हमारी विचारधारा है ‘राष्ट्र प्रथम’ : रामलाल

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लोकसभा चुनाव 2019 में लोगों द्वारा दिए गए भारी जनादेश ने न केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व में लोगों के अपार विश्वास को प्रकट किया है, बल्कि देश बहुत आशाओं और उम्मीदों के साथ मोदी सरकार के नेतृत्व में सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर है। बड़े पैमाने पर जनादेश ने राजनीतिक विश्लेषकों को स्तब्ध कर दिया है और वे अभी भी उसका विश्लेषण करने के लिए जूझ रहे हैं कि आखिर भाजपानीत एनडीए की इतनी बड़ी जीत कैसे हुई। वहीं विपक्ष औंधे मुंह गिरा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) श्री रामलाल ने कमल संदेश के कार्यकारी संपादक डॉ. शिव शक्ति बक्शी के साथ एक साक्षात्कार में आगामी दिनों में भाजपा की संगठनात्मक योजनाओं और मोदी सरकार के लक्ष्यों के साथ इस विशाल जनादेश के विभिन्न पहलुओं और इसके प्रभावों पर विस्तार से बातचीत की। प्रमुख अंशः

लोकसभा चुनावों में जनता द्वारा भाजपा एवं राजग को भारी जनादेश के लिए बहुत–बहुत बधाई। क्या कारण है कि जनता ने श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को इतना भारी जनादेश दिया है?

श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को इतनी बड़ी सफलता मिलने का एक महत्वपूर्ण कारण है जनता का नेतृत्व में भरोसा। भरोसा राष्ट्र के सम्मान का, राष्ट्र की सुरक्षा का, राष्ट्र के विकास का, गरीबों के कल्याण का, पारदर्शी शासन का, ईमानदारी का, जनता के हित में संवेदनशीलता का, कठोर फैसलों का तथा भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का। 5 वर्षों में सरकार ने बिना भेदभाव के ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से बिना थके, बिना रुके लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का कार्य किया है।

जिनके घर में बिजली पहुंची है, गैस पहुंची है, शौचालय पहुंचा है, कच्चे घर की जगह पक्का घर पहुंचा है, आयुष्मान भारत के अंतर्गत 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा पहुंचा है, मजदूरों को पेंशन पहुंची है, किसानों के खाते में सम्मान निधि पहुंची है, युवाओं को मुद्रा लोन पहुंचा है, उन सबको लगा कि यह सब मुमकिन हो पाया क्योंकि मोदी जी हैं। मोदी जी हमारे हैं, हमारे लिये हैं। भाजपा को 32 प्रतिशत वोट अधिक मिले हैं। पहले से 5 करोड़ से अधिक वोट मिले हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव के बाद ही राजनैतिक विश्लेषक यह कहने लगे थे कि 2019 में 2014 की सफलता को दोहराना कठिन होगा। परंतु 2019 में 2014 से भी बड़ी सफलता मिली– यह कैसे संभव हुआ?

2014 में आशा थी कुछ होगा। 2019 में आशा आकांक्षा में बदल गई कि हमें नई ऊंचाई को छूना है। इसलिए लोगों ने निरंतरता का विचार किया। अन्य दलों का नेतृत्व न तो विश्वसनीय लगा न ही गम्भीर। जिस हल्की भाषा का प्रयोग देश के प्रधानमंत्री के लिए किया गया वह भारतीय मन को भा ही नहीं सकता था। लोगों ने उनके ‘टेप रिकॉर्ड’ को नहीं ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ को देखा। यह भरोसे लायक नहीं था। इतना ही नहीं हमारी और अन्य दलों की प्रदेश सरकारों में भी इस अंतर को लोगों ने साफ तौर पर अनुभव किया।

देश की समझदार जनता ने देखा कि विरोधी दल वंशवाद, जातिवाद, तुष्टीकरण से बाहर नहीं निकल पा रहे। यह जनादेश लोकतंत्र की इन बुराइयों के विरुद्ध भी था। लोगों ने Politics of performance को चुना। पहली बार चुनी हुई सरकार को Pro-incumbency जनादेश मिला। यह राजनीति की बुराइयों को नकार कर सकारात्मक जनादेश है। अच्छे नेता, अच्छी सरकार, अच्छे देश के लिए।

भाजपा एक विचारधारा आधारित दल तो है ही, साथ ही यह अपने सांगठनिक विशिष्टता के लिए भी जानी जाती है। संगठनात्मक स्तर पर किस प्रकार की कार्य–योजना से भाजपा एक विशिष्ट संगठन बन गई है?

