प्रधानमंत्रीजी ने भारत की विदेश नीति को ‘‘राष्ट्र प्रथम’’ के सिद्धांत पर आगे बढ़ाया है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज बुधवार को सुषमा स्वराज भवन, नई दिल्ली में “Modi: Shaping a Global Order in Flux” पुस्तक को लॉन्च किया और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में वैश्विक परिवेश में भारत के बढ़ते कद और वैश्विक समस्याओं के समाधान में भारत की अग्रणी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। “Modi: Shaping a Global Order in Flux” की प्रस्तावना भारत के विदेश मंत्री श्री एस. जयशंकर जी ने लिखी है जबकि इसके संपादक श्री सुजान चिनॉय (मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस के महानिदेशक), श्री विजय चौथाईवाले (भाजपा के विदेश मामलों के प्रभारी) और श्री उत्तम कुमार सिन्हा (मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस में फेलो और प्रसिद्ध शिक्षाविद) हैं। कार्यक्रम में संपादकों के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं राज्य सभा सांसद श्री अनिल बलूनी सहित कई गणमान्य एवं विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे।

श्री नड्डा ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कैसे निर्णायक फैसले लेते हुए और चुनौतियों को देश के लिए अवसर में तब्दील करते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश को सशक्त और मजबूत बनाया है, किस तरह उन्होंने देश के आम लोगों को सशक्त किया है, गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी, युवा एवं महिलाओं का सशक्तिकरण किया है, इसकी सम्पूर्ण यात्रा का वर्णन इस पुस्तक “Modi: Shaping a Global Order in Flux” में किया गया है। इतना ही नहीं, इस पुस्तक में इस बात का भी विस्तार से जिक्र किया गया है कि किस तरह से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाये हैं।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि विजय चौथाईवाले जी, सुजान चिनॉय जी और उत्तम कुमार सिन्हा जी ने बहुत ही सही ढंग से इन बातों को रखा है कि कैसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि बदली है। पहले दुनिया का भारत के प्रति अच्छा नजरिया नहीं था। चौथाईवाले जी ने क्रोनोलॉजिकल ऑर्डर में बताया है कि किस तरह आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वैश्विक प्लेटफॉर्म पर भारत की तस्वीर बदलती चली गई।

श्री नड्डा ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किस तरह भारत की तस्वीर बदली है, उसे समझने के लिए हमें उससे पहले की भारत की स्थिति को समझना पड़ेगा। 9 साल पहले देश की अर्थव्यस्था नीचे की ओर जा रही थी, हमारी इकॉनमी ‘फ्रेजाइल फाइव’ कहलाती थी, देश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था, देश की सुरक्षा खतरे में थी, आये दिन आतंकी हमले हो रहे थे और सबसे दुखद बात ये थी कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय प्रधानमंत्री की छवि में भी गिरावट आई थी। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक मुश्किल परिस्थिति में भारत का नेतृत्व संभाला और भारत को दुनिया के अग्रिम देशों की पंक्ति में प्रतिष्ठित किया। 9 वर्षों में ही फ्रेजाइल फाइव से भारत ने ‘टॉप 5’ की यात्रा पूरी की है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विदेश नीति और विदेश मामलों को बेहतरीन तरीके से दिशा-निर्देशित किया। दुनिया के कई देशों से भारत के संबंध शुरुआत से ही प्रगाढ़ रहे हैं लेकिन कई दशकों से भारतीय प्रधानमंत्री उन देशों में गए ही नहीं थे और इस तरह मित्र देशों के साथ भी हमारे संबंधों में शिथिलता आ गई थी। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस खाई को पाटा और पड़ोसी देशों के साथ-साथ अन्य देशों और खाड़ी के देशों के साथ भी संबंध को और प्रगाढ़ किया। हमारी सरकार आने से पहले इजरायल जाने की हिम्मत किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं की। ऐसा केवल और केवल वोट बैंक की राजनीति की वजह से हुआ। आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत के हितों को तरजीह दी और इजरायल के साथ सुरक्षा संबंधों को और मजबूत बनाया। साथ ही, उन्होंने फिलिस्तीन के साथ भी संबंधों को प्रमुखता दी। उन्होंने अपनी विदेश नीति को इस बात के केंद्र में रखा कि किस तरह भारतीय चिंतन को लेकर देश वैश्विक स्तर पर एक शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित हो। पिछले साढ़े 8 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 100 से अधिक विशेष यात्राएं करके 60 से अधिक देशों की यात्रा की। उन्होंने सभी पड़ोसी देशों की भी यात्राएं की। इससे पड़ोसी देशों और भारत के बीच आपसी समझ बेहतर हुई। हमारे केवल औपचारिक राजनयिक संबंध ही स्थापित नहीं हुए बल्कि अनौपचारिक एवं सहज दोस्ती वाले संबंध भी बने और उन देशों के साथ भारत के संबंध पहले भी अधिक मजबूत बने। इस दौरान कई देशों के साथ नए आयाम को लेकर रणनीतिक संबंध बने और साझेदारी भी हुई जिनमें अमेरिका, जापान, फ्रांस, यूएई आदि देशों के बीच रणनीतिक एवं अन्य साझेदारी संबंध पहले की तुलना में और अधिक बेहतर हुए।