुए हैं। इस कुशासन का अंत करने के लिए झारखंड की जनता को कमल के निशान का बटन दबाकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनानी होगी। जो हेमंत सोरेन जंगल-जमीन के नाम पर सत्ता में आए थे, लेकिन उनकी ही सरकार में गरीब आदिवासियों की जमीनों पर कब्जे हुए। हेमंत सोरेन खुद बालू माफियाओं और अवैध खनन करने वालों के साथ शामिल हैं। कुछ दिनों पहले हेमंत सोरेन के अफसरों के घर से पैसे निकले थे लेकिन अब हेमंत सोरेन के मंत्री के पीए के नौकर के घर से पैसे निकल रहे हैं। जब पीए के नौकर के घर से पैसे निकल रहे हैं तो मंत्री कितना भ्रष्टाचार करते होंगे।
श्री नड्डा ने कहा कि भ्रष्टाचार में डूबी हुई इस सरकार को उखाड़ फेंकने की जिम्मेदारी झारखंड की जनता की है। झारखंड में लगभग 1 हजार करोड़ का मनरेगा घोटाला, लगभग 300 करोड़ का जमीन घोटाला और 1 हजार करोड़ का खनन घोटाला हुआ है। झारखंड की जनता भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना दे तो दोषियों को उनकी सही जगह जेल भेजा जाएगा। आज झारखंड में आदिवासियों की संख्या 44 प्रतिशत से घटकर 28 प्रतिशत ही रह गई है, यह किस तरह का शासन है? रोहिंग्याओं को अवैध तरीके से राज्य में पनाह दी जा रही है, एक सुव्यवस्थित चाल के तहत आदिवासियों की जमीनों को हड़पा जा रहा है और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार अवैध रोहिंग्याओं के आधार कार्ड बना रही है। इस सब से झारखंड को मुक्त करने के लिए जनता को भारतीय जनता पार्टी को वोट देकर विजयी बनाना होगा। श्री जगत प्रकाश नड्डा ने झारखंड की जनता से आदिवासी अस्मिता को बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने की अपील की।