‘प्रधानमंत्रीजी के नेतृत्व में हमारा एकमात्र लक्ष्य है अंत्योदय के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करना’

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह जी ने आज शुक्रवार को  शबरी माता जन्मजयंती के अवसर पर सतना, मध्य प्रदेश में आयोजित कोल जनजाति महाकुंभ को संबोधित किया और जनजातीय समाज के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उठाये गए इनिशिएटिव पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बीडी शर्मा, सतना के सांसद श्री गणेश सिंह, जनजातीय मंत्री सुश्री मीना सिंह, श्री रामखिलावन पटेल, श्री बिसाहू लाल, श्री शरद कौल, श्री रामलाल रौतेल और प्रभारी मंत्री श्री विजय शाह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी उपस्थित थे।

श्री शाह ने कहा कि एक जनजातीय माँ अपनी अनन्य राम भक्ति से युगों-युगों तक देश और करोड़ों लोगों के जीवन की प्रेरणा बन जाए – ऐसा जीवन, ऐसी भक्ति माँ शबरी थी। मैं उन्हें शत-शत नमन करता हूँ। उन्होंने माँ शारदा को नमन किया। माँ शारदा शक्तिपीठ मंदिर में दर्शन एवं पूजन करने के बाद केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ने कन्या पूजन, दीप प्रज्ज्वलन एवं माता शबरी और प्रभु श्रीराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर ‘कोल जनजाति महाकुंभ’ कार्यक्रम का  शुभारंभ किया।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत में लगभग 532 करोड़ रुपये की लागत से विकास के 70 निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया और लगभग 26 करोड़ रुपये के छोटे-छोटे विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। श्री शाह ने कहा कि मैं कोल जनजाति के विकास के लिए श्री शिवराज सिंह चौहान जी को हार्दिक धन्यवाद देता हूँ। मैं जब पहले जबलपुर आया था तब शिवराज जी ने मुझसे 14 घोषणाएं करवाई थी। मुझे लगता था कि मेरी उपस्थिति में शिवराज जी घोषणाएं करा रहे हैं और यदि पूरी नहीं हुई तो क्या होगा लेकिन आज मुझे ख़ुशी है कि 14 की 14 घोषणा उन्होंने पूरी कर दी। यही भारतीय जनता पार्टी की पहचान है।

श्री शाह ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा एकमात्र लक्ष्य है अंत्योदय के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करना। 2014 में प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद अपने पहले उद्बोधन में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि उनकी सरकार गाँव, गरीब, किसान, आदिवासी, दलित, पीड़ित, पिछड़ों, युवाओं और महिलाओं की सरकार होगी। आज जब पीछे मुड़ कर इन 9 वर्षों की यात्रा को देखता हूँ कि स्पष्ट हो जाता है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने इसे अक्षरशः न केवल चरितार्थ किया है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े 8 वर्षों में लगभग 9 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया गया, लगभग 11 करोड़ शौचालयों का निर्माण कराया गया, गरीबों के लिए लगभग तीन करोड़ से अधिक घर बनाए गए, देश के लगभग 55 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ दिया गया, 10 करोड़ से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ दिया जा रहा है, कोरोना काल में सभी देशवासियों के लिए मुफ्त में वैक्सीन की डबल डोज और बूस्टर डोज उपलब्ध कराई गई और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत ढाई सालों से देश के लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में हर महीने पांच किलो गेहूं/चावल और एक किलो दाल उपलब्ध कराया जा रहा है।

श्री शाह ने कहा कि मैं कोल समाज के सभी भाई-बहनों को 1831 के कोल विद्रोह भी याद कराना चाहता हूं। यह आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र जी हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी भाइयों के योगदान को समाज में प्रतिष्ठित करने के लिए स्मारक और संग्रहालय बनाए। आदरणीय प्रधानमंत्री जी लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से 10 ऐसे स्मारक बना रहे हैं। इन स्मारकों में सभी आदिवासी स्वातंत्र्य सेनानियों के योगदान को सामहित किया गया है। भगवान् बिरसा मुंडा जी के बारे में बात हो, गोंड महारानी की बहादुबा हो, रानी कमलापति का बलिदान हो, अमर सेनानी बुद्धू भगत हो, सभी आदिवासी समाज के स्वतंत्रता सेनानियों की यादों को संजोया गया है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछले 70 सालों तक कांग्रेस ने एक भी जनजाति समाज के बेटे या बेटी को राष्टपति पद पर प्रतिष्ठित नहीं किया। ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने एक गरीब आदिवासी समाज की बीती श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति पद पर प्रतिष्ठित कर समग्र जनजाति समाज को सम्मानित किया। श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से वीर राजा रघुनाथ शाह और राजा शंकर साह जी का भी स्मारक बनाया।

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में अनुसूचित जनजाति के लिए महज 24,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने अनुसूचित जनजाति के लिए आम बजट में लगभग 89,000 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं। पहले आदिवासी छात्रों के लिए केवल 167 एकलव्य मॉडल स्कूल स्वीकृत किये गए थे जबकि हमारी सरकार में ये संख्या लगभग 700 तक पहुँच गई है। इस बजट में एकलव्य मॉडल स्कूलों में लगभग 38,800 शिक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव रखा गया है। कांग्रेस की सरकार में आदिवासी बच्चों को केवल हजार रुपये की छात्रवृत्ति दिया जाता था जिसे मोदी सरकार ने बढ़ा कर 2,833 रुपये कर दिया है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में बीच में थोड़े समय के लिए पंजे की सरकार आई, मतलब कांग्रेस की सरकार आई। हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने जनजाति कल्याण और गरीब कल्याण के लिए योजनायें शुरू की थी, कांग्रेस सरकार ने उन सभी योजनाओं को रोक दिया। हालांकि कांग्रेस की सरकार अपने ही क्रियाकलापों के कारण कुछ ही समय में खुद ही गिर गई और फिर से भाजपा की सरकार बनी। हमारी सरकार आते ही शिवराज जी ने उन सभी योजनाओं को फिर से शुरू किया। केंद्र में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार और मध्य प्रदेश में श्री शिवराज सिंह चौहान जी की सरकार – मध्य प्रदेश की डबल इंजन वाली सरकार राज्य में गरीबों को हर सुख, सुविधा पहुंचाने में लगी है, उन्हें खुशहाल बनाने में लगी है। मैं आज यहाँ मेडिकल कॉलेज भवन के उद्घाटन के लिए और आप लोगों के दर्शन के लिए आया हूँ। इसी वर्ष चुनाव होने वाला है। आगामी चुनाव में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को फिर से बनाना है और यहाँ विकास की गति को और तेज करना है।