आज गांव सभी बुनियादी सुविधाओं से युक्त हो रहे हैं: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज आंध्रप्रदेश के राजमाहेंद्रवाराम में केंद्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं- प्रधानमंत्री जनधन योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, आंध्र प्रदेश टाउनशिप एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एपी टिडको) के तहत शहरी आवास योजना के लाभार्थियों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि आज मैं इन योजनाओं के लाभार्थियों से मिलने आया हूं ताकि यह जान सकूँ कि इन योजनाओं से उनके जीवन में कैसा बदलाव आया है। इसके साथ ही, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की शुभकामनाएं भी आप लाभार्थियों तक पहुंचाने और बताने आया हूं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी उनके साथ हर वक्त खड़े हैं और भारतीय जनता पार्टी माननीय प्रधानमंत्री जी की नीतियों को लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश में घटती गरीबी रेखा का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या आज 22% से घटकर मात्र 10% रह गई है। अर्थात 12 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से निकलकर एपीएल की श्रेणी में आ गई है और अति गरीबी रेखा से नीचे महज 0.8 प्रतिशत आबादी रह गयी है। इस परिवर्तन के पीछे मुख्य कारण है माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को गरीबों-वंचितों तक सुलभ कराना।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का संकल्प है कि देश का एक भी व्यक्ति कच्चे मकान में न रहे। सभी लोंगों के पास पक्के मकान की छत हो और उनका जीवनशैली बेहतर हो। इसी कारण गरीबों के पक्के मकान में शौचालय, बिजली कनेक्शन, किचेन, बेड रूम के साथ गैस कनेक्शन भी दिए गए। यह हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अब तक 2.5 करोड़ पक्के मकान बनाकर गरीबों को दिए गए हैं और इस साल 3 करोड़ लोगों के घर पक्के हो जाएंगे।

जनधन खातों द्वारा किस प्रकार पिछले 8 वर्षों में गरीबों का आर्थिक समावेशन कर उनका आत्मविश्वास बढ़ाया गया है इस पर प्रकाश डालते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण करते हुए कहा था कि बैंकों का राष्ट्रीयकरण होने से गरीब को बैंकिंग सुविधा मिल सकेगी। लेकिन 130 करोड़ की आबादी वाले देश में 2014 तक मात्र 2.75 करोड़ लोगों का ही बैंक खाता था। 1971 से लेकर 2014 की बैंकिंग यात्रा में महज इतने ही लोग बैंक व्यवस्था से जुड़ पाए थे। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में जनधन योजना शुरु की जिसके तहत जीरो बैंलेंस पर गरीबों के बैंक खाते खुलवाने की व्यवस्था की गयी। गरीब व्यक्ति इस वजह से बैंक खाता नहीं खुलवा पाते थे कि उसके पास बैंक में जमा करने के लिए अतिरिक्त धन नहीं होता था। जनधन योजना के तहत बहुत ही कम समय में देश की गरीब जनता ने बड़ी संख्या में बैंक खाते खुलवाए और आज बैंक खाता धारकों की संख्या 45 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। पौने तीन करोड़ बैंक खाता से छलांग लगाकर 45 करोड़ बैंक खाता तक पहुंचना दर्शाता है कि देश कैसे बदल रहा है।

पिछले आठ सालों में डायरेक्ट बेनिफीट टांसफर से 225 लाख करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के जनधन खाता में दिए गए। गरीब कल्याण योजनाओं की शत प्रतिशत राशि लाभार्थियों को सीधे मिल रही  है, इसमें कोई बिचौलिया नहीं। प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना आदि सभी योजनाओं की राशि सीधे लाभार्थियों के बैक एकाउंट में दिए जा रहे हैं, इसमें कोई बिचौलिया नहीं रहा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 10 करोड़ किसानों को हर तीन महीने पर 2 हजार रुपये की तीन किस्तों के रूप मे 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिछले दिनों शिमला से एक बटन दबाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की ग्यारहवीं किस्त, 10 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 21 हजार करोड़ रुपए दिए। ग्यारहवीं किस्त मिलाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अबतक किसानों के खाते में 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि दी जा चुकी है। कभी किसी ने सोचा नहीं था कि सरकार की ओर से किसानो को इतनी बड़ी आर्थिक सहायता मिलेगी। आज किसानों को बीज और खाद खरीदने के लिए सहकारी बैंक या किसी अन्य से उधार लेने की जरूरत नहीं पड़ती। आज किसान भाई उधार के चक्र से बाहर निकल रहे हैं क्योंकि किसानों को किसानी जरुरत पूरी करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर तीन महीने पर दो-दो हजार रुपए दिए जा रहे हैं। 

किसानों और मजदूरों को पेंशन दिया गया जो कभी किसी ने नहीं सोचा था। कभी किसी ने नहीं सोचा था कि 33 रुपए और 133 रुपए देकर प्रधानमंत्री बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत दो लाख रुपए का बीमा होगा और सामाजिक सुरक्षा मिलेगी। आज सामाजिक सुरक्षा के तहत अटल पेंशन योजना के लाभार्थियों की संख्या दो करोड़ हो गयी है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 12.76 करोड़ लोग निबंधित हुए है जबकि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 28 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा मिल रही है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 9 करोड़ बहनों को गैस का चूल्हा और सिलेंडर दिया है। इससे महिला सशक्तिकरण भी हुआ है और उनके स्वास्थ्य की भी सुरक्षा हुई है, क्योंकि चूल्हे के धूंए से उन्हें मुक्ति मिली है।

अभी जो IMF का प्रोजेक्शन आया है उसमें भारत की विकास दर 8.7% है, यह प्रोजेक्शन  कोरोना महामारी के बाद का है जबकि अमेरिका का विकास दर 4.4 प्रतिशत और यूरोप का 3.6 प्रतिशत है। कोरोना महामारी के समय जब लॉकडाउन लगा तब माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 20 करोड़ महिलाओं के जनधन बैंक खातों में तीन महीनें तक 500-500 रुपए दिए। लाकडाउन के समय से ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ जनता को प्रति महीने 5 किलो चावल, 5 किलो गेहूं और एक किलो दाल मुफ्त दिए जा रहें हैं। इन सब वजहों से आज आबादी के 12 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा निकल कर उपर उठ गए हैं। आज दुनिया में सबसे अधिक विकास दर भारत की है। कोरोना की विभीषिका के बावजूद श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश में विकास की गति को एक नया आयाम दिया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर एफडीआई तक और निर्यात से लेकर विदेशी मुद्रा भंडार तक, आर्थिक दृष्टि से हर क्षेत्र में भारत ने आमूल-चूल प्रगति की है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में देश के गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, पिछड़े, युवा एवं महिलाओं के हो रहे सशक्तिकरण के बल पर आज हर क्षेत्र में भारत आगे बढ़ रहा है। सबको समान अवसर मिले, सबको मुख्यधारा में आने का मौका मिले, ये वातावरण बनाने का काम आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।