प्रधानमंत्री ने 130 करोड़ भारतवासियों को उम्मीद की रोशनी दी है : जगत प्रकाश नड्डा

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वैश्विक महामारी कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण काल में जब एक अंधकार युग, भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया और मानवता के लिए एक बड़ा खतरा बनने लगा था, तब ऐसी विषम और विकट परिस्थितियों में महानायक आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 130 करोड़ भारतवासियों को उम्मीद की रोशनी दी। उन्होंने विश्वास की किरणों से देशवासियों को ना सिर्फ जीत में यकीन कराया, बल्कि कोविड के विरुद्ध अभेद्य किले का निर्माण कर समस्त देशवासियों को सुरक्षित भी किया और देश के अर्थचक्र की गति को भी रुकने नहीं दिया।

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोविड को परास्त करने के लिए Pro-Active और pre-emptive measures लेते हुए 14 अप्रैल 2020 को ही “वैक्सीन टास्क फ़ोर्स” गठित कर दिया था। 8 नवंबर 2020 को माननीय प्रधानमंत्री जी ने कोविड वैक्सीन निर्माण की तीनों फैसिलिटी सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक और जायडस बायोटेक का दौरा किया और वैक्सीन निर्माण का जायजा लिया। टास्क फ़ोर्स के गठित होने के 9 महीने के भीतर ही भारत ने न केवल दो-दो विश्वस्तरीय मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन का निर्माण किया बल्कि 278 दिनों में ही 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर पूरी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है।

भारत में ‘ये नहीं हो सकता’ से ‘हम यह कर सकते हैं’ और ‘ये होकर रहेगा’ का सफ़र इतना आसान नहीं था लेकिन तमाम बाधाओं और चुनौतियों को पार करते हुए श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने देशवासियों को यह अहसास दिलाया है कि अगर 130 करोड़ देशवासी ठान लें तो भारत कदम-कदम पर सफलता के नए अध्याय जोड़ सकता है और देश को हर मुश्किल से निजात दिलाई जा सकती है।

माननीय प्रधानमंत्री जी को पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा था कि तय समय में वैक्सीन बन जायेगी लेकिन विपक्ष को भरोसा नहीं था और वे लगातार इस प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने में लगे रहे लेकिन तमाम बाधाओं और चुनौतियों को पार करते हुए हमने यह मुकाम हासिल किया है। 16 जनवरी 2021 से भारत में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हुआ। इसके बाद 19 फरवरी को एक करोड़, 11 अप्रैल को 10 करोड़, 12 जून को 25 करोड़, 6 अगस्त को 50 करोड़, 13 सितंबर को 75 करोड़ और आज 21 अक्टूबर को भारत ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा और हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना वॉरियर्स के अथक परिश्रम से भारत ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार कर एक नया कीर्तिमान रचा है।

पूरे यूरोपीय संघ में अब तक जितने कोविड वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर किये गए हैं, उससे भी कहीं अधिक टीके भारत ने लगाए हैं। अमेरिका में हुए कुल वैक्सीनेशन से लगभग ढाई गुना अधिक वैक्सीनेशन हम कर चुके हैं। हिमाचल प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड, सिक्किम, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, लद्दाख और लक्षद्वीप ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों के कम एक खुराक के साथ 100% टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

पिछले कुछ हफ्तों में भारत, कम से कम पांच बार एक दिन में एक करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार करने में कामयाब रहा है जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड है। 17 सितंबर को हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिन पर समग्र राष्ट्र ने वैक्सीनेशन के यज्ञ रूपी ‘जन अभियान’ में अपनी समग्र भागीदारी देते हुए एक दिन में ढाई करोड़ से अधिक नागरिकों का टीकाकरण करके देश को एक नया कीर्तिमान स्थापित करने में मदद की।

यह समय फिर से हमारे वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की सफलता की सराहना करने का है, जिन्होंने रिकॉर्ड समय में टीके विकसित किए। यह समय फिर से हमारे पैरामेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मचारियों के साहस और समर्पण का सम्मान करने का है जिन्होंने इतनी कम अवधि में 100 करोड़ टीकाकरण के मील का पत्थर पार करने में हमारी मदद की। आइए, हम सब मिल कर भारत को 100 करोड़ उम्मीद की किरण देने की उपलब्धि का जश्न मनाएं। आइए, हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में इस महामारी को हराने के लिए मिलकर काम करना जारी रखें और इस महामारी को समूल नष्ट करने में अपनी भागीदारी दें।

एक बार पुनः इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए मैं सभी देशवासियों को बधाई देता हूँ। कोविड को परास्त करने में परिश्रम की पराकाष्ठा के लिए सभी हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना वॉरियर्स को साधुवाद देता हूँ। और, देश को चुनौतियों से निबटने, इसे अवसर के रूप में तब्दील करने और देश का कदम-कदम पर मार्गदर्शन करने के लिए मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का व्यक्तिगत रूप से और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से हार्दिक अभिनंदन करता हूँ।