चालू वित्त वर्ष के पांच महीनों में ईपीएफओ लाभार्थियों की संख्या में 20 लाख की वृद्धि

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पीएफओ द्वारा 20 अक्टूबर, 2020 को प्रकाशित आरंभिक पेरोल आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष के शुरुआती पांच महीनों के दौरान ईपीएफओ लाभार्थियों की संख्या में लगभग 20 लाख की वृद्धि हुई है। कोविड-19 महामारी के चलते देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान नामांकन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था। हालांकि, जुलाई और अगस्त, 2020 के लिए आरंभिक पेरोल आंकड़े कोविड-19 महामारी के नकारात्मक प्रभाव को कम करता हुआ दिखाई देते हैं और पूर्व-कोविड स्तर पर पहुंचने के संकेत देते हैं। जुलाई, 2020 के दौरान लगभग 7.49 लाख नए लाभार्थी जोड़े गए जो पिछले वर्ष के इसी महीने यानी जुलाई, 2019 के दौरान जुड़े लाभार्थियों की कुल संख्या का लगभग 64% है। अगस्त, 2020 में वृद्धि के इस रुझान में और सुधार हुआ, आंकड़े इसका प्रमाण हैं। इस साल अगस्त महीने में अगस्त, 2019 में दर्ज सदस्यता की तुलना में लगभग 93% लाभार्थी जुड़े। ईपीएफओ की सदस्य संख्या में वृद्धि के संबंध में इसे सामान्य स्थिति की तरफ पहुंचने का संकेतक के तौर पर माना जा सकता है।

नए सदस्यों के जुड़ने के मामले में जुलाई, 2020 की तुलना में अगस्त, 2020 में 34% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। अगस्त, 2020 के महीने में सदस्य संख्या में इस वृद्धि का आधार अधिक से अधिक संख्या में नए लाभार्थियों का जुड़ना और पुराने सदस्यों का संगठन न छोड़ना है। जुलाई, 2020 में जहां 6.48 लाख नए सदस्य ईपीएफओ से जुड़े, वहीं अगस्त, 2020 में 6.70 लाख लाभार्थी जुड़े। इसके अलावा, ईपीएफओ से बाहर जाने वाले सदस्यों की संख्या के मामले में जुलाई की तुलना में अगस्त में 50% की कमी। जुलाई, 2020 में जहां 5.08 लाख सदस्यों ने ईपीएफओ छोड़ा वहीं अगस्त में यह संख्या घटकर 2.46 लाख हो गई। ईपीएफओ से अलग होने वाले लगभग 5.81 लाख सदस्यों ने अगस्त, 2020 में फिर से सदस्यता ली। इन सदस्यों ने ईपीएफओ द्वारा कवर किए जाने वाली कंपनियों में नौकरी बदलने के बाद अपनी सदस्यता को बरकरार रखा, बजाए सदस्यता छोड़ने और जमा राशि निकालने के। प्रकाशित किए गए आंकड़ों में उन सभी नए सदस्यों को भी शामिल किया गया है जो महीने के दौरान शामिल हुए हैं और जिनका योगदान प्राप्त हो चुका है।