मुंबई भाजपा के पदाधिकारियों, नेताओं, विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को मुंबई में संबोधित करते हुए 05 सितंबर, 2022 को केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कड़ी आलोचना करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से धोखेबाज नेताओं को बर्दाश्त नहीं करने का आह्वान किया। श्री शाह ने कहा, “उन्हें उनकी जगह दिखाने और सबक सिखाने का समय आ गया है। धोखेबाज नेताओं को सहने की आदत न डालें। आप राजनीति में किसी भी चीज को नजरअंदाज कर सकते हैं, लेकिन विश्वासघात को नजरअंदाज नहीं कर सकते। दूसरों के साथ विश्वासघात करने वालों को दंडित किया जाना चाहिए।’’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि शिवसेना ने 2014 में केवल दो सीटों के लिए भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया था, साथ ही श्री शाह ने दोहराया कि मुख्यमंत्री पद पर 2019 के चुनावों में उद्धव ठाकरे से कोई वादा नहीं किया गया था। श्री नरेन्द्र मोदी और श्री देवेंद्र फडणवीस के नाम पर वोट मांगने के बाद ठाकरे ने भाजपा को धोखा दिया। अब हमारे कार्यकर्ताओं को उन्हें उनकी जगह दिखानी चाहिए। हमारा लक्ष्य बीएमसी चुनाव में 150 सीटें जीतना है। मुंबई में भाजपा का दबदबा होना चाहिए।
जून में महा विकास अघाड़ी सरकार के पतन के बाद शिवसेना के हालिया घटनाक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिवसेना को नहीं गिराया, वे अपने अहंकार और धोखे की राजनीति के कारण नष्ट हुए हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को बीएमसी चुनाव जीतने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, क्योंकि अभी नहीं तो कभी नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे नेतृत्व वाला दल ही मूल शिवसेना है, जो भाजपा के साथ है। हमारा एकमात्र उद्देश्य बीएमसी को जीतना होना चाहिए, जिसके लिए सभी नेता, कार्यकर्ता और समर्थक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि किसी को भी नेताओं के आदेश का इंतजार नहीं करना चाहिए और मुंबई में भाजपा का मेयर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।