आज योग घर-घर का हिस्साः नरेंद्र मोदी

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योग में ‘शून्य लागत पर स्वास्थ्य बीमा’ की ताकत

सरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून को देश-विदेश में लाखों लोगों ने योग-आसन और प्राणायाम कर निरोग रहने का संदेश दिया। पेरु से लेकर चीन तक और लखनऊ के रमाबाई मैदान से दिल्ली के कनॉट प्लेस तक भारत में और विश्व के देशों में ‘ओऽम’ का नाद गूंजा, जहां लोगों ने अध्यात्म तथा शारीरिक व्यायाम को जोड़ने वाली इस विधा का अभ्यास किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लखनऊ में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। दिल्ली, अहमदाबाद, भोपाल, गुवाहाटी, देहरादून, चंडीगढ़ में भी योग शिविर आयोजित किए गए। राज्यों के मुख्यमंत्री ने भी योग किया। दफ्तरों, पार्कों और सड़कों तक पर लोग योग करने जमा हुए, जिनमें आम लोगों से लेकर राजनेता, नौकरशाह, न्यायाधीश भी शामिल थे।

योग दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग की एक विशेषता मन को स्थिर रखने की है। किसी भी प्रकार के उतार-चढ़ाव के बीच भी स्वस्थ मन के साथ जीने की कला योग से सीखने को मिलती है। योग स्वयं भी व्यष्टि से समष्टि तक की यात्रा है। एक समय में यह ऋषियों की साधना का ही मार्ग हुआ करता था, परन्तु आज योग घर-घर का हिस्सा बन रहा है। दुनिया के अनेक देश जो हमारी भाषा, संस्कृति नहीं जानते हैं, फिर भी योग के माध्यम से वे हमसे जुड़ रहे हैं। यूनाइटेड नेशंस ने कम से कम समय में सर्वाधिक वोटों से योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्वीकृति दी, जिसके चलते हर देश में योग के प्रति आकर्षण बढ़ा है।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले तीन सालों में योग के प्रति पूरे विश्व में आकर्षण बढ़ा है, नए-नए योग इंस्टीट्यूट खुल रहे हैं, योग ट्रेनर्स की मांग बढ़ी है। लोग योग को प्रोफेशन के रूप में अपना रहे हैं। योग ने विश्व में एक नया जॉब मार्केट क्रिएट कर दिया है। उन्होंने कहा कि योग शरीर, मन व बुद्धि को जोड़ता है। पहले लोग योग को अपनी तरह से करते थे, फिर इसका स्टैण्डर्डाइजेशन शुरू हुआ। पिछले वर्ष यूनेस्को ने योग को मानव संस्कृति की एक अमर विरासत के रूप में मान्यता दी है। विश्व के संगठन, स्कूलों कॉलेजों में बच्चों को योग की ट्रेनिंग मिले और यह धीरे-धीरे उनके जीवन का हिस्सा बने, इसकी आवश्यकता बढ़ी है।

श्री मोदी ने कहा कि भारत के कई राज्यों ने योग को शिक्षा का अंग बनाया है, ताकि हमारी भावी पीढ़ियां इससे परिचित हो और इसकी अभ्यासी बनें। उन्होंने कहा कि हेल्थ के लिए कई प्रकार के प्रकल्प होते हैं, लेकिन फिटनेस और हेल्दी होने से भी ज्यादा वेलनेस का महत्व होता है। वेलनेस को सहजता से प्राप्त करने के लिए योग एक बहुत बड़ा माध्यम है। आज योग के सामने दुनिया में कहीं पर भी सवालिया निशान नहीं है। इसमें समयानुकूल परिवर्तन होते रहे हैं। विश्व के विभिन्न समाज इसमें कुछ न कुछ जोड़ते रहे हैं। स्थल, काल, परिस्थिति तथा आयु के अनुकूल योग में उत्तरोत्तर विकास और विस्तार होता रहा है। उन्होंने उपस्थित लोगों से योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह करते हुए इसका सफल अभ्यासी बनने की सलाह दी।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम पहली बार योग करते है तो शरीर के अनेक अंग जो सुसुप्तावस्था में रहते हैं, वे सक्रिय हो जाते है। योग से उनमें जागरूकता आने लगती है, वे चैतन्य हो जाते है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भोजन में नमक की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार से यदि जीवन में नमक न हो तो जीवन नहीं चलता। योग का हमारे जीवन में यही स्थान है। जीरो कॉस्ट से हेल्थ एश्योरेंस की ताकत योग में है। उन्होंने कहा कि यदि योग के माध्यम से देश के साथ-साथ पूरे विश्व के लोग स्वस्थ शरीर तथा स्वस्थ बुद्धि प्राप्त कर ले, तो मानव जाति के समक्ष उपस्थित चुनौतियों से उसकी रक्षा हो सकती है। योग कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग भारत की प्राचीन विधा है और हमारी ऋषि परम्परा का प्रसाद है। वेदों सहित सभी प्राचीन ग्रन्थों ने योग के महत्व को स्वीकारा है। योग जीवन जीने की एक कला है, एक विज्ञान है।

