सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ही हमारी सरकार का मूल मंत्र है:

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी आज शनिवार को भाजपा के संयुक्त मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हेतु दो-दिवसीय प्रवास पर बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पहुंचने पर उनका पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं की अपार भीड़ एयरपोर्ट के बाहर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए इंतजार कर रही थी। आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रेम, समर्थन, आशीर्वाद और अपने भव्य स्वागत से अभिभूत दिखे। एयरपोर्ट से लेकर ज्ञान भवन तक चप्पे-चप्पे पर भाजपा के होर्डिंग-बैनर और तोरणद्वार लगे हैं। ज्ञान भवन को भी शानदार तरीके से सजाया गया है। 

 

पटना पहुँचते ही श्री नड्डा सबसे पहले देशरत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात् उन्होंने जेपी गोलंबर तक भव्य रोड शो किया। सड़क के किनारे दोनों ओर भारी भीड़ थी। पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर श्री नड्डा के काफिले की अगवानी की। इस दौरान पूरा इलाका भाजपा के झंडे से पट गया था और आसमान भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारे से गुंजायमान हो रहा था। श्री नड्डा के रोड शो पर राज्य की जनता द्वारा पुष्पवर्षा भी की गई। रोड शो में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ बिहार के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री संजय जायसवाल, बिहार के उप-मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद श्री रविशंकर प्रसाद, बिहार सरकार में मंत्री श्री नितिन नवीन, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख एवं बिहार विधान परिषद् के सदस्य डॉ संजय मयूख एवं पटना से भाजपा सांसद श्री रामकृपाल यादव सहित बिहार भाजपा के सभी बड़े नेता उपस्थित थे। बिहार में हाल के वर्षों में पहली बार पार्टी स्तर पर ऐसा भव्य राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इन कार्यक्रमों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है।

 

ज्ञान भवन पटना में भाजपा की सभी मोर्चाओं की राष्ट्रीय कार्यकारिणी आज से शुरू हो रही है जो कल सपाप्त होगी। देश भर से लगभग 750 से अधिक मोर्चा पदाधिकारी इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। इससे पहले देशभर से आए बीजेपी के सभी मोर्चों के नेताओं ने दो दिन राज्य के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी सरकार एवं राज्य की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया।

 

भव्य रोड शो के पश्चात् माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष मौर्या होटल, पटना पहुंचे। यहाँ उन्होंने रेंडम वेरियेवल फाउंडेशन के तत्वावधान में ग्राम संसद बिहार चैप्टर-II का उदघाटन किया। इस परिचर्चा कार्यक्रम में बिहार के कई गाँवों से आये हुए मुखिया शामिल हुए। इस कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्र में बदलाव और विकास लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु व्यापक चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, बिहार के उप-मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, उप-मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री अरुण सिंह, केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री श्री नित्यानंद राय, बिहार सरकार में मंत्री श्री मंगल पांडे, सैयद शाहनवाज हुसैन, श्री सम्राट चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद श्री रविशंकर प्रसाद, बिहार सरकार में मंत्री श्री नितिन नवीन एवं ग्राम संसद के सूत्रधार डॉ संजय मयूख भी उपस्थित थे।

 

ग्राम संसद को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि ग्राम स्वराज की जो कल्पना पूज्य बापू महात्मा गाँधी ने की थी, उस वैचारिक पृष्ठभूमि को सही मायने में जमीन पर उतारने का काम भारतीय जन संघ और भारतीय जनता पार्टी ने किया है। कांग्रेस पार्टी कभी कॉर्पोरेट फार्मिंग की बात करती है तो कभी कलेक्टिव फार्मिंग की लेकिन देश के गाँव, गरीब और किसान की अंतरात्मा को पहचानने और उन्हें सशक्त बनाने में कांग्रेस पार्टी असमर्थ रही। आदरणीय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने राष्ट्रवाद की अलख जगाई थी और देश को एक वैकल्पिक विचारधारा दी थी, उसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सिद्धांत से जोड़कर समग्र राष्ट्र के उत्थान का मार्ग बताया। हमारी जितनी भी सरकारें आई चाहे राज्य में अथवा केंद्र में, सबके शासन के चिंतन में अंत्योदय और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का ही भाव रहा। अंत्योदय की कल्पना को भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने ही जमीन पर चरितार्थ किया। श्रद्धेय नानाजी देशमुख ने चित्रकूट में ग्रामोदय का विषय उठाया और उन्होंने 500 गाँवों को स्वाबलंबी बनाने की दिशा में काम शुरू किया। मैं आप सभी ग्राम प्रतिनिधि से आग्रह करना चाहूंगा कि आप एक बार चित्रकूट जाएँ और देखें कि श्रद्धेय नानाजी देशमुख ने ग्राम विकास पर किस तरह से काम कर गाँवों का कायाकल्प किया। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी उन्हीं के बताये रास्ते पर चलते हुए विकास की मुख्यधारा से पीछे छूट गए गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी, युवा एवं  महिलाओं को विकास की अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए समर्पित भाव से काम कर रहे हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ही श्री नरेन्द्र मोदी सरकार का मूल मंत्र है।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हर ग्राम पंचायत के सुधार के लिए श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने कई कदम उठाये हैं ताकि गाँवों का सशक्तिकरण हो, ग्राम विकास में पारदर्शिता आये और महात्मा गाँधी का ‘ग्राम स्वराज’ का सपना साकार हो सके। ग्रामीण विषयों को लेकर हमारी सरकार ने एक सिंगल इंटरफेस बनाया है और इसके माध्यम से देश के सभी पंचायतों की तस्वीर बदलने का काम हमारा ग्रामीण विकास मंत्रालय कर रहा है। अब तक 2,63,000 पंचायत के प्रोफाइल पोर्टल पर अपलोड हो चुके हैं। ग्राम स्वराज अभियान के लिए लगभग 5.90 लाख करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं और इससे सभी निर्वाचित जन-प्रतिनिधियों को भी जोड़ा गया है। हमारी सरकार का मुख्य मकसद ग्राम विकास की ऐसी योजनायें तैयार करना है जिससे जमीन पर बदलाव आये और इसके लिए फंड की कोई कमी न हो। पहले गाँवों के विकास की योजनायें प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) बनाते थे और जिला स्तर के अधिकारी इसके लिए राशि मुहैया कराते थे लेकिन श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में गाँवों के जनप्रतिनिधि आम सभा बुलाकर अपने-अपने गाँवों के विकास की योजनायें बनाते हैं और सरकार सीधे पंचायतों तक विकास के लिए राशि पहुंचा रही हैपहले की सरकारों द्वारा पंचायत के लिए जितना पैसा दिया जाता था, अब श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में वह पांच गुना बढ़ गया है। पहले पंचायत में प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष औसतन ₹52 खर्च होते थे लेकिन आज यह बढ़ कर ₹674 हो गया है।

