केंद्रीय सहकारिता मंत्री कल नई दिल्ली में ग्रामीण सहकारी बैंकों के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे

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केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्रीश्री अमित शाह कल नई दिल्ली में सहकारिता मंत्रालय और राज्य सहकारी बैंकों के राष्ट्रीय संघ (एनएएफएससीओबी) द्वारा आयोजित ग्रामीण सहकारी बैंकों के एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य अतिथि होंगे और सम्मेलन का उद्घाटन भी करेंगे। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री श्री बी.एल. वर्मा सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर सहकारिता मंत्रालय के सचिव श्री ज्ञानेश कुमार, एनएएफएससीओबीके चेयरमैन श्रीकोंडुरु रविंदर राव और एनएएफएससीओबीके एमडीश्री भीमा सुब्रह्मण्यम भी उपस्थित रहेंगे।

श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों की तरक्की के लिए काम कर रही है और जैसे-जैसे कृषि बुनियादी ढांचे में सरकार का निवेश बढ़ रहा है, वैसे-वैसे सहकारी समितियों की भूमिका और क्षमता में भी विस्तार हो रहा है।

भारत में अल्पकालिक सहकारी ऋण संरचना में 34 राज्य सहकारी बैंक, 351 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक और 96,575 पैक्स शामिल हैं। राज्य सहकारी बैंकों के राष्ट्रीय संघ की स्थापना 19 मई, 1964 को राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंकों के संचालन को सुविधाजनक बनाने तथा अल्पकालिक सहकारी ऋण संरचना के विकास के व्यापक उद्देश्य के साथ की गई थी। एनएएफएससीओबी अपने सदस्यों और उनके सहयोगियों/शेयरधारकों/मालिकों को उनकी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने, उनकी चिंताओं पर ध्यान केंद्रित करने और उनके हितों को बढ़ावा देने के लिए एक साझा मंच प्रदान करता है।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह कुछ चुनिंदा राज्य सहकारी बैंकों/जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (डीसीसीबी)/पैक्स को परफॉरमेंस अवार्ड भी प्रदान करेंगे और 100 वर्षों की सेवा के लिए कुछ अल्पकालिक सहकारी ऋण संस्थानों को सम्मानित करेंगे। सम्मेलन में एनसीयूआई के अध्यक्ष, श्री दिलीप संघानी; आईसीए-एपी के अध्यक्ष और कृभको के चेयरमैन, डॉ. चंद्र पाल सिंह यादव, नेफेड के अध्यक्ष डॉ. बिजेंद्र सिंह तथा सहकारिता मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे।