भारत-इटली साझेदारी को स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा

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टली की प्रधानमंत्री सुश्री जॉर्जिया मेलोनी दो मार्च को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर भारत पहुंची। यह उनकी पहली यात्रा थी। इटली की प्रधानमंत्री के साथ उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी और एक उच्च स्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया। यह पिछले पांच वर्षों में इटली के किसी शीर्ष नेता का पहला भारत दौरा था।

दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर सार्थक द्विपक्षीय चर्चा की। इटली के प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मामलों पर; खासतौर पर ‘ग्लोबल साउथ’ की समस्याओं, हितों और प्राथमिकताओं के संदर्भ में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व की सराहना की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग पर विस्तृत बातचीत की।

संयुक्त प्रेस बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारी आज की चर्चाएं बहुत ही सार्थक और बहुत ही उपयोगी रहीं। इस वर्ष भारत और इटली अपने द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और इस अवसर पर हमने भारत-इटली साझेदारी को स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान से भारत में निवेश के अपार अवसर खुल रहे हैं। हमने नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, आईटी, सेमीकंडक्टर्स, दूरसंचार, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। भारत और इटली के बीच एक स्टार्टअप ब्रिज की स्थापना की घोषणा आज हम कर रहे हैं, जिसका हम स्वागत करते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि एक और क्षेत्र है जहां दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं और वह है रक्षा सहयोग का। भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में को-प्रॉडक्शन और को-डेवलपमेंट के अवसर बन रहे हैं, जो दोनों देशों के लिए लाभदायक हो सकते हैं। हमने दोनों देशों की सेनाओं के बीच नियमित रूप से संयुक्त अभ्यास और ट्रेनिंग कोर्सेस आयोजित करने का भी निर्णय लिया। आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मज़बूत करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।