केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने पुणे (महाराष्ट्र) में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह जी ने आज पुणे (महाराष्ट्र) के गणेश क्रीड़ा केंद्र में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया और पुणे में भाजपा के संपर्क अभियान को सफल बनाने की अपील करते हुए महराष्ट्र की निकम्मी महाअघाड़ी सरकार पर जम कर हमला बोला। ज्ञात हो कि माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री विगत दो दिनों से महाराष्ट्र में हैं जहाँ उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लिया। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री चंद्रकांत दादा पाटिल, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर, पुणे के सांसद श्री गिरीश बापट और पुणे के प्रथम नागरिक श्री मुरलीधर मोहोल, पुणे महानगर भाजपा के अध्यक्ष श्री जगदीश मुलिक सहित कई पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उस्पस्थित थे।

श्री शाह ने पुणे के 600 शक्ति केन्द्रों के 3000 से अधिक प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी है जिसमें एक बूथ कार्यकर्ता भी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है। मैंने स्वयं एक बूथ अध्यक्ष के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। मैंने दीवारों पर पोस्टर चिपकाए, नारे लिखे और कार्यक्रमों में दरियां बिछाई। मेरी पार्टी ने ये नहीं सोचा कि पोस्टर चिपकाने वाले और दरियां बिछाने वाले को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कैसे बनाएं। इसके बजाय मेरी पार्टी ने यह सोचा कि ये तो दरियां बिछाने वाला कार्यकर्ता है, इसे ही पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा। हमारी पार्टी में जो मांगता है, उसे कभी नहीं मिलता लेकिन जो नहीं मांगता है और पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम करता रहता है, उसे कुछ भी मांगना नहीं पड़ता, पार्टी स्वयं दे देती है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जन संघ से लेकर आज तक की हमारी यात्रा देश के सांस्कृतिक पुनरुत्थान और अंत्योदय को जमीन पर उतारने की रही है। जब 1950 में जन संघ की स्थापना हुई तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि हम कभी केंद्र में सरकार बना पायेंगे लेकिन देश को एक वैकल्पिक व्यवस्था देने के लिए देश की मिट्टी की सुगंध से सुवासित पार्टी की स्थापना हुई और विचारधारा एवं संगठन के बल पर आज भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में प्रतिष्ठित है। जो हमें ‘हम दो, हमारे दो’ का ताना दिया करते थे, वे 50 के नीचे आ गए और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 300 सेअधिक सीटों पर विजय के साथ लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की भारतीय जनता पार्टी सरकार केंद्र में बनी।

एक बहुत पुराने वाकये का संस्मरण करते हुए श्री शाह ने कहा कि जब मैं पहली बार विधान सभा में उप-चुनाव के लिए उतरा तब श्री नरेन्द्र मोदी जी राष्ट्रीय महासचिव थे। वे जब चुनाव प्रचार में आये तो उन्होंने कहा कि अमित भाई को जिताने की जरूरत नहीं है, आप सब अपना-अपना बूथ जिता दें, प्रत्याशी अपने आप जीत जायेंगे। यही हमारी पार्टी की जीत का आधार है। उन्होंने कहा कि हमारे पास निर्णायक नेतृत्व, सर्वस्पर्शी विचारधारा, मजबूत संगठन और परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले पार्टी कार्यकर्ता हैं। पार्टी कार्यकर्ता जनता और सरकार के बीच की मजबूत कड़ी होते हैं। ये कड़ी टूट जाय तो पार्टी नहीं बचती है। मैं पुणे महानगर भाजपा अध्यक्ष को इसके लिए बधाई देता हूँ कि उन्होंने जो संपर्क अभियान की शुरुआत की है, यही कठिन से कठिन चुनाव को जीतने की पूँजी होता है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि केंद्र से लेकर राज्यों में, भारतीय जनता पार्टी जहाँ-जहाँ सत्ता में आई, हर जगह हमें अच्छा परफॉर्म किया है। इसलिए, आप किसी भी मतदाता के पास जाएँ तो आत्मविश्वास के साथ जाएँ और उन्हें हमारी सरकार की कार्यसंस्कृति और उपलब्धियों के बारे में बताएं। विगत 7 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में परिवर्तन की बयार बहाई है जिसकी पूरी दुनिया मुक्त कंठ से सराहना कर रही है। 10 वर्ष तक कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार केंद्र में रही, 12 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले हुए, अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई थी और देश की सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी। हमारी सरकार के समय भी उरी और पुलवामा में आतंकियों ने कायराना आतंकी हमला किया लेकिन इस बार केंद्र में श्री नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री थे, 10 ही दिनों में सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर आतंकवाद को करारा जवाब दिया गया। इसने देश के बारे में दुनिया का नजरिया बदल दिया कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए सक्षम है और किसी भी हद तक जा सकता है।