निश्चित ही भाजपा अपने जन्मकाल से ही विचारधारा पर चलने वाली पार्टी मानी जाती है। हमारी विचारधारा है ‘राष्ट्र प्रथम’ (Nation First) इसी कारण हमें राष्ट्रवादी कहा जाता है। हमने 1951 से लेकर आज तक अनेक ऐसे मुद्दों पर आंदोलन किये हैं, जिनका संबंध राष्ट्र की एकता–अखंडता से रहा है। राष्ट्रीय स्वाभिमान से रहा है। हमने हमेशा Agenda set किया है। प्रारंभ में राष्ट्र की सुरक्षा का, 70 के दशक में लोकतंत्र की रक्षा का, 80 के दशक में संस्कृति की सुरक्षा का, 90के दशक में राष्ट्रीय स्वाभिमान की रक्षा का, इसके पश्चात् हमारी यात्र का पड़ाव बना सुशासन, विकास व गरीब कल्याण।
पं. दीनदयालजी के अंत्योदय (अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का उत्थान) के सिद्धांत को आज हमारी सरकारें साकार कर रही हैं।

नई सरकार से पूरे देश की आशाएं एवं अपेक्षाएं जुड़ी हुई हैं। आने वाले दिनों में किस प्रकार का परिवर्तन हम देश में देख सकते हैं?

निश्चित ही हमने विचारधारा के साथ पार्टी को कार्यकर्ता आधारित बनाया। संगठन का विस्तार भी किया। उसे व्यवस्थित भी किया। सभी स्तर पर प्रशिक्षण की शृंखला, विभिन्न स्तर की बैठकों का व्यवस्थित क्रम, मोर्चा/प्रकोष्ठ/विभाग व प्रकल्पों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों तक पहुंच व उनकी सहभागिता। आपको स्मरण होगा कि 2014 की जीत के पश्चात् जहां श्री मोदी जी ने जीत का श्रेय जनता के आशीर्वाद को दिया, वहीं उन्होंने कहा कि यह जीत मेरे बूथ के कार्यकर्ताओं को समर्पित है। इस बार भी उन्होंने जनता के साथ इस जीत में बूथ पर काम करने वाले पन्ना प्रमुख के प्रयासों की चर्चा की। सर्वोच्च नेता के द्वारा जब सबसे छोटी इकाई को श्रेय दिया जाये तो आप समझ सकते हैं कि छोटे–से–छोटे कार्यकर्ता का मनोबल कितना बढ़ेगा।

कहीं भी किसी कार्यकर्ता के साथ कोई घटना हो जाये, वह केरल में हो या बंगाल में या और कहीं, पूरी पार्टी में हलचल होती है। हर एक को लगता है कि कोई मेरा अपना चला गया।

यह पारिवारिक भाव हमारी बड़ी ताकत है। हमने आधुनिक तकनीक से भी सबको जोड़कर रखा। हर स्तर पर व्हाट्सअप ग्रुप बनाए तथा कॉल सेंटर व ऑडियो/वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीचे से ऊपर तक सजीव सम्पर्क बना रहा। सूचना ऊपर से नीचे जा रही थी तथा फिडबैक नीचे से ऊपर आ रहा था।

उस अनुसार सुधारात्मक उपाय भी साथ–साथ चल रहे थे। सोशल मीडिया के द्वारा कंटेंट उपलब्ध कराया जा रहा था। साथ ही विरोधियों के आरोपों का सटीक उत्तर भी दिया जा रहा था। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कार्यकर्ता लगातार सक्रिय बना रहा तथा समाज से सम्पर्क भी करता रहा।
कार्यकर्ताओं का उत्साह, जनता से संवाद तथा वातावरण निर्माण के उद्देश्य से कार्यक्रमों की रचना की गई।