गौरतलब है कि वर्षा होने के बावजूद प्रधानमंत्री ने उपस्थित जन समुदाय के बीच स्वयं पहुंचकर योग दिवस पर सभी योगाभ्यासियों के साथ योग किया। उन्होंने कई लोगों से हाथ भी मिलाया। उपस्थित जन समुदाय ने करतल ध्वनि से प्रधानमंत्री जी का सम्पूर्ण कार्यक्रम में अभिवादन भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्रियों श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डॉ0 दिनेश शर्मा ने भी योगाभ्यास किया। कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपाद येस्सो नाईक सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा अनेक गणमान्य व्यक्ति तथा योग साधक मौजूद थे।

देश भर में योग शिविर

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश भर में योग के शिविर लगाए गए, जिसमें आम लोगों के साथ नेताओं और मशहूर हस्तियों ने भी हिस्सा लिया। अहमदाबाद में आयोजित योग कार्यक्रम ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस योग शिविर में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह, बाबा रामदेव, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रुपानी भी मौजूदगी में एक साथ 1.50 लाख लोगों ने योग किया। इस अवसर पर श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने योग के महत्व को पूरी दुनिया में पहुंचाया है। आज न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में योग का महत्व बढ़ रहा है।

इस योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हजारों लोगों ने योग आसन किया। कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क और आस-पास की सड़कों पर दस हजार से अधिक लोग एकत्रित हुए। यह शहर का सबसे बड़ा योग कार्यक्रम रहा। इसमें स्कूली विद्यार्थी, शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, राजनीतिक नेता, पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के अधिकारी और स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने योग मुद्रा का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने योग को अंतर्राष्ट्रीय कला बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में की गई पहल के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि हमारी प्राचीन परंपरा को अंतर्राष्ट्रीय स्वीकृति मिली। योग न तो राजनीतिक है और न ही धार्मिक, बल्कि सदियों से व्यवहार में लाए जाने वाला पारंपरिक भारतीय कला अभ्यास है। इससे शांति मिलती है, स्वास्थ्य अच्छा रहता है और एकात्मकता आती है। योग एक विज्ञान है इसका उद्देश्य शरीर, मन और आत्मा का सामंजस्य पूर्ण विकास है।

श्री नायडू ने निर्माण भवन में योग कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए इस अभियान में सभी से शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि योग समाज के लिए महत्वपूर्ण है। पूरी दुनिया में योग दिवस मनाने और योग आसन करने से लोगों को योग के लाभ के बारे में जानकारी मिल रही है। उन्होंने कहा कि योग सार्वभौमिक परंपरागत अभ्यास है, जिसे हमारे पूर्वजों ने अपनाया। यह लोगों में एकता लाता है।

