केसीआर सरकार गैर-प्रजातांत्रिक तरीके से चल रही है: जगत प्रकाश नड्डा

| Published on:

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने आज मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय, नामपल्ली (हैदराबाद), तेलंगाना में एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया और लोकतंत्र की हत्यारी केसीआर सरकार पर जम कर हमला किया। इस प्रेस वार्ता में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी और प्रदेश भाजपा प्रभारी एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री तरुण चुघ के साथ कई वरिष्ठ पार्टी नेता और पदाधिकारी भी उपस्थित थे। ज्ञात हो कि तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार जी की अनैतिक और अलोकतांत्रिक गिरफ्तारी के विरोध में आज माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी एक शांतिपूर्ण कैंडललाइट मार्च करने वाले थे लेकिन तेलंगाना सरकार ने भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता के डर से माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के हैदराबाद पहुँचने से पहले ही धारा 144 लगा दिया।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि – 

  • आज मैं अपने प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार जी की अनैतिक एवं अलोकतांत्रिक गिरफ्तारी के विरोध में तथा तेलंगाना के कर्माचारियों एवं प्रदेश की जनता के हित में शांतिपूर्ण प्रदर्शन में भाग लेने आया था लेकिन एयरपोर्ट पर ही प्रदेश के जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कोरोना के नॉर्म्स को फॉलो करने का सरकारी आदेश है , इसलिए मैं आपको बताने आया हूँ। मैंने कहा सभी नॉर्म्स का अनुसरण करूंगा और इसके हिसाब से महात्मा गाँधी जी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित करूंगा और प्रजातंत्र की मजबूती के लिए काम करूंगा। मैंने उनसे कहा कि हम कोविड पर सरकार की ओर से जारी सभी मानदंडों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से पार्टी का विरोध दर्ज कराएँगे लेकिन उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की परमिशन नहीं है।
  • भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित पार्टी है और हमने ये जानते हुए भी कि ये सारी कवायद बस भाजपा के कार्यक्रम को रोकने की है, हमने अपनी कैंडललाईट रैली स्थगित कर दी, हालांकि हम कोविड के सभी नॉर्म्स का पालन करते हुए यह रैली कर सकते थे।
  • केसीआर सरकार गैर-प्रजातांत्रिक तरीके से चल रही है। यह एक मोस्ट अनडेमोक्रेटिक पार्टी है। पिछले दो दिनों में जिस तरह केसीआर सरकार ने तेलंगाना में लोकतंत्र की हत्या है, इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। केसीआर सरकार तानाशाही सरकार है जो वंशवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति के सिद्धांत पर चलती है। भारतीय जनता पार्टी वंशवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति की विचारधारा के खिलाफ शुरू से लड़ती आई है और हम तब तक इसके खिलाफ लड़ती रहेगी जब तक कि हम तेलंगाना की इस अलोकतांत्रिक टीआरएस सरकार को जड़ से उखाड़ नहीं फेंकते।
  • तेलंगाना सरकार का जीओ 317 पूरी तरह से कर्मचारी विरोधी और जन-विरोधी आदेश है। एक जिम्मेदार विपक्ष के नाते यह हमारी जवाबदेही बनती है कि हम कर्मचारियों के लिए, प्रदेश की जनता के लिए, आदिवासियों के लिए उनकी लड़ाई लड़ें और इसे निर्णायक मोड़ तक ले जाएँ। हम शांतिपूर्ण तरीके से जनता की आवाज को उठा रहे थे।
  • ये बात दीगर है कि केसीआर सरकार के मंत्री हर जगह जन-सभाएं कर रहे हैं, रैलियाँ कर रहे हैं और प्रदर्शन भी कर रहे हैं लेकिन उन पर कोविड नॉर्म्स लागू नहीं होता! लेकिन जैसे ही बात भाजपा की आती है तो उसे रोकने के लिए तरह-तरह के हथकंडे राज्य सरकार द्वारा अपनाए जाते हैं।
  • हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार जी ने कोरोना के नियमों के मुताबिक़ करीमनगर में अपने एमपी कार्यालय में केसीआर सरकार की आदेश संख्या 317 के खिलाफ रात्रि जागरण का कार्यक्रम बनाया था। एक तो पहले शिक्षकों को इस कार्यक्रम में जाने से रोका गया, फिर अमानवीय एवं क्रूर तरीके से कटर से कार्यालय के गेट को काटा गया, अश्रु गैस के घोले छोड़े गए, लाठी चार्ज किया गया, हमारे प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेताओं के साथ मारपीट की गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हमारी कई महिला कार्यकर्ताओं को भी गंभीर चोटें आई। यह वाकई शर्मनाक है! केसीआर जिस तरह से तानाशाही व्यवहार कर रहे हैं, इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाय, कम है।
  • केसीआर बौखला गए हैं और अपना आपा खो चुके हैं। जब से दुबग्गा में भाजपा की जीत का धमाका हुआ है और हुजूराबाद में हुजूर को हार का फटका लगा है, तब से शायद केसीआर सरकार अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। हम केसीआर की तानाशाही, भ्रष्ट और अलोकतांत्रिक सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे और इसे अंजाम तक लेकर जायेंगे।
  • तेलंगाना में टीआरएस सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। यह देश की भ्रष्टतम राज्य सरकार है। कालेश्वरम परियोजना केसीआर सरकार के लिए एटीएम की तरह है। शुरू में यह प्रोजेक्ट महज 36,000 करोड़ रुपये का था जो अब बढ़ कर 1.20 लाख करोड़ रुपये का हो गया है और इस योजना से पानी केवल केसीआर के फार्म तक ही पहुँच पाया है। इसी तरह पलामोरू रंगारेड्डी प्रोजेक्ट और मिशन भागीरथ में भी पैसे लग गए लेकिन पानी की एक बूँद भी खेतों तक नहीं पहुंची। ऐसे से बहुत से उदाहरण हैं जो केसीआर सरकार की भ्रष्टाचार गाथा को रेखांकित करते हैं।
  • केसीआर सरकार एक परिवार की सरकार है – ये प्रजातंत्र पर प्रश्नचिह्न भी खड़ा करती है। जिस तरह से हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार जी को गिरफ्तार किया गया, वह घोर अलोकतांत्रिक है। विनाशकाले विपरीत बुद्धिः। हम तेलंगाना की भ्रष्ट और गैर-प्रजातांत्रिक केसीआर सरकार के खिलाफ धर्मयुद्ध लड़ रहे हैं। 
  • मैं केसीआर से कहना चाहता हूँ कि आप कितना भी भारतीय जनता पार्टी को रोकने की कोशिश करो, लेकिन हम रुकने वाले नहीं हैं। पूरी पार्टी एकजुट होकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार जी की अनैतिक गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करती रहेगी। 

केसीआर सरकार के घपलों, घोटालों और अनैतिक कृत्यों का पर्दाफ़ाश करना हमारी जिम्मेदारी है। कोरोना तो बहाना है, असल में केसीआर सरकार का मुख्य उद्देश्य तेलंगाना की जनता की आवाज को दबाना है लेकिन टीआरएस सरकार जनता की आवाज को दबा नहीं सकती। जनता केसीआर सरकार को जल्द ही उखाड़ फेंकेगी।