हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों का असामयिक निधन

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भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों का तमिलनाडु के कुन्नूर में आठ दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में असामयिक निधन हो गया। जनरल रावत ने भारतीय सेना के उच्च रक्षा संगठन में दूरगामी सुधारों की शुरुआत की। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने भारत के संयुक्त थिएटर कमांड की नींव रखने और सैन्य उपकरणों के बढ़ते स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इससे पहले जनरल रावत 17 दिसंबर, 2016 से 31 दिसंबर, 2019 तक सेना प्रमुख की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उन्हें 31 दिसंबर, 2019 को भारत का पहला प्रमुख रक्षा अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनरल रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। श्री मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से मैं अत्यंत दु:खी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया। उन्होंने अत्यंत कर्मठता से भारत की सेवा की। मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे। एक सच्चे देशभक्त के रूप में उन्होंने सशस्त्र बलों और समस्त सुरक्षा व्यवस्था के आधुनिकीकरण में बहुमूल्य योगदान दिया। सामरिक मामलों में उनकी दूरदृष्टि असाधारण थी। उनके निधन से मुझे गहरा सदमा पहुंचा है।

श्री मोदी ने कहा कि भारत के प्रथम ‘सीडीएस’ के रूप में जनरल बिपिन रावत ने रक्षा सुधारों सहित सशस्त्र बलों से संबंधित विभिन्न आयामों पर उत्कृष्ट काम किया। उन्हें सेना में अपनी सेवाएं देने का व्यापक अनुभव था। भारत कभी भी उनकी असाधारण सेवा को नहीं भूलेगा।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए दु:खद हेलीकॉप्टर हादसे में जनरल श्री विपिन रावत, उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत सहित सेना के कई वरिष्ठ अधिकारियों एवं चालक दल के सदस्यों के असामयिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया।

श्री नड्डा ने अपने शोक संदेश में कहा कि मैं इस दु:खद, हृदयविदारक और झकझोर कर रख देने वाले हादसे के समाचार से अत्यंत शोकाकुल, स्तब्ध और व्यथित हूं। यह समग्र राष्ट्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है जिसकी भरपाई असंभव है। पूरा राष्ट्र अपने नायकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।
दिवंगत सैन्यकर्मियों के सम्मान में संसद के दोनों सदनों में नौ दिसंबर को कुछ पलों का मौन रखा गया। रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने नौ दिसंबर को संसद में दिवंगत सैन्यकर्मियों को अपनी और पूरे देश की तरफ से श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।

रक्षा मंत्री ने पहले लोकसभा और बाद में राज्यसभा में दिये गए अपने बयान में कहा कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत आठ दिसंबर को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों से संवाद करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर थे।

श्री सिंह के अनुसार, इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गयी जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं।

श्री सिंह ने बताया कि अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे।

उन्होंने बताया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्र के लिए एक बहुत ही दु:खद दिन है हमने अपने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत जी को एक बहुत ही दु:खद दुर्घटना में खो दिया है। जनरल बिपिन रावत सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे, जिन्होंने पूरी निष्ठा के साथ मातृभूमि की सेवा की है। उनके अनुकरणीय योगदान और प्रतिबद्धता को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। मैं बहुत ही दु:खी हूं।