प्रधानमंत्री जी ने महिलाओं के सम्मान और उनके सशक्तिकरण को हमेशा प्राथमिकता दी है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने आज भाजपा की महिला मोर्चा की कार्यसमिति बैठक के समापन सत्र को वर्चुअली संबोधित किया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा मातृशक्ति के कल्याण के लिए उठाये गए क़दमों की विस्तार से चर्चा करते हुए महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का राष्ट्र निर्माण और देश की विकास यात्रा में सारथि बनने का आह्वान किया। देहरादून में आयोजित इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री बी. एल. संतोष, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री दुष्यंत गौतम और महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती वनाथी श्रीनिवासन के साथ-साथ मोर्चे की सभी पदाधिकारी उपस्थित रहीं। 

कार्यसमिति बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि हमारी संस्कृति में मातृशक्ति का सम्मान आदिकाल से ही है। मातृशक्ति को संपूर्ण सृष्टि का आधार और आत्मा कहा गया है जिसका वर्णन वेदों, उपनिषदों, पुराणों और हमारे साहित्यों में आता है। देवी शकुंतला का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं का समाज में उत्थान और उनकी विद्वता हमारे इतिहास को गौरवमयी बनाती है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारे संस्कार में महिलाओं का स्थान सबसे पहले आता है। “Ladies First” का नारा तो बहुत बाद में प्रचलित हुआ। हम बोलते हैं ‘देवी – देवता’, ‘देवता-देवी’ कभी नहीं बोलते। हम नारायण – लक्ष्मी कभी नहीं बोलते, लक्ष्मी – नारायण बोलते हैं। गौरी-शंकर, सीता-राम, राधा-कृष्ण – हर जगह हमारी संस्कृति में मातृशक्ति को प्रथम स्थान देने की परंपरा रही है। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, रानी अब्बक्का, कित्तूर चेनम्मा, रानी वेलु नाचियार, कनकलता बरुआ, वीरांगना झलकारी देवी, दुर्गा भाभी, भीकाजी कामा, बेगम हज़रत महल जैसी वीरांगनाओं के योगदान को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद संविधान निर्माण में भी महिलाओं की प्रमुख भूमिका रही।

श्री नड्डा ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में बेटियों ने दिखा दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं। पीटी ऊषा, कर्णम मल्लेश्वरी, मैरी कॉम, पीवी सिंधु, सायना नेहवाल जैसी महिला खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया है। भारत की पहली महिला डॉक्टर आनंदी गोपाल ने अपने कृतित्व से दिखाया कि बेटियाँ चाह ले तो कुछ भी असंभव नहीं। भारतीय जनता पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी मैं सभी मातृशक्ति को नमन करता हूं, उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारा स्पष्ट मानना रहा है कि किसी भी देश की प्रगति के लिए जरूरी है उस देश की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में महिलाओं की प्रमुख भूमिका। हम देश की मातृशक्ति को शिक्षित, सबल, स्वावलम्बी और स्वतंत्र बनाना चाहते हैं। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे संगठन का कार्यकर्ता हूं जहां महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित कर संगठन के विकास के साथ-साथ राष्ट्र के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाती है। हमारे यहां महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं को कोई भी जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो हम यह तय मानकर चलते हैं कि इसका परिणाम उत्कृष्ट ही आएगा, अब इस कार्यक्रम की आगे चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। भारतीय जनता पार्टी ने नारी शक्ति को पॉलिसी, प्रोग्राम, एडमिनिस्ट्रेशन और गवर्नेंस में जितना स्थान दिया, उतना किसी और पार्टी ने नहीं दिया।

श्री नड्डा ने कहा कि जब देश कोरोना त्रासदी से संघर्ष कर रहा था उस समय महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने सेवा कार्यों में बड़े पैमाने पर अपनी भागीदारी की। बड़ी मात्रा में मास्क का निर्माण कर जनता में वितरित किया। अनेक स्थानों पर भोजन एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं। आपदा की घड़ी में मानवता की सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करने वाली महिला मोर्चा की सभी कार्यकर्ताओं का मैं हृदय से अभिनंदन करता हूँ।

आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महिलाओं के सम्मान और उनके सशक्तिकरण को हमेशा प्राथमिकता दी है। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास को अपने शासन का मूल मंत्र बनाने वाले हमारे प्रधानमंत्री जी ने पिछले सात सालों में उन्होंने ऐसे कई क्रांतिकारी और ऐतिहासिक कदम उठाए, जिनसे नारी शक्ति को सशक्त बनाने की उनकी प्रतिबद्धता दिखाई देती है। वर्तमान केंद्रीय मंत्रिपरिषद में महिलाओं की कुल संख्या बढ़कर 12 है जो अब तक का एक रिकॉर्ड है। ये हमारी सरकार है जिसमें सबसे ज्यादा महिला राज्यपालों की भी नियुक्ति की गई। मोदी सरकार में रक्षा, विदेश, वित्त एवं शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग महिला मंत्रियों को दिए गए। भारतीय वायु सेना ने कॉम्बैट भूमिकाओं में महिलाओं के लिए अपने दरवाजे खोले। सरकार ने सीआरपीएफ और सीआईएसएफ में कांस्टेबल पदों पर महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की घोषणा की। यह हमारी सरकार है जिसमें आज हम ‘महिला विकास’ से आगे ‘महिला के नेतृत्व में विकास’ की बात कर रहे हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि महिला सुरक्षा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चलने वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। हमारी सरकार ने पॉक्सो एक्ट में संशोधन कर 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ रेप मामले में फांसी की सज़ा का प्रावधान किया, मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति मिली और पहली बार महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मामलों को देखने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत एक नया डिवीजन बनाया गया। देश के हर पुलिस स्टेशन में महिला सहायता डेस्क बनाने का निर्णय लिया गया। देश के हर जिले में मानव तस्करी विरोधी इकाइयां गठित करने की पहल की गई। पीड़ित महिलाओं को तुरंत सहायता मिले, इसके लिए “वन स्टॉप सेंटर्स” शुरू किया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा सरकारी स्कूलों में लड़कियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया। यौन उत्पीड़न के मामलों के लिए ऑनलाइन रिपोर्टिंग और शिकायत प्रबंधन प्रणाली शुरू की गई। महिला और बाल विकास मंत्रालय ने गृह मंत्रालय के सहयोग से साइबर अपराध पोर्टल लॉन्च किया। हमारी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए 8 शहरों में ‘सेफ सिटी प्रोजेक्ट’ को मंजूरी दी।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार ने 2015 में महिला हेल्पलाइन की शुरुआत की। अब महिलाएं 181 टोल फ्री नंबर से मदद के लिए फोन कर सकती हैं। साथ ही, महिला सुरक्षा की दिशा में बड़ी पहल करते हुए ‘एक भारत-एक इमरजेंसी नंबर’112 की शुरुआत की गई। महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध रोकने के लिए ऑनलाइन रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) शुरू किया गया। मोबाइल फोन में पैनिक बटन और जीपीएस सुविधा अनिवार्य किया गया। महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘निर्भया एप’ और ‘हिम्मत एप’ लॉन्च किया गया।

श्री नड्डा ने कहा कि जब हम महिला सुरक्षा की बात करते हैं तो हम ‘बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ’ अभियान को कैसे भूल सकते हैं! इस एक अभियान ने न केवल लोगों में बेटियों की सुरक्षा और बेटियों को पढ़ाने की भावना जागृत की बल्कि इससे भ्रूण हत्या में भारी कमी आई, लिंगानुपात बेहतर हुआ और ड्रॉप आउट रेशियो में भी कमी आई। ‘बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत ही सुकन्या समृद्धि योजना की भी शुरुआत की गई जो बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए परिवार का संबल बन कर उभरी है। इसी तरह दिव्‍यांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016, दिव्‍यांग व्यक्तियों के लिए समानता और भेदभाव न करने की गारंटी देता है। 

आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि स्मारकों पर महिला पर्यटकों को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने कई प्रावधान किए हैं। लाल किला और ताजमहल जैसे कुछ प्रमुख स्मारकों में महिलाओं के लिए अलग प्रवेश और निकासी द्वार बनाया गया है। महिला यात्रियों की तलाशी के लिए प्रवेश द्वार पर महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जा रही है। मैं बेटियों के सम्मान और उनकी सुरक्षा हेतु उठाये गए क़दमों के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ। 

श्री नड्डा ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने कार्यकाल में बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं विकास से लेकर राष्ट्र उत्थान एवं राष्ट्र गौरव में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए अनवरत कार्य किया है। उज्ज्वला योजना मातृशक्ति के सशक्तिकरण का अनुकरणीय उदाहरण सिद्ध हुआ है। 11 करोड़ के लगभग शौचालय बना कर हमारी सरकार ने महिलाओं को सम्मान के साथ सुरक्षित जीवन जीने का अवसर दिया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी स्कूलों में छात्राओं के लिए अलग से शौचालय का निर्माण किया गया है। इससे भी छात्राओं के ड्रॉप ऑउट में कमी आई है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जन-धन योजना के तहत अब तक लगभग 43 करोड़ से अधिक बैंक एकाउंट खोले जा चुके हैं जिसमें 23 करोड़ से अधिक खाते महिलाओं के हैं। कोरोना की आपदा के समय सभी महिला जन-धन खाता धारकों के एकाउंट में पांच-पांच सौ रुपये की तीन किस्तें अर्थात् 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी गई। इसका मतलब यह कि केवल कोरोना कालखंड में देश की 20 करोड़ से अधिक महिलाओं को लगभग 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि दी गई। आज लाभार्थियों को उनका अधिकार सीधे उनके बैंक एकाउंट में बिना किसी बिचौलिए के पहुंचता है। देश के लगभग 10 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक एकाउंट में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत 9 किस्तों के रूप में डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है।

