भाजपा पार्षद एवं दलित नेता श्रीनिवास प्रसाद की अज्ञात हमलावरों ने 23 मार्च को बेंगलुरु में हत्या कर दी। इनका लोकप्रिय नाम ‘किथागनहल्ली वासु’ था। बेंगलुर (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक श्री विनीत सिंह ने बताया, “किथागनहल्ली वासु के नाम से चर्चित भाजपा पार्षद एवं दलित नेता श्रीनिवास प्रसाद की सुबह करीब पांच बजे धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई।” गौरतलब है कि बेंगलुरु में पिछले साल अक्तूबर में भी एक आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी थी, जिसके बाद भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर राज्य में विरोध प्रदर्शन किया था। इस मामले पर कर्नाटक में आरएसएस के मीडिया समन्वयक श्री राजेश पदमार ने कहा कि राज्य सरकार को इस तरह की राजनीतिक रूप से प्रेरित हत्याएं रोकने के लिये कड़े कदम उठाने चाहिये। उन्होंने मामले की तत्काल और निष्पक्ष जांच की मांग भी की।
श्री राजेश पदमार ने कहा िक पिछले दो सालों में आरएसएस-विहिप-भाजपा के 10 से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या की गयी है। यह लोकतांत्रिक शासन में एक खतरनाक घटनाक्रम है। उन्होंने कहा कि ‘वासु’ मृदु भाषी व्यक्ति थे। हाल के दिनों में केरल में भी कुछ इसी तरह की राजनीतिक हत्याओं के मामले देखने में आ रहे थे। हाल ही में कन्नूर मंडल के भाजपा उपाध्यक्ष श्री सुशील की हत्या का मामला सामने आया था।