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नयी शुरुआत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के समाधान के लिए वैश्विक सहयोग को भी प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री जी ने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ व्यक्तिगत मुलाक़ात की और द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के बेहतरीन कम्युनिस्केशन स्किल के बल पर भारत के बारे में अन्य देशों की समझ बेहतर हुई और संवाद में निरंतरता आई। बहुत लंबे समय तक भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज कराने में हिचकते रहा था लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कई मुद्दों पर स्पष्ट स्टैंड लिया और भारतीय उपस्थिति को मजबूती से प्रस्तुत किया। साथ ही, उन्होंने इस विषय को भी गंभीरता से रखा कि भारत क्या चाहता है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दरान जो स्टैंड लिया, उसकी दुनिया के कई देशों ने सराहना की। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में किस तरह भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर दुनिया का नजरिया भारत के प्रति बदला है, हमें इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। भारत की वैश्विक परिप्रेक्ष्य में बढ़ती भागीदारी के वजह पाकिस्तान कई मुद्दों पर दुनिया में अलग-थलग हुआ। वैश्विक परिप्रेक्ष्य पर भारत की स्थिति पाकिस्तान से बहुत आगे बढ़ चुकी है और पूरा विश्व आज भारत के विचारों को बहुत ही ध्यान से सुनता है और उसकी कद्र करता है। आतंकवाद के मुद्दे को लेकर भी आज पाकिस्तान दुनिया के बिलकुल अलग-थलग पड़ गया है।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने दुनिया के साथ भारत के संबंध को बेहतर करने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर कार्य किये। दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ कैसे वार्ता की जाए कि संबंध बेहतर बने, यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी बहुत जी बहुत अच्छे तरीके से जानते हैं। यही वजह है कि यमन से भारतीय बंधकों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कराई जा सकी। यहाँ भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सूत्र को चरितार्थ करते हुए दुनिया के अन्य देशों के नागरिकों का भी रेस्क्यू किया। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री जी ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंसकी, दोनों के साथ वार्ता की और भारतीय छात्रों की सुकुशल वापसी सुनिश्चित की। 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज भारत दुनिया के सभी बहुपक्षीय प्लेटफॉर्म्स पर एक महत्वपूर्ण सहयोगी की भूमिका अदा कर रहा है। आज भारत प्रतिष्ठित ग्रुप G-20 का नेतृत्व कर रहा है। प्रतिष्ठित G-7 समिट में भारत लागातर आमांत्रित सदस्य रहा है। क्वाड के गठन से लेकर स्ट्रेटिजिकल पॉलिसी मेकिंग तक में भारत की आज एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। SCO और BRICS में भारत अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करते हुए सक्रिय योगदान दे रहा है। मैं जब केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री था, तब भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में मुझे जर्मनी में आयोजित जी-20 की बैठक में शामिल होने का अवसर मिला है। कई बार स्वास्थ्य मंत्री के रूप में ब्रिक्स की बैठकों में भी जाने का अवसर मिला है। मैंने बहुपक्षीय और महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म्स पर भारत के बारे में दुनिया के नजरिये में आये बदलाव को महसूस किया है। आज भारत उस वक्त G-20 की अध्यक्षता कर रहा है जब वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बाद दुनिया कई चुनौतियों से जूझ रही है और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया में सप्लाई-चेन भी प्रभावित हो रहा है। मेरे अनुसार, आने वाले समय में जी-20 की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारत की आवाज बहुत ही मत्वपूर्ण होंगे। लोगों को पूरी आशा है कि दुनिया में उठ रहे चुनौतियों को भारत अच्छे ढंग से जबाव देगा और उसके समाधान की दिशा में कार्य करेगा।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत दुनिया के दक्षिण हिस्से में बसे देशों की सशक्त आवाज बनकर उभरा है। भारत दुनिया के दक्षिणी देशों के मुद्दों को विश्व पटल पर रखते हुए निश्चित रूप से उसके समाधान की दिशा में भी आगे बढ़ेगा। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत दुनिया के एक सॉफ्ट पॉवर के रूप उभर रहा है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी भारत की महान संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, आयुर्वेद, योग, टूरिज्म सर्किट, मिलेट्स आदि को लेकर आगे बढ़े हैं। हमारे प्रधानमंत्री जी के योग दिवस के प्रस्ताव को पूरी दुनिया ने स्वीकार किया। आज यूएई में मंदिर बना है। यह दर्शाता है कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की इच्छाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया जा रहा है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वैश्विक पटल पर भारत को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है लेकिन इन सभी चुनौतियों से हमारे प्रधानमंत्री जी बखूबी निबटे हैं। उरी और पुलवामा में हुए सीमा पार के कायराना आतंकी हमलों का जावाब जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के जरिए दिया तो दुनिया ने भारत का लोहा माना। इससे पूरे विश्व में यह संदेश दिया कि भारत विपरीत परिस्थितियों में कठोर निर्णय एवं निर्णायक कदम उठाने में हिचकेगा नहीं और उसका डट कर मुकाबला करेगा।