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित भाई शाह के नेतृत्व में पूरी टीम ने पूरी लगन व मेहनत से सफलता को यहां तक पहुंचा दिया। श्री अमित शाह की एक कुशल रणनीतिकार व विपरीत परिस्थितियों में भी योद्धा की तरह कार्य करने वाले की छवि बनी।

केन्द्र, प्रांत, लोकसभा व विधानसभा स्तर तक संचालन समितियों के माध्यम से कुशल चुनाव प्रबंधन पूरी कसावट के साथ हुआ। भाजपा के हर कार्यकर्ता को लगता है कि यहां उसे कहीं भी पहुंचने का अवसर है। बूथ पर काम करने वाला राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकता है तथा संगठन का काम करते हुए अपनी प्रतिभा का विकास करते हुए विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री बन सकता है।

इसलिए यहां सभी एक दूसरे से जुड़कर, एक दूसरे पर विश्वास रखकर कार्य करते हैं। यह भावना ही भाजपा संगठन को विशिष्ट भी बनाती है तथा हर परिस्थिति में सफलता प्राप्त करने का विश्वास भी देती है।

आशा, अपेक्षा व आकांक्षा सरकार बनने का बड़ा आधार है। निश्चित ही मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार पूरी गति से आगे बढ़ेगी। स्पीड व स्केल इस सरकार की पहले भी विशेषता रही है, आगे भी रहेगी। यह सरकार मात्र स्वप्न दिखाने वाली नहीं सपनों को पूरा करने वाली सरकार है।

लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिलें, सुगमता से मिलें, उनको कार्य करने तथा जीवन में आगे बढ़ने के अवसर मिलें, प्रति व्यक्ति आय बढ़े, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व स्वास्थ्य मिले, भारत अपनी गौरवपूर्ण सांस्कृतिक परम्पराओं के साथ दुनिया में सुरक्षित व सम्मानित राष्ट्र के रूप में खड़ा होगा यह विश्वास है। नया भारत ‘न्यू इंडिया’ यानी सुरक्षित, स्वाभिमानी, सम्मानित व समृद्ध भारत।

देश में भाजपा से भी जन–जन की अपेक्षाएं जुड़ गई हैं। कई नए प्रदेशों में भाजपा का जनसमर्थन बहुत बढ़ रहा है– इसके लिए संगठनात्मक स्तर पर भाजपा की क्या योजना है?

भाजपा संगठन व सरकार के स्तर पर पूरे समन्वय के साथ जनसेवा में अपने को समर्पित करते हुए निश्चित ही जन–जन की आकांक्षाओं की पूर्ति का सशक्त माध्यम बनेगी।

हमारे लिये राजनीति सुविधा नहीं सेवा है। अधिकार नहीं कर्तव्य है। सत्ता भोग नहीं साधना है।
जहां हमारा संगठन अभी मजबूत नहीं हुआ है, वहां पूरी ताकत से जुटकर मजबूत करेंगे। जहां हम मजबूत हैं वहां भी और आगे बढ़ने की सोचेंंगे। सफलता हमारे लिये आराम का नहीं, परिश्रम की पराकाष्ठा करने का विषय है। सफलता से मिली जिम्मेदारी को एक–एक कार्यकर्ता समझता है। हमारा सदस्यता अभियान प्रारम्भ हो रहा है। इसे लेकर हम समाज के सभी वर्गों तक तथा देश के हर कोने तक पहुंचेंगे। साथ ही, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से भी जन–जन को जोड़ने का कार्य करते हुए हर बूथ पर जागरूक, जिम्मेदार, जवाबदेह एवं सशक्त संगठन व समाज खड़ा करने में सफल होंगे।
हम सभी का एक ही लक्ष्य है– दुनिया बोले भारत माता की जय।

लक्ष्य तक पहुंचे बिना, पथ में पथिक विश्राम कैसा।

आज पहले से निकट है, देख लो यह लक्ष्य अपना।।

पग बढ़ाते ही चलो बस, सत्य होगा शीघ्र सपना।

लक्ष्य प्रेरित बाण हैं हम, ठहरने का काम कैसा।।