राष्ट्रीय सदस्यता अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह हमारे परिवार का विस्तार है: नरेन्द्र मोदी

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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय विस्तार, नई दिल्ली से पार्टी के राष्ट्रव्यापी ‘संगठन पर्व सदस्यता अभियान-2024’ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को पार्टी का पहला सदस्य बनाया। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने पार्टी के टोल फ्री नंबर – 8800002024 पर मिस्ड कॉल के जरिए फिर से भाजपा की सदस्य ली। इसके बाद, पार्टी के अन्य नेताओं ने भी फिर से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और सदस्यता अभियान के पहले सदस्य बने। देश के आम नागरिक टोल फ्री नंबर, नमो एप, भाजपा की वेबसाईट से भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।

पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि देशवासियों की आकांक्षाओं की उड़ान को नई ऊंचाई देने के लिए हम कृतसंकल्प हैं। नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 का शुभारंभ करते हुए मुझे बहुत गर्व का अनुभव हो रहा है। हमारी पार्टी ने अपनी स्थापना के बाद से ही भारी कठिनाइयों का सामना किया है लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं ने इसे आज इस महान मुकाम पर पहुंचाने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा की है। हम आलोचनाओं को झेलते हुए आगे बढ़े हैं लेकिन हम निरंतर राष्ट्र प्रथम की भावना पर डटे रहे, उसी पर आगे बढ़ते रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा एकमात्र दल है, जो अपनी पार्टी के संविधान के अनुसार अक्षरश: लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपना विस्तार कर रही है। यही पार्टी को जन-सामान्य की आशा, आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अपने आप को निरंतर योग्य बनाता रहता है। उन्होंने कहा कि आज सदस्यता अभियान का एक और दौर प्रारंभ हो रहा है। भारतीय जनसंघ से लेकर अब तक हमने देश में एक नई राजनीतिक संस्कृति लाने का भरसक प्रयास किया है। जब तक जिस संगठन के माध्यम से या जिस राजनीतिक दल के माध्यम से देश की जनता सत्ता सुपुर्द करती है, वो ईकाई, वो संगठन और वो दल अगर लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं जीता है और  आंतरिक लोकतंत्र निरंतर उसमें नहीं पनपता, तो वैसी स्थिति बनती है जो आज देश कई दलों में हम देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सदस्यता यानी, अपने परिवार का विस्तार है। हमारे परिवार में अगर किसी का जन्म होता है तो जितनी खुशी होती है, हमारे परिवार में शादी करके कोई बहू आती है तो परिवार के विस्तार का जो आनंद होता है, वो आनंद, भाजपा में जब कोई नया सदस्य बनता है तो परिवार के विस्तार का आनंद होता है। इसलिए ये सदस्यता अभियान आंकड़ों का खेल नहीं है। भाजपा का यह सदस्यता अभियान वैचारिक आंदोलन भी है और भावनात्मक आंदोलन भी। राष्ट्रीय सदस्यता अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह हमारे परिवार का विस्तार है। हमारी भावनाएं देशभक्ति से प्रेरित है… मां भारती के लिए, 140 करोड़ देशवासियों के लिए।

आदरणीय प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा यहाँ तक ऐसे ही नहीं पहुंची है। इसे यहाँ तक पहुंचाने में कई पीढ़ियां खप गईं। मैं जब राजनीति में नहीं था, तो जनसंघ के जमाने में बढ़े उत्साह के साथ कार्यकर्ता दीवारों पर जब दीपक (तब चुनाव चिह्न यही हुआ करता था) पेंट किया करते थे तो कई राजनीतिक दलों के नेता अपने भाषणों में मजाक उड़ाते थे कि दीवारों पर दीपक पेंट करने से सत्ता के गलियारों तक नहीं पहुंचा जा सकता है। हम वो लोग हैं, जिन्होंने श्रद्धा से दीवारों पर कमल पेंट किया, क्योंकि विश्वास था कि दीवारों पर पेंट किया कमल कभी न कभी तो दिलों पर भी पेंट हो जाएगा। हम भाजपा के कार्यकर्ता हैं – हम आचार, विचार और संस्कार में भी लोकतंत्र को स्वीकार करते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि आज भी कुछ राज्यों में भाजपा के कार्यकर्ता उसी जीवन को जीते हैं और अपने आदर्शों के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। संसद में जब हमारे दो सदस्य हुआ करते थे तब “हम दो, हमारे दो” कह कर हमारा मजाक उड़ाया जाता था. एक समय, हमारे कार्यकर्ताओं के लिए कहा जाता था कि भाजपा का कार्यकर्ता हो जनसंघ का उसका एक पैर रेल में होता है और दूसरा पैर जेल में होता है। रेल में इसलिए क्योंकि भाजपा का कार्यकर्ता हमेशा प्रवास करता रहता था और समाज की समस्याओं के समाधान के लिए सत्ता पर बैठे हुए लोगों के सामने संघर्ष करता था। और, जेल में इसलिए क्योंकि तब सत्ताधारी एक जुलूस भी नहीं निकालने देते थे। वे हमें जेल में डाल देते थे। इसलिए कभी जेल तो कभी बाहर। हम ऐसे सत्ताधारियों के जुल्म सहकर यहां तक पहुंचे हैं। हमने ये सब झेला क्योंकि ‘नेशन फर्स्ट’ ही हमारा कंसेप्ट था।