श्री नड्डा ने कहा कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से लाभांश की चोरी ख़त्म हुई है और सही जरूरतमंदों तक सरकार की सहायता और योजनाओं का लाभ पहुँच रहा है। जन-धन, आधार और मोबाइल ने फर्जी लाभार्थियों को ख़त्म करने के साथ-साथ भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगाया है। 2020 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेएएम की तिकड़ी की मदद से डीबीटी की ओर बढ़ते कदम से सरकार ने विभिन्न योजनाओं में पिछले छह साल में 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये की बचत की। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 19 करोड़ से अधिक खातों में लगभग साढ़े 6 लाख करोड़ रुपये महिलाओं को सस्ते ऋण के रूप में दिए गए ताकि वह स्वरोजगार अपना कर अपने पांवों पर खड़ी हो सकें। स्टैंड-अप योजना के तहत लगभग 1 लाख महिला उद्यमियों को 21 हज़ार करोड़ रुपये अब तक दिए जा चुके हैं। कोरोना काल में कोई महिला देश में ऐसी न हो जो अपने बच्चों को भोजन न दे सके, इसलिए 80 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई। इस वर्ष भी मार्च से लेकर नवंबर, अर्थात् दिवाली तक देश के 80 करोड़ लोगों को जरूरत के अनाज मुफ्त उपलब्ध कराये जा रहे हैं। साथ ही, सरकार ने वन नेशन – वन राशन कार्ड योजना की भी शुरुआत की है ताकि देश में कहीं भी रह रहे गरीब अपने राशन कार्ड पर अपना राशन ले सकें। ये एक बहुत बड़ी ‘गेमचेंजर’ योजना साबित हो रही है और इसका सबसे अधिक फायदा गरीब महिलाओं को हो रहा है।

आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने हर कदम पर महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य किया है चाहे वह मातृ वंदन कार्यक्रम हो, परिवार विकास मिशन हो, 6 माह का गर्भावस्था अवकाश देना हो या फ्री एम्बुलेंस तथा फ्री डिलीवरी की सुविधा के साथ-साथ 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता। 

श्री नड्डा ने कहा कि मैं विपक्ष पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके सम्मान के लिए उनकी नीतियां क्या हैं। विपक्ष पर बात करने से कोई फायदा नहीं, हमें अपनी ओर से समाज में उदाहरण प्रस्तुत करने की आवश्यकता है लेकिन मैं इतना जरूर कहना चाहता हूँ कि राजनीतिक पंडितों को, विश्लेषकों को अन्य सरकारों से हमारी सरकार का तुलनात्मक अध्ययन जरूर करना चाहिए कि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के आने से समाज में क्या बदलाव आया है। हमारी सरकार में जाति और राजनीति के आधार पर कार्रवाई नहीं होती, कानून के अनुसार न्याय होता है। हमारी सरकार में अपराधियों का बच पाना नामुमकिन है जबकि राजस्थान, महाराष्ट्र और बंगाल की सरकारों में हो रहे अन्याय और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर उनका रवैया हम देख ही रहे हैं।

महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं से राजमाता श्रद्धेय विजया राजे सिंधिया जी को अपना आदर्श मान कर पार्टी के लिए कार्य करने का संदेश देते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राजमाता ने जन संघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक, पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अपने आप को पूरा झोंक दिया था। उन्होंने तब पार्टी के लिए काम किया जब दूर-दूर तक चुनावों में पार्टी की जीत की कोई विशेष उम्मीद न थी लेकिन न तो उन्होंने अपने उत्साह में कमी आने दी और न ही पार्टी कार्यकर्ताओं के उत्साह में।

श्री नड्डा ने महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा महिला उत्थान और मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए किये गए एक-एक कार्य को हमें घर-घर पहुंचाना है। हम महिलाओं को सामाजिक और राजनैतिक काम के लिए प्रेरित करे ताकि उनकी सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक भागीदारी बढ़े। महिला मोर्चा कॉलेजों में, स्कूलों में महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर परिचर्चा कर सकती है और उनके रास्ते में आने वाली कठिनाइयों पर उनके सुझाव ले सकती हैं ताकि हम उसके आधार पर नीतियों को और प्रभावी बना सकें। भाजपा की महिला मोर्चा महिला शिक्षा तथा स्वास्थ्य के विषयों पर कार्यक्रम की रचना करनी चाहिए। कन्या भ्रूण हत्या, दहेज़, घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ हमें दृढ़ता से काम करने की जरूरत है। महिला मोर्चा को सेल्फ हेल्प ग्रुप्स और अन्य महिला संगठनों के साथ संवाद को लगातार बढ़ाना चाहिए। इसके लिए हमें समय-समय पर कार्यक्रमों की रचना भी करनी चाहिए। महिला मोर्चा ने पोषण अभियान को हाथ में लिया है, इसे हमें हर हाल में सफल बनाना है।