प्रधानमंत्री ने गिफ्ट सिटी में भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज—आईआईबीएक्स का किया शुभारंभ

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 जुलाई को गिफ्ट सिटी, गांधीनगर में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के मुख्यालय भवन की आधारशिला रखी। उन्होंने गिफ्ट-आईएफएससी में भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्सएफ) का भी शुभारंभ किया। उन्होंने एनएसई आईएफएससी-एसजीएक्स कनेक्ट की भी शुरुआत की। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल, केंद्रीय मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के मंत्री, राजनयिक, कारोबार के क्षेत्र के दिग्गज उपस्थित थे।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन भारत की बढ़ती आर्थिक और तकनीकी ताकत और भारत के कौशल में बढ़ते वैश्विक विश्वास के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आज गिफ्ट सिटी में इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर अथॉरिटी— आईएफएससी हेड क्वार्टर बिल्डिंग का शिलान्यास किया गया है। मुझे विश्वास है, ये भवन अपने आर्किटैक्चर में जितना भव्य होगा, उतना ही भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के असीमित अवसर भी खड़े करेगा।

श्री मोदी ने कहा कि गिफ्ट सिटी वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में एक मजबूत पहचान बना रहा है। गिफ्ट सिटी वेल्थ और विजडम दोनों को सेलिब्रेट करता है। उन्हें ये देखकर भी खुशी हुई कि गिफ्ट सिटी के जरिए भारत विश्व स्तर पर सेवा क्षेत्र में अपनी एक मजबूत हिस्सेदारी के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि गिफ्ट सिटी एक ऐसा स्थान है जहां वेल्थ क्रिएशन हो रही है और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ दिमाग यहां जुट रहे हैं और सीख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक लिहाज से ये वित्त और व्यापार में भारत के गौरव को फिर से हासिल करने का एक जरिया भी है।

प्रधानमंत्री ने गुजरात के धरमपुर में श्रीमद् राजचंद्र मिशन की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चार अगस्त को गुजरात के वलसाड जिले में श्रीमद् राजचंद्र मिशन, धर्मपुर की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल उपस्थित थे।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अस्पताल की परियोजनाएं महिलाओं और समाज के अन्य जरूरतमंद वर्गों के लिए बहुत बड़ी सेवा साबित होंगी। उन्होंने श्रीमद् राजचंद्र मिशन की मौन सेवा भावना की प्रशंसा की।

मिशन के साथ अपने लंबे जुड़ाव को याद करते हुए श्री मोदी ने उनकी सेवा के रिकॉर्ड की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि नए अस्पताल से गरीबों की सेवा के लिए मिशन की प्रतिबद्धता और मजबूत होती है। यह अस्पताल और अनुसंधान केंद्र सभी के लिए सस्ती गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाएगा। श्री मोदी ने कहा कि यह ‘अमृत काल’ में स्वस्थ भारत की परिकल्पना को बल देने वाला है। यह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सबका प्रयास (सभी के प्रयास) की भावना को भी मजबूत करता है।

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश अपनी उन संतानों को याद कर रहा है, जिन्होंने भारत को गुलामी से बाहर निकालने के लिए प्रयास किए। श्रीमद् राजचंद्र जी ऐसे ही संत थे जिनका एक विराट योगदान इस देश के इतिहास में है। श्री मोदी ने श्रीमद् राजचंद्र जी के लिए महात्मा गांधी द्वारा की गई सराहना के बारे में भी बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग जिन्होंने अपना जीवन महिला, जनजातीय लोगों और वंचित तबके के सशक्तीकरण के लिए समर्पित कर दिया है, वे देश की चेतना को जीवित रख रहे हैं। महिलाओं के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के रूप में बड़े कदम का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि श्रीमद् राजचंद्र जी तो शिक्षा और कौशल से बेटियों के सशक्तीकरण के बहुत आग्रही थे। उन्होंने बहुत कम आयु में ही महिला सशक्तीकरण पर गंभीरता से अपनी बातें रखीं।