हम गरीबी-मुक्त एवं वैभव-युक्त भारत के निर्माण के लिए कृत संकल्पित हैं : नरेन्द्र मोदी

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भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के अंतिम दिन 9 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सारगर्भित एवं ओजस्वी समापन उद्बोधन दिया। श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने परिश्रम की पराकाष्ठा की है, हम सभी को विजय का विश्वास ले उनके साथ कदम से कदम मिलाकर 125 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए कटिबद्ध हो जाना चाहिए।
हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए समापन उद्बोधन के मुख्य अंश यहां प्रकाशित कर रहे हैं:

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के आखिरी दिन समापन सत्र को संबोधित किया और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष रूप चर्चा की एवं पार्टी पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया।

पार्टी कार्यकर्ताओं के परिश्रम की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जिस दल के पास परिश्रम की पराकाष्ठा पार करने वाले कार्यकर्ताओं का समर्पण भाव हो, उस दल को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।

श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि श्री अटल जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी एक संगठन, एक विचार, एक कार्यकर्ता और अपने कार्यपद्धति से हर स्तर पर एक तेजस्वी तारे के रूप में चमक रही है। श्रद्धेय श्री अटल जी को भी यह विश्वास निश्चित रूप से होगा कि जिस सपने को लेकर भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी, उस सपने को पूरा कर देश को विश्व गुरु के रूप में पुनः प्रतिष्ठित करने का सामर्थ्य पार्टी के कार्यकर्ताओं में है, हमें उन आशाओं व आकांक्षाओं को पूरा करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी की कई पीढ़ियों ने ‘भारत माता की जय’ के लिए और देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया, हमें भी इसी तरह देश के लिए निरंतर काम करते रहना है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘अजेय भारत, अटल भाजपा’ का नारा देते हुए कहा कि हम इसी विश्वास के साथ एकजुट हो आगे बढ़ते रहना है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दिन अधिक उज्ज्वल रहने वाले हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सार्वजनिक जीवन में बदलाव के लिए जीने वाले लोग हैं, हम देश के परिवर्तन के लिए, देश के पुनर्निर्माण के लिए जीने वाले लोग हैं, हम अपने संस्कारों के बल पर संकल्प की पूर्ति के लिए जीने वाले लोग हैं, इसलिए हमारे पास नीति भी है और रणनीति भी। उन्होंने कहा कि हम अपने आप को जनता के प्रतिनिधि के रूप में देखते हैं और जब तक यह मनोभाव बना रहेगा, तब तक किसी में भी हमारे आचार और विचार को चुनौती देने का सामर्थ्य नहीं है।

विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए श्री मोदी ने कहा कि जो लोग शासन में भी विफल रहे हैं, वे विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करने में भी विफल रहे हैं। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि आप चाहे मिलकर आयें या अकेले आयें, लेकिन कम से कम ये तो बताएं कि आप किस आधार पर चुनाव में हमारे सामने आना चाहते हैं – वैचारिक धरापटल के आधार पर या सरकार के कामकाज के आधार पर? उन्होंने कहा कि हम हर विषय पर विपक्ष सामना करने के लिए तैयार हैं – एक तरफ 48 माह का भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की राजग सरकार के कार्यों की उपलब्धियां हैं तो दूसरी तरफ देश पर 48 साल का एक परिवार का शासन। उन्होंने कहा कि विपक्ष न तो विचार के आधार पर चुनाव लड़ना चाहता है, न कामकाज के आधार पर और आचार पर तो उनमें चुनाव लड़ने का साहस ही नहीं है। इसलिए विपक्ष अब झूठ की राजनीति पर उतर आया है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष का अब एक ही काम रह गया है – हर दिन एक नया झूठ बोलो और उसी झूठ को बार-बार बोलो। हमें विपक्ष के हर झूठ का सटीक जवाब देना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने पाप को भी हमारे सिर मढ़ने की साजिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें विपक्ष के दुष्प्रचार से अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी उपलब्धियों और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के एजेंडे पर अडिग रहना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 1975 में ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दिया था, लेकिन उन्होंने इस दिशा में 2014 तक क्या किया और केंद्र की भाजपा-नीत राजग सरकार ने इन साढ़े चार सालों में इस दिशा में कितना काम किया है – इस पर तुलनात्मक अध्ययन के द्वारा कांग्रेस को बेनकाब किया जाना चाहिए। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि एक तरफ तो हमें विपक्ष के झूठे दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ना है तो दूसरी ओर सरकार की उपलब्धियों को गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचाना है।