श्री नड्डा ने कहा कि जब मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री था, तब एक अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में भाग लेने मैं विदेश गया हुआ था जहाँ स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हो रही थी। तब मैंने वहां पर भारत के हेल्थ कवरेज ‘आयुष्मान भारत’ के बारे में बताया जो देश के लगभग 55 करोड़ लोगों को हर साल पांच लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य बीमा दे रहा है तथा इस योजना की सभी सुविधाएं लाभार्थियों तक पहुंचाने का डिजिटल मैकेनिज्म तैयार है। आज दुनिया के डिजिटल क्षेत्र में भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है। अब भारत में बने पेमेंट गेटवे ‘रुपे’ कार्ड से दुनिया में रुपये में भुगतान हो रहा है। दुनिया के कई देशों ने भारतीय डिजिटल पेमेंट UPI को अनुमति दी है और UPI से उन देशों में लेन-देन भी शुरू हो गया है। आज दुनिया में होने वाले डिजिटल ट्रांजेक्शन का 40 प्रतिशत लेन-देन भारत में हो रहा है। कोरोना काल के दौरान कोविन एप तो पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन गई थी। भारत ने कई देशों को इसके ओपन सोर्स दिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की नई सोच विकसित हुई कि कोई भी तकनीक को अपने तक सीमित नहीं रखना है बल्कि उसे पूरी दुनिया के साथ मानवता के कल्याण के लिए साझा करना है ताकि पूरी दुनिया के लोग उससे लाभान्वित हो सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गुजरात के जामनगर में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसीन की स्थापना की है। यह दुनिया का पहला ट्रेडिशनल मेडिसीन सेंटर है जिसे दुनिया ने मान्यता दी है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आरंभ किया है। यह इसलिए संभव हो पाया कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हमारी पारंपरिक औषधियों और पारंपरिक चिक्तित्सा को प्रोत्साहित किया।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर भी दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी हमारे प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद दिया है कि श्री मोदी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अग्रणी और सकारात्मक भूमिका निभा रहे हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कॉप 26 में  ‘लाइफ’ (LIFE) आंदोलन शुरू करने की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिसका अर्थ है ‘पर्यावरण के लिए जीवन शैली। यह प्राकृतिक संसाधनों के नासमझ और विनाशकारी खपत के बजाय सावधानीपूर्वक और सोद्देश्य उपयोग के लिए आग्रह करता है। इसके तहत भारत ने पंचामृत का लक्ष्य रखा है – वर्ष 2030 तक 500GW गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करना, वर्ष 2030 तक अक्षय ऊर्जा से अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत प्राप्त करना, कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में अब से वर्ष 2030 तक एक अरब टन की कमी करना, वर्ष 2005 के स्तर की तुलना में वर्ष 2030 तक अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेंसिटी में 45 प्रतिशत की कमी करना, और वर्ष 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करना। भारत ने खुद ही यह डिक्लेयर किया है कि 2070 तक भारत नेट जीरो इमिशन वाला राष्ट्र होगा। यह हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि दुनिया के जलवायु परिवर्तन में सुधार करने के प्रति भारत कितना कटिबद्ध है।

श्री नड्डा ने कहा कि अभी हाल ही में एयर इंडिया ने 500 से अधिक कमर्शियल एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए बोइंग और एयरबस से समझौता किया है। दुनिया के सबसे बड़े एवियेशन डील के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद दिया कि इससे अमेरिका में लगभग 10 लाख रोजगार का सृजन होगा। फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों ने भी भारत का धन्यवाद बताते हुए कहा कि इससे भारत-फ़्रांस की दोस्ती में एक नए युग की शुरुआत होगी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि भारत कुछ ही समय में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। यह बताता है कि भारत कैसे दुनिया के बड़े और विकसित देशों की अर्थव्यवस्था पर भी अपना प्रभाव डाल रहा है। आज दुनिया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के बहुआयामी और निर्णायक नेतृत्व में भारत की ओर देख रहा है। आप सबको ये पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए। इसमें काफी अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया गया है कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल में कैसे भारत की छवि बदली है और भारत एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरा है।