नहीं रहे गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी

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भारत में 80 और 90 के दशक में सिनेमा में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले गायक-संगीतकार श्री बप्पी लाहिड़ी का 16 फरवरी को मुंबई में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। श्री लाहिड़ी ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों के लिए संगीत रचना की, जिन्हें खासी लोकप्रियता मिली। इन फिल्मों में ‘चलते-चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ शामिल हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री लाहिड़ी के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि श्री बप्पी लाहिड़ी का संगीत सबको मोह लेने वाला और विभिन्न भावनाओं की अभिव्यक्ति के सौंदर्य में पिरोया हुआ था। हर पीढ़ी के लोग उनके संगीत से जुड़ जाते थे। उनके हंसमुख स्वभाव की सबको याद आयेगी। उनके निधन से दु:खी हूं। उनके परिजनों और चाहने वालों के प्रति संवेदनाएं।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा कि लोकप्रिय संगीतकार और महान गायक बप्पी लाहिड़ी जी के निधन से गहरा दु:ख हुआ। उन्हें उनके उत्कृष्ट गायन के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।

श्री लाहिड़ी को 1970 से लेकर 1990 के दौरान भारतीय सिनेमा में ‘आय एम ए डिस्को डांसर’, ‘जिम्मी जिम्मी’, ‘पग घुंघरू’, ‘इंतेहा हो गयी’, ‘तम्मा तम्मा लोगे’, ‘यार बिना चैन कहां रे’, ‘आज रपट जाए तो’ तथा ‘चलते चलते’ जैसे गीतों से डिस्को संगीत का दौर शुरू करने का श्रेय दिया जाता है।

उन्होंने 2000 के दशक में ‘टैक्सी नंबर 9211’ (2006) का ‘बम्बई नगरिया’ और ‘द डर्टी पिक्चर’ (2011) के ‘उह ला ला’ जैसे हिट गीतों को भी अपनी आवाज दी। वह उन गायकों में से एक हैं जिन्होंने 2014 में आयी फिल्म ‘गुंडे’ का ‘तूने मारी एंट्रियां’ गीत भी गाया था। उन्होंने बंगाली, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और गुजराती फिल्मों में भी संगीत दिया। 2014 में श्री लाहिड़ी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य भी बने।