श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा, कांग्रेस समेत देश की लगभग तमाम विपक्षी पार्टियां श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए हमें ताने देती थी। राम मंदिर के लिए कितने निर्दोषों पर अकारण गोली चला कर निर्मम हत्या कर दी गई लेकिन श्रीराम मंदिर का विषय जस का तस बना रहा। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में यह मुद्दा भी हल हुआ और प्रधानमंत्री जी ने स्वयं अपने कर-कमलों से श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर का शिलान्यास कर सभी देशवासियों और श्रद्धालुओं को गर्व करने का अवसर दिया है। ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने धारा 370 और 35A को उखाड़ कर फेंक दिया और जम्मू-कश्मीर सही मायनों में भारत का अभिन्न अंग बना। जो जनता को भड़काते थे कि धारा 370 हटाने से खून की नदियाँ बहेगी, वे देखते रह गए और धारा 370 ख़त्म हो गया। इसी तरह श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का भी लोकार्पण हमारे प्रधानमंत्री जी ने किया है। औरंगजेब द्वारा मंदिर को ध्वस्त किये जाने के बाद से आज तक जो भी श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने जाते थे, उन्हें बाबा विश्वनाथ की स्थिति को देख कर अत्यंत दुःख होता था। आज बाबा विश्वनाथ धाम पूर्ण वैभव के साथ बन कर तैयार है। हमारी योगी आदित्यनाथ सरकार ने माँ विंध्यवासिनी मंदिर का पुनर्निर्माण कराया।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में माँ रेणुका देवी मंदिर का निर्माण हो, माँ तुलजा भवानी मंदिर हो, माँ अम्बा का मंदिर हो, संत एकनाथ के जन्मस्थान का जीर्णोद्धार हो, गजानन महाराज का मंदिर हो, संत ज्ञानेश्वर पालकी मार्ग का निर्माण हो, संत तुकाराम पालकी मार्ग का शिलान्यास हो या शिरडी के साईं बाबा मंदिर को एयरपोर्ट से जोड़ना हो – ये सारे कार्य श्री नरेन्द्र मोदी सरकार और श्री देवेंद्र फड़णवीस की सरकार ने किया। कांग्रेस की सरकारों को ये विचार कभी नहीं आया क्योंकि उन्हें अपने वोट बैंक के खिसकने का डर था। लोकतंत्र में जन-भावनाओं का सम्मान होना चाहिए। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश की संस्कृति के ध्वज वाहक और इसके पुनरुत्थान के प्रवर्तक के रूप में कार्य कर रहे हैं, हम सबको इस पर गौरव होना चाहिए।

श्री शाह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी ने सभी देशवासियों को एक साथ लेते हुए जिस तरह कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी और देश के मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को आत्मनिर्भर बनाया, यह अपने आप में अभूतपूर्व है। देश में जब कोरोना ने दस्तक दी, तब पूरे देश में एक ही टेस्टिंग लैब थी, आज हर जिले में कम से कम दो टेस्टिंग लैब्स हैं। आज ऑक्सीजन सिलिंडर युक्त बेड्स की संख्या में 10 गुना और वेंटीलेटर वाले बेड्स की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है। अगले दो साल में हर उस अस्पताल के पास अपना ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट होगा जिसमें 50 से अधिक बेड्स हैं। कांग्रेस की सरकारों में 10-10 सालों तक वैक्सीन ही नहीं पाती थी, देने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता था। इस बार माननीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से 9 महीने से भी कम समय में दो-दो वैक्सीन देश में ही विकसित हुई और अब तक लगभग 137 करोड़ कोविड टीके लगाए जा चुके हैं। वैक्सीन देने और इसकी सर्टिफिकेशन की सबसे अच्छी व्यवस्था पूरी दुनिया में केवल भारत में है। वैक्सीन बनने से लगभग 8 महीने पहले ही कोविन एप का ट्रायल हो चुका था। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में लगभग 20 बार सभी राज्यों के साथ, तीन बार राज्यपालों के साथ और कई बार देश के अस्पालों और डॉक्टर्स के साथ संवाद किया। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने देश के सभी नागरिकों को कोरोना के पुनर्जागरण में सहयोग के लिए घंटी बजाओ, दीया जलाओ और जनता कर्फ्यू जैसे अभियानों से जोड़ा और उनकी एक आवाज पर पूरा देश एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ खड़ा हो गया। ये है हमारे नेतृत्व की विश्वसनीयता। हमारे नेतृत्व की जो स्वीकृति है, यह हमारी सबसे बड़ी पूँजी है। महाराष्ट्र में जनता संकट के समय राज्य सरकार को ढूंढती रही लेकिन सरकार कहीं दिखाई नहीं दे रही थी।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव के समय मैंने स्वयं शिव सेना के साथ संवाद किया था। उसमें तय हुआ था कि श्री देवेंद्र फड़णवीस जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और  एनडीए को बहुमत मिलने पर मुख्यमंत्री भी भारतीय जनता पार्टी से होगा और देवेंद्र फड़णवीस ही मुख्यमंत्री होंगे। बाद में शिव सेना मुकर गई, उन्होंने सत्ता के लिए विचारधारा से समझौता कर लिया। जिनके सामने वे दो-दो पीढ़ियों से लड़ रहे थे, सत्ता के लिए उनकी गोद में बैठ गए और कहते हैं कि झूठ बोल रहे हैं। मैं आज पूछना चाहता हूँ कि चुनाव के दौरान आपकी जन-सभाओं में मंच पर बैनर में किसकी तस्वीर होती थी। आपके सामने सभाओं में मैंने और आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने भी बार-बार बोला कि श्री देवेंद्र फड़णवीस जी के नेतृत्व में चुनाव लड़े हैं, जीतने के बाद फिर देवेंद्र फड़णवीस ही मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन, आपको मुख्यमंत्री बनना था, इसलिए आपने हमारे साथ विश्वासघात किया।

महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार पर कारारा ह अमला करते हुए श्री शाह ने कहा कि मैं पहले कहता था कि महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार तीन पहिये वाली ऑटोरिक्शा जैसी है जिसके सभी पहिये अलग-अलग दिशाओं में हैं। आज मैं इसमें कुछ सुधार करना चाहता हूँ। महाअघाड़ी सरकार तीन पहिये वाली ऑटोरिक्शा जैसी है जिसके तीनों पहिये अलग-अलग दिशाओं में तो हैं ही, साथ ही ये तीनों पहिये पंक्चर भी हैं जो चलती ही नहीं। इस ऑटोरिक्शा से केवल धुआं निकलता है जो प्रदूषण फैलाने का काम करती है। क्या ऐसी सरकार महाराष्ट्र का कल्याण कर सकती है? महाराष्ट्र की इस निकम्मी महाअघाड़ी सरकार के पतन की शुरुआत पुणे महानगरपालिका के चुनाव परिणामों से होना चाहिए।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमारे सरकार में डीबीटी का मतलब है – डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर लेकिन महाअघाड़ी सरकार में डी कांग्रेस ने पकड़ लिया जिसका मतलब है डीलर। बी, शिव सेना ने ले लिया जिसका मतलब है ब्रोकर और टी को एनसीपी ने हथिया लिया जिसका मतलब है ट्रांसफर में कट मनी। महराष्ट्र की जनता को डीलर, ब्रोकर और ट्रांसफर इंडस्ट्री चलाने वाली निकम्मी महाअघाड़ी सरकार नहीं, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर वाली भाजपा सरकार चाहिए।

श्री शाह ने शिव सेना पर हमला जारी रखते हुए बताया कि लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने कहा था कि स्वराज्य महारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे लेकिन शिव सेना कहती है कि सत्ता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे किसी भी प्रकार ले कर रहूँगा। मैं आज महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार को खुली चुनौती देता हूँ कि है हिम्मत तो इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में आइये, तीनों एक साथ मिल कर आइये, महाराष्ट्र की जनता हिसाब करने के लिए तैयार है। ऐसी सिद्धांतविहीन राजनीति महाराष्ट्र की जनता पसंद नहीं करती।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि बढ़ती हुई महंगाई देखते हुए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पेट्रोल और डीजल के दाम घटाने का निर्णय लिया। इसके बाद भाजपा शासित राज्यों सहित कई राज्यों ने अपनी ओर से भी इसमें कटौती की। फलस्वरूप, पेट्रोल और डीजल के दाम प्रति लीटर 15 रुपये तक कम हो गए। लेकिन, महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करने के बजाये शराब के दाम के कटौती कर दी। पता नहीं, वे किस दुनिया में खोये हुए थे। उद्धव सरकार इसका जवाब दे कि महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार ने पेट्रोल और डीजल के मूल्य में कटौती क्यों नहीं की? महाराष्ट्र की जनता को सस्ता दारू नहीं, सस्ते पेट्रोल और डीजल चाहिए। महराष्ट्र में ट्रांसफर में रिश्वत के न जाने कितने केस रजिस्टर हो चुके हैं, बड़े-बड़े लोग जेल में बंद हैं। महाराष्ट्र की तीन पहियों वाली महाअघाड़ी सरकार का दो ही काम है – एक है राजनीति का अपराधीकरण और दूसरा है वसूली का शासन। राजनीतिक विद्वेष की भावना से महाराष्ट्र में भाजपा कार्यकर्ताओं पर केस किये गए। आप क्या सोचते हैं, इससे भाजपा कार्यकर्ता डर जायेंगे क्या? भाजपा कार्यकर्ता तो तब भी नहीं डरे जब आपातकाल के दौरान कांग्रेस की सरकार ने 19 महीने तक हमारी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को जेल में डाल दिया। जब आपातकाल हटा और चुनाव हुए तो स्वयं इंदिरा गाँधी भी चुनाव हार गई। मैं पुणे के पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूँ कि आप पुणे महानगरपालिका चुनाव में भाजपा की भव्य विजय सुनिश्चित करेंगे और महराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के विजय की मजबूत नींव डालें।