कनॉट प्लेस में समारोह का आयोजन आयुष मंत्रालय तथा नई दिल्ली पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने किया। विद्यार्थियों के प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम सवेरे 6:15 बजे शुरू हुआ। 45 मिनट तक यानी 7:45 बजे पर विभिन्न योग आसन किए गए। हजारों लोगों के साथ श्री एम. वेंकैया नायडू, दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल, गोवा की राज्यपाल श्री मृदुला सिन्हा, दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल, बिहार के भूतपूर्व राज्यपाल श्री रामनाथ कोविंद तथा युवा मामले व खेल राज्य मंत्री श्री विजय गोयल तथा संसद सदस्य श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने योग आसन किए।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने स्कूली बच्चों के साथ योग किया। कोयंबटूर में ईशा योग सेंटर पर योग दिवस समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री महेश शर्मा, तमिलनाडु के राज्यपाल श्री विद्यासागर राव शामिल हुए। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में योग के लिए भव्य आयोजन किया गया। यहां रायपुर में मुख्यमंत्री श्री रमन सिंह ने योग किया। उनके साथ कई मंत्री भी मौजूद थे। असम में मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनवाल ने योग किया। उनके साथ मंत्री श्री हेमंत बिस्वा और आचार्य बाल कृष्ण मौजूद थे।

गौरतलब है कि केन्द्रीय मंत्री भी देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में शामिल हुए। गृह मंत्रालय ने पूरे देश में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीएपीएफ तथा आईटीपीबी के इकाइयों की ओर से भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। आईटीपीबी कार्मियो ने लद्दाख में 19,000 फीट की ऊंचाई पर और सिंधु नदी के किनारे 11,600 फीट पर योगाभ्यास किया। लखनउ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में सीएपीएफ के लगभग दो हजार कर्मी योगाभ्यास में शामिल हुए।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिल्ली में 18 से 20 जून, 2017 तक आयोजित योग ओलंपियाड के विजेताओं की घोषणा की। योग ओलंपियाड का उद्देश्य योग के प्रति जागरुकता को प्रोत्साहित करना और राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों, शिक्षकों तथा योग अभ्यास करने वालो का नेटवर्क बनाना है। पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए गए। इसमें अपर प्राइमरी- लड़कियां तथा लड़के, माध्यमिक-लड़कियां तथा लड़के। प्रत्येक के लिए एक पुरस्कार शामिल है।
रक्षा मंत्रालय ने पूरे देश में योग कार्यक्रम का आयोजन किया। भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना की ओर से पहलगाम, श्रीनगर, करगिल, श्रीगंगानगर, नागपुर, लेह, बीदर, चेन्नई, बेंगलुरु, मंगलौर, डिब्रूगढ़, देहरादून, कोलकाता तथा अहमदनगर में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर तथा बंगाल की खाड़ी में आईएनएस विक्रमादित्य, शिवालिक, कोमारता, ज्योति, आईएनएस जलश्व तथा आईएनएस क्रिच पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया। भारतीय तटरक्षक बल ने आईसीजीएस सारथी और आईसीजीएस सम्राट पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया। नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों ने दिल्ली कैंट में डीजी एनसीसी शिविर में योग दिवस समारोह में हिस्सा लिया।

दुनिया भर में योग दिवस की धूम

दुनिया भर में योग दिवस की धूम दिखी। पेरू में वर्ल्ड हेरिटेज साइट माचू पिच्चू पर भी योग किया गया। यहां माउंटेन पर चढ़ सैकड़ों लोगों ने योग किया। भारतीय समुदाय समेत बड़ी संख्या में लोगों ने तीसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए अमेरिका में भारतीय वाणिज्य दूत द्वारा आयोजित विशेष योग सत्रों में भाग लिया। वाणिज्यदूत रीवा गांगुली दास ने वाणिज्यदूत परिसरों में योग दिवस समारोहों के आयोजन का नेतृत्व किया और योग एवं आर्ट ऑफ लिविंग सत्रों में भाग लिया। दो घंटे चले योग एवं ध्यान शिविरों में भाग लेने आए लोगों को योग एवं ध्यान कराए जाने से पहले योग दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का संदेश सुनाया गया।

यही नहीं, विदेश मंत्रालय ने अपने विदेशी दूतावासों के माध्यम से अब्राहम लिंकन स्मारक, सिलवेन थियेटर वाशिंगटन डीसी, ला विलले पेरिस, फ्रांस जैसे महत्वपूर्ण स्थानों, अबू धाबी में शेख जायद मस्जिद की पृष्ठभूमि में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया। विश्व के अनेक देशों में योग गुरु सेमिनार और चर्चाओं में शामिल हुए।