‘आज अयोध्या नगरी भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के स्वर्णिम अध्याय का प्रतिबिंब है’

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भव्य दीपोत्सव समारोह, अयोध्या

दीपावली पर अयोध्या में दीप जलाएंगे मोदी, गुजरात चुनावों पर इस बात का क्या  असर पड़ेगा? - pm narendra modi ayodhya visit analysis

दीपावली की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य दीपोत्सव समारोह की शुरुआत की। श्री मोदी ने भव्य म्यूजिकल लेज़र शो के साथ-साथ सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में 3-डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी देखा।

PM Modi set to visit Ayodhya for Deepotsav celebration on eve of Diwali |  Latest News India - Hindustan Times

उल्लेखनीय है कि इस छठे दीपोत्सव का यह पहला अवसर है, जब प्रधानमंत्री व्यक्तिगत रूप से इस समारोह का हिस्सा बने। इस अवसर पर 15 लाख से अधिक दीये जलाए गए और विभिन्न राज्यों के विभिन्न नृत्य रूपों के साथ 5 एनिमेटेड झांकियां और 11 रामलीला झांकियां प्रदर्शित की गईं।

प्रधानमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण किया

दीपावली की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में अयोध्या का दौरा किया और भगवान श्री रामलला विराजमान के दर्शन किये तथा उनकी पूजा-अर्चना की। श्री मोदी ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने मंदिर स्थल पर पवित्र परियोजना से जुड़े श्रमजीवियों तथा अन्य लोगों से बातचीत भी की।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान राम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि आज अयोध्या जी दीपों से दिव्य हैं और भावनाओं से भव्य हैं। श्री मोदी ने टिप्पणी की कि आज अयोध्या नगरी भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के स्वर्णिम अध्याय का प्रतिबिंब है।

उन्होंने कहा कि जब वे पहले यहां राज्यभिषेक के लिए आए थे, तो उनके अंदर भावनाओं की लहरें दौड़ रही थीं। श्री मोदी ने इस बात पर प्रशंसावश आश्चर्य व्यक्त किया कि जब भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद लौटे होंगे, तो अयोध्या को किस प्रकार सजाया गया होगा। उन्होंने टिप्पणी की कि आज इस अमृत काल में भगवान राम के आशीर्वाद से हम अयोध्या की दिव्यता और अमरता के साक्षी बन रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दीपावली के ये दीपक भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज हैं। ज्योतियों की ये जगमग और प्रकाश का ये प्रभाव भारत के मूल मंत्र ‘सत्यमेव जयते’ की उद्घोषणा है।

भगवान श्री राम के प्रतीक स्वरूप का राज्याभिषेक

Ram's life teaches us to take everyone along: PM Modi in Ayodhya on Diwali  eve | India News,The Indian Express

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 अक्टूबर को अयोध्या में भगवान श्रीराम के प्रतीक स्वरूप का राज्याभिषेक किया। श्री मोदी ने सरयू नदी के न्यू घाट पर आरती में भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने संतों से भी मुलाकात की और उनसे बातचीत की।

सभा को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि श्रीरामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक, यह सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। उन्होंने कहा कि जब श्रीराम का अभिषेक होता है, तो हमारे भीतर भगवान राम के आदर्श एवं मूल्य और दृढ़ हो जाते हैं। राम के अभिषेक के साथ ही उनका दिखाया पथ और प्रदीप्त हो उठता है। अयोध्या जी के कण-कण में हम उनके दर्शन को देखते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि अयोध्या की राम लीलाओं, सरयू आरती, दीपोत्सव और रामायण पर शोध व अध्ययन के माध्यम से यह दर्शन पूरे विश्व में फैल रहा है।

उन्होंने कहा कि भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा, वह ‘सबका साथ, सबका विकास’ की प्रेरणा है और ‘सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का आधार है।