विपक्ष द्वारा महागठबंधन की कवायद पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में हमने विकास को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया है जिसके कारण 2014 के बाद से देश में हुये हर चुनाव में देश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश दिया है। देश की जनता अडिग भाव से भाजपा और राजग के साथ है। यही कारण है कि जो पार्टियां एक-दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करती थी, आज साथ आने को मजबूर हो गये हैं।

श्री मोदी ने कहा कि चाहे कांग्रेस पार्टी हो या उनका तथाकथित महागठबंधन – इनके नेतृत्व का कोई ठिकाना नहीं है, इनकी नीति अस्पष्ट है और नीयत भ्रष्ट है। उन्होंने कहा कि हमें विपक्ष के दुष्प्रचार को जनता में एक्सपोज करना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने ‘वन नेशन, वन ग्रिड’ और ‘वन नेशन, वन टैक्स’ का सपना साकार किया है और ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर भी डिबेट होना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने ‘मुक्ति दान’ का निर्णय लिया है – जो बीमार कैदी हैं, जो शारीरिक रूप से असमर्थ हैं, बहुत बुजुर्ग हो गए हैं, उन्हें मानवीय आधार पर कारागार से मुक्त करने का निर्णय लिया है।

केंद्र सरकार की ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति की सराहना करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह केवल एक नारा नहीं है बल्कि सरकार की नीतियों का आधारस्तंभ है। उन्होंने कहा कि यह एक मंत्र है जिसके आधार पर हम ‘अंत्योदय’ के सिद्धांत पर चलते हुए देश के गांव, गरीब, किसान के कल्याण के प्रति अहर्निश समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देश इस सिद्धांत से प्रभावित हैं और वे अपने उद्बोधनों में इसका उल्लेख करना नहीं भूलते। उन्होंने कहा कि यह हमारी ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति का ही परिणाम है कि हमारी सरकार के चार सालों में लगभग पांच करोड़ परिवार अत्यंत गरीबी की रेखा से ऊपर आये हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती 14 अप्रैल से लेकर 01 मई तक देश के लगभग 65 हजार से अधिक गांवों में हमने सात लोक-कल्याणकारी योजनाओं को हर घर में पहुंचाने का एक सफल प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारी हर योजना के केंद्र बिंदु में गरीब-कल्याण का भाव निहित है। उन्होंने कहा कि सरकार के बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन से देश के नागरिकों में एक विश्वास के वातावरण का निर्माण हुआ है जहां उन्हें विश्वास है कि उनका हक़ उनको मिल कर रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की राजग सरकार ने उत्तर-पूर्व को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ा है।

‘आयुष्मान भारत’ योजना पर चर्चा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि हम जन-जन के कल्याण एवं उनके स्वास्थ्य की चिंता के प्रति गंभीर हैं और इसलिए एक के बाद एक योजना हम लेकर आये हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से देश के10 करोड़ परिवारों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों के प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य का खर्च सरकार उठायेगी। उन्होंने कहा कि हमने स्वच्छता का अभियान शुरू किया, फिर योग को मानव जीवन का अंग बनाया, सस्ती दवाइयों की योजना शुरू की, स्वास्थ्य उपकरणों के मूल्य में कमी लाने का कार्य किया, मेडिकल की सीटें बढ़ाई, तीन लोक सभा क्षेत्रों पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना का काम शुरू किया और अब ‘आयुष्मान भारत’ के माध्यम से पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष तक का स्वास्थ्य बीमा देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मिशन मोड में टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है और लगभग 18 करोड़ से अधिक छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमने 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने 2022 तक देश के हर गरीब को छत देने का अभियान हाथ में लिया है। उन्होंने कहा कि हम सादगी के धरातल पर दिव्यता के साथ गरीबी-मुक्त एवं वैभव-युक्त भारत के निर्माण के लिए कृत संकल्पित हैं।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने परिश्रम की पराकाष्ठा की है, हम सभी को विजय का विश्वास ले उनके साथ कदम से कदम मिलाकर 125 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए कटिबद्ध हो जाना चाहिए।