भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को सुबह लगभग 3.30 बजे नियंत्रण रेखा पार करके जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। दरअसल, भारतीय वायुसेना के करीब 12 मिराज विमानों ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोटी में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों पर भीषण बमबारी कर उन्हें नष्ट कर दिया। मिडिया रिपोर्ट के अनुसार लगभग 300 से ज्यादा आतंकवादियों के मरने की आशंका है। इस हमले पर विदेश सचिव ने कहा कि 14 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने एक आत्मघाती आतंकी हमला किया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवान शहीद हो गए। जेईएम पाकिस्तान में पिछले दो दशक से सक्रिय है और इसका नेतृत्व मसूद अजहर बहावलपुर में अपने मुख्यालय से कर रहा है। इस संगठन को संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित घोषित कर रखा है। संगठन दिसंबर, 2001 में भारतीय संसद और जनवरी, 2016 में पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हमलों सहित अनेक आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में इनके प्रशिक्षण शिविरों के स्थान की जानकारी समय-समय पर पाकिस्तान को प्रदान की जाती रही है, हालांकि पाकिस्तान इसके अस्तित्व का खंडन करता रहा है। हजारों जिहादियों को प्रशिक्षण देने योग्य इतनी विशाल प्रशिक्षण सुविधाएं पाकिस्तान के अधिकारियों की जानकारी के बिना काम नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि भारत बार-बार पाकिस्तान से आग्रह करता रहा है कि वह जेईएम के खिलाफ कार्रवाई करे, ताकि जिहादियों को पाकिस्तान के अंदर प्रशिक्षित करने और उन्हें हथियार देने से रोका जा सके। पाकिस्तान ने अपनी जमीन पर आतंकवादियों के आधारभूत ढांचे को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
विदेश सचिव ने अपने वक्तव्य में कहा कि विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि जेईएम देश के विभिन्न भागों में एक अन्य आत्मघाती आतंकी हमला करने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए फिदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आसन्न खतरे को देखते हुए एहतियाती हमला करना अनिवार्य हो गया था। खुफिया जानकारी के आधार पर भारत ने आज तड़के बालाकोट में जेईएम के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया।
उन्होंने कहा कि इस हमले में बड़ी संख्या में जेईएम आतंकवादी, प्रशिक्षक, वरिष्ठ कमांडर और जिहादियों के ऐसे समूहों का सफाया कर दिया गया, जिन्हें फिदायीन कार्रवाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
विदेश सचिव ने कहा कि सरकार आतंकवाद की बुराई से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है। अत: यह असैनिक कार्रवाई विशेष तौर पर जेईएम शिविरों को निशाना बनाते हुए की गई। इन ठिकानों का चयन करते समय इस बात को भी ध्यान में रखा गया कि नागरिकों को हताहत होने से बचाया जा सके। यह ठिकानें किसी भी नागरिक बस्ती से दूर एक पहाड़ी पर घने जंगलों में स्थित हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने जनवरी 2004 में यह प्रतिबद्धता व्यक्त की थी कि वह उसके नियंत्रण वाली अपनी जमीन अथवा क्षेत्र का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं होने देगा। हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा और जेईएम और अन्य शिविरों को नष्ट करने के लिए आगे कार्रवाई करेगा तथा कार्रवाइयों के लिए आतंकवादियों को जवाबदेह बनाएगा।
वायु सेना द्वारा बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तानी वायु सेना ने भारत की सीमा में घुसने की कोशिश की। भारतीय वायु सेना के मिग 21 बाइसन विमान ने पाकिस्तानी वायु सेना के एफ 16 को मार गिराया। इस हवाई लड़ाई में विमान मिग 21 बाइसन के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पाकिस्तानी क्षेत्र में गिर गए। इसके बावजूद भारत के भारी दबाव के चलते महज 60 घंटे के भीतर पाकिस्तान की कैद से भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन सुरक्षित भारत वापस लौट आए।
इतिहास में ऐसा आज तक नहीं हुआ था। पिछले सात दशकों में जो भी भारतीय सैनिक, पाकिस्तान के कब्जे में गया उसे या तो अमानवीय यातनाएं झेलनी पड़ीं या फिर क्षत-विक्षत हालत में उसका शव भारत भेज दिया गया।
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अभिनंदन की वापसी पर ट्वीट करते हुए उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “वेलकम होम विंग कमांडर अभिनंदन! आपके अदम्य साहस पर देश को गर्व है। हमारी सशस्त्र सेनाएं 130 करोड़ भारतीयों की प्रेरणा हैं। वंदे मातरम!” गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने अभिनंदन की वापसी पर ट्वीट किया, “वेलकम होम। पूरे देश को विंग कमांडर अभिनंदन पर गर्व है।”
@narendramodi
सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं झुकने दूंगा…
@AmitShah
ऊरी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक से पूरी दुनिया जान चुकी है कि आज भारत में 2004 से 2014 वाली सरकार नहीं, बल्कि 2014 से 2019 वाली मोदी सरकार है। मोदी जी द्वारा इतने कम समय में बहादुर अभिनंदन को वापस लाना भारत की बहुत बड़ी कूटनीतिक विजय है।
भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान स्थित आंतकी कैम्पों पर हुए हमले पर समाचार पत्रों की सुर्खियां
-: पाकिस्तान में 1971 के बाद घुसकर हवाई हमला, जैश का ठिकाना ध्वस्त, 300 आतंकी ढेर, पुलवामा का हिसाब पूरा
-दैनिक जागरण
-: एयरफोर्स ने 48 साल बाद पाकिस्तान की सरहद लांघी, आतंकी अड्डा तबाह
-दैनिक भाष्कर
-: पाकिस्तान में घुसकर जैश के तीन बड़े ठिकाने तबाह
-अमर उजाला
-: पलक झपकते खाक में मिले आतंकी कैंप, 300 हलाक
-पायनियर
-: 40 के बादे मारे 400
-पंजाब केसरी
-: शहीदों की तेरहवीं से पहले बदला
-नवभारत टाइम्स
-: जैश का जोश जमींदोज
-हिन्दुस्तान