संसद में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र का अनावरण

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राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 12 फरवरी को संसद के केन्द्रीय कक्ष में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र का अनावरण किया। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और कहा कि अब अटल जी संसद के केन्द्रीय कक्ष में सदैव रहेंगे। वे हमें निरंतर प्रेरणा और आशीर्वाद देते रहेंगे। उनकी बहुमुखी प्रतिभा, मानवता के लिए मूल्यों और लोगों के लिए अपार स्नेह को स्मरण करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यदि हम अटल जी की अच्छाइयों के बारे में बात करेंगे तो इसमें घंटों लग जाएंगे।

श्री मोदी ने कहा कि अटल जी ने अपने राजनीतिक जीवन का अधिकांश समय विपक्ष में बिताया, फिर भी उन्होंने सदैव जनहित से जुड़े मुद्दे उठाए और अपने सिद्धांतों से कभी विचलित नहीं हुए। अटल जी के संवाद कौशल को बेमिसाल बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनमें उच्च स्तर की हास्य-ज्ञान अभिव्यक्ति भी थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल जी के भाषणों की ही भांति उनका मौन भी उतना ही प्रभावशाली था। श्री मोदी ने कहा ‘कब बोलना है और कब मौन रहना है, यह उनकी असाधारण विशेषता थी।’ प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी जी की विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि हम उनसे यह एक महत्वपूर्ण संदेश ले सकते हैं कि लोकतंत्र में कोई दुश्मन नहीं होता, बल्कि केवल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी होते हैं।