 

श्री नड्डा ने कहा कि गाँव के लोगों ने कभी नहीं सोचा होगा कि देश के कभी स्वामित्व कार्ड जैसी योजना भी लागू हो सकती है। आज लगभग डेढ़ लाख गाँव इस योजना के अंतर्गत आ चुके हैं और लगभग 85 लाख लोगों को अपना प्रॉपर्टी कार्ड मिल चुका है। लगभग 41236 गाँवों में ड्रोन से प्रॉपर्टी की मैपिंग हो चुकी है। लगभग 2.20 लाख प्लॉट अब तक डिजिटल हो चुके हैं। ग्राम स्वराज अभियान योजना में 2022 से 2026 के लिए आवंटित फंड में लगभग 5,911 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। कांग्रेस की सरकारों में गाँवों के विकास के लिए केंद्र से जो पैसा भेजा जाता था, उसका 85% हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता था। हमारी सरकार में पूरा पैसा बिना किसी बिचौलिए के सीधे लाभार्थी तक पहुंचता है। हमारी सरकार में पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। अब तक लगभग 1.77 लाख ग्राम पंचायत फाइबर इंटरनेट से जुड़ गए हैं और अब डिजिटल पेमेंट्स हो रही है। किसी ने भी कल्पना नहीं की थी कि ऑप्टिकल फाइबर गाँव में पहुँच भी सकेगा। लगभग पांच लाख कॉमन सर्विस सेंटर अभी गाँवों में काम कर रहे हैं। यह है बदलता भारत! 

 

बिहार के विकास में आये आमूल-चूल बदलाव को रेखांकित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में कनेक्टिविटी की समस्या अब बीते जमाने की बात हो चली है। हमारी सरकार ने लगभग 11 करोड़ इज्जत घर बना कर सम्मान से महिलाओं को जीने का अधिकार दिया है। इसी तरह उज्ज्वला योजना के तहत हमारी सरकार ने लगभग 9 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया जिससे उन्हें धुएं से आजादी मिली और उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिली। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बिहार में लगभग 10,000 किमी सड़क बनी है। गाँवों तक पक्की सड़कों के लिए क्यों देश को श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार की प्रतीक्षा करनी पड़ी? श्रद्धेय अटल जी की सरकार के बाद कांग्रेस की यूपीए सरकार ने 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को रोक कर रखने का पाप किया। इस योजना में पुनः तेजी तब आई जब केंद्र में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। इसलिए यदि विकास को जमीन पर किसी ने पहुंचाया और या विकास का कोई संवाहक बना है तो वह केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं। We are the champions of development. हमारी सरकारों ने ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

श्री नड्डा ने कहा कि ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने भारत जैसे विशाल देश को कोरोना की विभीषिका से बचाया। ये उन्हीं का प्रयास है कि आज देश में 200 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर हो चुका है। पहले किसी भी बीमारी के टीके को हिंदुस्तान पहुँचने में वर्षों लग जाते थे लेकिन कोरोना के दस्तक देने के बाद आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से पहली बार देश में केवल 9 महीने में ही दो-दो विश्वस्तरीय टीके विकसित हुए और इनका रोलआउट भी हुआ। यह दुनिया का सबसे लार्जेस्ट और फास्टेस्ट वैक्सीनेशन अभियान बना। यही नहीं, हमने दुनिया के कई देशों को वैक्सीन का निर्यात भी किया और कई देशों को मुफ्त में भी वैक्सीन के लाखों डोज पहुंचाए। भारत अब लेने वाले देश के रूप नहीं बल्कि देने वाले देश के रूप में जाना जाता है। यह देश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।