आज जितनी निर्णायक सरकार भारत में है, उतनी पहले कभी नहीं रही : नरेन्द्र मोदी

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हमारा अंतरिक्ष क्षेत्र 130 करोड़ देशवासियों की प्रगति का एक बड़ा माध्यम है। हमारे लिए
अतंरिक्ष क्षेत्र का मतलब सामान्य मानवी के लिए बेहतर मैपिंग, इमेजिंग और कनेक्टिविटी की सुविधा से है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘इंडियन स्पेस एसोसिएशन’ (आईएसपीए) का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर अंतरिक्ष उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की।

सभा को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने आज देश के दो महान सपूतों- ‘भारत रत्न’ जयप्रकाश नारायण और ‘भारत रत्न’ नानाजी देशमुख की जयंती का उल्लेख किया। उन्होंने दोनों हस्तियों को नमन करते और श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आजादी के बाद के भारत को दिशा देने में इन दोनों महान व्यक्तित्वों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। श्री मोदी ने कहा कि सबको साथ लेकर, सबके प्रयास से राष्ट्र में कैसे बड़े-बड़े परिवर्तन आते हैं, इनका जीवन दर्शन हमें आज भी इसकी प्रेरणा देता है।

श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि आज जितनी निर्णायक सरकार भारत में है, उतनी पहले कभी नहीं रही। अंतरिक्ष क्षेत्र और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को लेकर आज भारत में जो बड़े सुधार हो रहे हैं, वो इसी की एक कड़ी है। उन्होंने इंडियन स्पेस एसोसिएशन (आईएसपीए) के गठन के लिए उपस्थित सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

श्री मोदी ने कहा कि जब हम स्पेस रिफॉर्म्स की बात करते हैं, तो हमारी अप्रोच चार पिलर्स पर आधारित है। पहला, प्राइवेट सेक्टर को इनोवेशन की आजादी। दूसरा, सरकार की इनेबलर के रूप में भूमिका। तीसरा, भविष्य के लिए युवाओं को तैयार करना और चौथा, स्पेस सेक्टर को सामान्य मानवों की प्रगति के संसाधन के रूप में देखना।

स्पेस सेक्टर 130 करोड़ देशवासियों की प्रगति का एक बड़ा माध्यम

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमारा स्पेस सेक्टर 130 करोड़ देशवासियों की प्रगति का एक बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए स्पेस सेक्टर यानी सामान्य मानवों के लिए बेहतर मैपिंग, इमेजिंग और कनेक्टिविटी की सुविधा! साथ ही, हमारे लिये स्पेस सेक्टर यानी इंटरप्रेन्योर्स के लिए शिपमेंट से डिलीवरी तक बेहतर स्पीड, हमारे मछुआरों के लिए स्पेस सेक्टर यानी बेहतर सुरक्षा के साथ-साथ आय तथा प्राकृतिक आपदा का बेहतर पूर्वानुमान का माध्यम है।

श्री मोदी ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान सिर्फ एक विजन नहीं है बल्कि एक वेल-थॉट, वेल-प्लान्ड, इंटिग्रेटेड इकोनॉमिक स्ट्रेटेजी भी है। एक ऐसी स्ट्रेटेजी जो भारत के उद्यमियों, भारत के युवाओं के स्किल की क्षमताओं को बढ़ाकर, भारत को ग्लोबल पॉवर हाउस बनाए। एक ऐसी स्ट्रेटेजी जो भारत के टेक्नोलॉजीकल एक्सपर्टीज को आधार बनाकर भारत को इनोवेशन्स का ग्लोबर सेंटर बनाए। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी स्ट्रेटेजी है, जो ग्लोबल डेवलपमेंट में बड़ी भूमिका निभाएगी, भारत के ह्यूमन रिसोर्सेस और टेलेंट की प्रतिष्ठा विश्व स्तर पर बढ़ाएगी।

श्री मोदी ने कहा कि पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज को लेकर सरकार एक स्पष्ट नीति के साथ आगे बढ़ रही है और जहां सरकार की आवश्यकता नहीं है, ऐसे ज्यादातर सेक्टर्स को प्राइवेट इंटरप्राइजेज के लिए ओपन कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी एयर इंडिया से जुड़ा जो फैसला लिया गया है वो हमारी प्रतिबद्धता और गंभीरता को दिखाता है।

श्री मोदी ने कहा कि पिछले 7 वर्षों के दौरान अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को अंतिम छोर तक पहुंचाने और त्रुटि-रहित, पारदर्शी शासन के एक उपकरण के रूप में परिवर्तित किया गया है। उन्होंने गरीबों के लिए आवास इकाइयों, सड़कों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में जियो-टैगिंग के उपयोग का उदाहरण दिया। विकास परियोजनाओं की