लोक सभा एवं विधान सभा में महिलाओं के लिए आरक्षण के प्रावधान किये जाने का जिक्र करते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि ये जो सदस्यता अभियान होगा, जो संगठन की संरचना होगी, उसी कालखंड में विधानसभाओं और लोकसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण लागू हो गया होगा। महिलाओं के लिए अगर ये 33 प्रतिशत आरक्षण इसी कालखंड में आने वाला है तो सदस्यता अभियान में वैसे सभी लोगों को जोड़ना चाहिए जो पार्टी के लिए अधिकतम महिलाओं को विजयी बनाकर एमएलए, एमपी बना सके।

श्री मोदी ने कहा कि कभी देश के सीमावर्ती गांवों को आखिरी गांव के रूप में जाना जाता था। इससे नकारात्मकता झलकती थी लेकिन हमने तय किया कि ये आखिरी गांव नहीं बल्कि देश के पहले गांव हैं। हमें इन गांवों में एक विशेष इकाई बनाकर सदस्यता अभियान चलाना चाहिए और पूरे गांव को भाजपा का सदस्य बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे-ऐसे इलाके हैं, जहां व्यवस्थाएं इतने सालों के बाद भी पहुंच नहीं पाई थी। हमने पीएम जनमन योजना बनाकर स्पेशल एफर्ट शुरू किया है। वो लोग जिन्होंने तीन-तीन, चार-चार पीढ़ी में घर नहीं देखा था, जिनका कोई अता-पता नहीं था, वो झुग्गी-झोपड़ी व फुटपाथ में जिंदगी गुजारते थे। ऐसे 4 करोड़ परिवार को हमने एड्रेस दिया है। और जब जिंदगी में घर का पता तय हो जाता है तो मंजिल का पता अपने आप बनने लगता है। हम ऐसे गाँवों में जाकर इन्हें अपने साथ जोड़ना चाहिए।

आदरणीय प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे सामने 18 से 25 वर्ष के आयु के जवान, मेरे 2047 के सपने के सबसे बड़ी शक्ति का स्रोत है। इसलिए उन्हें विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जोड़ना है, नेशन फर्स्ट के विचार से जोड़ना है। आज का युवा वर्ग नए भारत में नई आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है और हमें इन सपनों और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करना होगा।

श्री मोदी ने कहा कि हम सिर्फ चुनावी मशीन नहीं हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो देशवासियों के सपनों को सींचा करते हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो अपने आप को खपा कर देश के सपनों को संकल्प और संकल्प को सिद्धि तक ले जाने की यात्रा में अपने आप को डुबो देते हैं। आपको सदस्यता अभियान की शुरुआत सबसे कमज़ोर मतदान केंद्र से करनी चाहिए जहाँ आपको सबसे कम वोट मिले हों। चुनौतियों को चुनौती देना भाजपा की रगों में है! जहाँ लोग भाजपा को स्वीकार करते हैं, वहाँ सदस्य बनाना आसान है। हालाँकि, हमें वहाँ सदस्य बनाने की ज़रूरत है जहाँ हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आज देश के गरीब का सबसे अधिक विश्वास हमारी नीतियों, निर्णयों और हमारे अपनाए हुए रास्तों के परिणामों में है। इसलिए हमें उस सामर्थ्य के साथ आगे बढ़ना है। मुझे पूरा विश्वास है कि ये सदस्यता अभियान पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेगा।