भाजपा सांसद और राजग उम्मीदवार श्री ओम बिरला को 19 जून को सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखे गये और रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव को सदन द्वारा ध्वनिमत से स्वीकार किये जाने के बाद कार्यवाहक अध्यक्ष श्री वीरेंद्र कुमार ने बिरला के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन की घोषणा की।
श्री बिरला के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन के लिए प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री श्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा, शिवसेना के श्री अरविंद सावंत, बीजद के श्री पिनाकी मिश्रा, अकाली दल के श्री सुखबीर बादल, जदयू के श्री राजीव रंजन, केंद्रीय मंत्री श्री डीवी सदानंद गौड़ा, श्री प्रहलाद जोशी, कांग्रेस के श्री अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक के श्री टी आर बालू और तृणमूल कांग्रेस के श्री सुदीप बंदोपाध्याय ने प्रस्ताव रखे। उनके पक्ष में कुल 13 प्रस्ताव पेश रखे गये।
इन प्रस्तावों का क्रमश: केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी, श्री रमेश पोखरियाल निशंक, शिवसेना के श्री विनायक राउत, बीजद के श्री अच्युतानंद सामंत, लोजपा के श्री चिराग पासवान, अपना दल की सुश्री अनुप्रिया पटेल, वाईएसआर कांग्रेस के श्री पी वी मिथुन रेड्डी, अन्नाद्रमुक के श्री पी रवींद्रनाथ कुमार, द्रमुक के श्री टी आर बालू, कांग्रेस के श्री अधीर रंजन चौधरी और तेलंगाना राष्ट्र समिति के श्री नामा नागेश्वर राव ने समर्थन किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और विपक्ष ने सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए नवनिर्वाचित अध्यक्ष को तहे दिल से सहयोग देने का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि वह वर्षों के अपनी सामाजिक संवेदना भरे जीवन के कारण सदन का सुगमता से संचालन कर पाएंगे। उन्होंने गुजरात में आए 2011 के भूकंप और 2013 में उत्तराखंड में भीषण बाढ़ सहित देश के विभिन्न भागों में बिरला द्वारा किये गये सामाजिक कार्यों को याद किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिरला को अध्यक्ष के नाते सभी को अनुशासित और अनुप्रेरित करने तथा सत्तापक्ष को भी नियमों की अवहेलना पर टोकने का अधिकार होगा। प्रधानमंत्री ने उन्हें विश्वास दिलाया कि सरकार उनके कामकाज को सरल बनाने में शत-प्रतिशत योगदान देगी।
श्री मोदी ने कहा कि बिरला छात्र राजनीति से यहां तक पहुंचे हैं और उन्होंने जन आंदोलन से ज्यादा ध्यान जनसेवा पर केंद्रित रखा है। उन्होंने राजस्थान विधानसभा में सक्रिय भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिरला सार्वजनिक जीवन में विद्यार्थी काल में छात्र संगठनों से जुड़ते हुए जीवन के सर्वाधिक उत्तम समय में किसी भी विराम के बिना समाज की किसी न किसी गतिविधि से जुड़े रहे।”
श्री बिरला ने पदभार संभालने के बाद कहा कि वह निष्पक्षता के साथ सदन चलाएंगे और कम संख्या वाले दलों को भी पर्याप्त समय दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार से ज्यादा जवाबदेही और पारदर्शिता की अपेक्षा है।
पदभार ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मंत्रिपरिषद के सदस्यों और सभी राजनीतिक दलों का आभार व्यक्त करते हुए श्री बिरला ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी निष्पक्ष होनी चाहिए और निष्पक्ष दिखनी भी चाहिए। श्री बिरला ने सदस्यों से कहा कि वे केंद्र सरकार से जुड़े मुद्दे विशेषकर बुनियादी मुद्दे उठाएं क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि सदस्य ऐसे मुद्दे उठाते हैं जिनका केंद्र सरकार से कोई संबंध नहीं होता है।
जीवन- परिचय
– श्री ओम कृष्ण बिरला, राजस्थान के कोटा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से 2019 में दूसरी बार सांसद।
– पिताजी : श्री श्रीकृष्ण बिरला
– माताजी : स्व. श्रीमती शकुन्तला देवी
– जन्म स्थान : कोटा (राजस्थान)
– शैक्षणिक योग्यता : स्नातकोत्तर (वाणिज्य)
– 2003, 2008 व 2013 में राजस्थान विधानसभा के सदस्य।
– वर्ष 2004 से 2008 तक राजस्थान सरकार में संसदीय सचिव।
–वर्ष 2014 में कोटा लोकसभा क्षेत्र से सांसद।
– विभिन्न स्वयंसेवी, सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से कैंसर रोगियों व थैलीसीमियां पीड़ितों की मदद।
– राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा, (लगातार 6 वर्ष तक)
– प्रदेशाध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा राजस्थान प्रदेश (लगातार 6 वर्ष तक)
– जिलाध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, कोटा (4 वर्ष)
– वाईस चेयरमैन, राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लि. नई दिल्ली
– चेयरमैन, राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लि. जयपुर।
– डायरेक्टर, नेशनल कोल इंडिया लि. नई दिल्ली।
– छात्रसंघ अध्यक्ष, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुमानपुरा, कोटा।