हम जन-जन तक पहुंचा रहे हैं केंद्र सरकार की उपलब्धियां : नित्यानंद राय

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बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री नित्यानंद राय एक ऊर्जावान, कर्मठ और जुझारू नेता हैं। 2014 में लोक सभा में चुने जाने से पहले ये 2000 से हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र का लगातार प्रतिनिधित्व करते आ रहे थे। ‘कमल संदेश’ के एसोसिएट एडिटर विकास आनन्द ने पटना स्थित प्रदेश मुख्यालय में 2 अक्तूबर को श्री नित्यानंद राय से संगठन की गतिविधियों, आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी जैसे मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्यांश:

आज श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग गठबंधन मजबूत हुआ है। राजग में दलों की संख्या बढ़ी है। बिहार में राजग की स्थिति कैसी है?

निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए राष्ट्रव्यापी तौर पर मजबूत हुआ है। राजग पहले से काफी मजबूत हुआ है। बिहार में गठबंधन मन से है, दिल से है और परस्पर सहयोग के साथ चल रहा है। विकास युक्त एवं भ्रष्टाचार मुक्त नीति पर बिहार में एनडीए की सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ-सबका विकास” के सपने को जमीनी धरातल पर साकार करने में लगी है। वास्तव में यह भाजपा का स्वर्णिम काल है। हमारे तीन प्रमुख वैचारिक आदर्श एवं प्रेरणास्रोत दीनदयाल उपाध्याय जी, श्यामा प्रसाद मुख़र्जी जी और अटल बिहारी वाजपेयी जी हैं। पार्टी को इस ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह को जाता है जिनके कुशल नेतृत्व में भाजपा ने लगातार सफलताएं अर्जित की हैं। हमने 4-5 राज्यों से सफ़र शुरुआत की थी आज 19 राज्यों में सरकारें हैं तथा भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है। यही नहीं, हमारे गठबंधन सहयोगियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। यह भाजपा की जन-जन में बढ़ती स्वीकार्यता एवं लोकप्रियता से ही संभव हैं।

लोकसभा चुनाव की दृष्टि से संगठन की तैयारी कहां तक पूरी हो चुकी है?

बिहार भाजपा हमेशा तैयार ही रहती है। सेना के सिपाही की तरह हम एलर्ट मोड में रहते हैं। संगठन बूथ स्तर पर टीम गठित करने के साथ शक्ति केन्द्रों के गठन कर प्रभारी बनाने में सौ फीसदी सफल है, लेकिन इसे और मजबूत करने का काम चलता रहता है। संगठन का रिव्यू सिस्टम है जिससे असेसमेंट भी लगातार चलता रहता है। किसी भी स्तर पर कार्यकर्ता कार्य में कोताही नहीं करते और सौ फीसदी योगदान देकर पार्टी को मजबूत करने में दिन-रात लगे रहते हैं। चुनाव हमारे लिए चुनौती इसलिए नहीं है क्योंकि हम पूरे साल संगठन के काम में लगे होते हैं। यह बात जान लीजिये कि बिहार भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह के समक्ष यह संकल्प लिया है कि सभी 40 सीटें एनडीए की झोली में जाएगी और हम श्री नरेंद्र मोदी जी को एक बार फिर भारत का प्रधानमंत्री बनाकर ही दम लेंगे।

केंद्र की राजग सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने को लेकर संगठन क्या कर रहा है?

प्रदेश संगठन में ऊपर से नीचे तक के समस्त पदाधिकारी, नेतागण एवं कार्यकर्ता इन दिनों संवाद एवं प्रवास में लगे हैं। शक्ति केन्द्रों पर प्रवास कर बूथ को मजबूत करना और वहां मौजूद लोगों के बीच केन्द्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन को पुख्ता करना। इसी कड़ी में जरूरतमंद से मुलाकात-संवाद कर, नीतियों के बारे में जनता को जागरूक बनाकर जमीनी स्तर पर केंद्र की नीतियों को जन-जन के बीच पहुंचाया जा रहा है। माननीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा मूल संगठन एवं उसके मोर्चा-प्रकोष्ठों के द्वारा जिला-मंडल स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से भी श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की नीतियों का प्रचार-प्रसार संगठन के स्तर से किया जा रहा हैं।

बिहार भाजपा के प्रशिक्षण की तैयारी पूरी हो गयी है। अभी वर्तमान स्थिति क्या है?

बिहार भाजपा का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा हो चुका है, लेकिन हम लगातार प्रशिक्षण के बाद भी अपने संगठन के लोगों से विभिन्न स्तरों पर संवाद में लगे हैं, ताकि संगठन का काम प्रदेश से लेकर बूथ तक उत्कृष्टता के मानदंड पर स्थापित मानकों पर खरा उतर सके।

15 सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार की जनता से स्वच्छता को लेकर संवाद किया था। आज 2अक्टूबर को गांधी जयंती है। स्वच्छ भारत मिशन के बिहार में सफलता को लेकर क्या कहेंगे। बिहार भाजपा इस मिशन को कैसे सफल बना रही है?

बिहार में स्वच्छता को जन जागरूकता का मुद्दा बनाया गया है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता को हर घर और हर जन के दिलो-दिमाग में एक मुद्दा बना दिया जिसको लेकर समस्त भारतवासी जरूर सोचने लगे हैं। हमारे देश की बहन-बेटियों-माताओं के लिए हर घर शौचालय की बात को उन्होंने जितनी गंभीरता से उठाया पहले कभी नहीं हुआ। स्वच्छता और शौचालय का मुद्दा हमारे मान-सम्मान का मुद्दा बनता जा रहा है। बिहार में यह एक सफल कार्यक्रम है।

ओबीसी कमीशन को श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने संवैधानिक दर्ज़ा दिया। पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्ज़ा देने के कदम को किस रूप में देखते हैं?

पिछले 27 सालों से ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्ज़ा नहीं दिए जाने के लिए कांग्रेस-राजद एवं उनके सहयोगी दल जिम्मेदार थे जो एक प्रकार की साजिश से कम नहीं है। यह कितने आश्चर्य की बात है कि एक ऐसा आयोग जो संविधान के प्रावधानों की बुनियाद पर बना हो, उसको ही आज तक संवैधानिक दर्ज़ा नहीं प्राप्त नहीं था। लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पिछड़ों के हित में मनोभावना का ही परिणाम है कि उन्होंने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्ज़ा दिला दिया। पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह भी बहुत बधाई के पात्र हैं। देश की 54% पिछड़ा-अति पिछड़ा आबादी संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री जी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को साधुवाद दे रही है।

पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया। यह पिछड़ों के हित में किस प्रकार लाभकारी कदम है?

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा मिलने के बाद देश के पिछड़ों को इस प्रकार का निम्नलिखित लाभ मिलेगा:

मौजूदा पिछड़ा वर्ग आयोग एक साधारण कानूनी निकाय है, जिसका कार्य सरकार को जातियों/समुदायों की सूचियों में शामिल करने अथवा निकालने के संबंध में सलाह देना भर है लेकिन इसको संवैधानिक दर्जा देने के बाद इसे अनुसूचित जाति आयोग एवं अनुसूचित जनजाति आयोग के बराबर का दर्जा मिल जायेगा।

संवैधानिक दर्ज़ा मिलने के बाद यह आयोग पिछड़ा वर्ग के संरक्षण, कल्याण और विकास तथा उन्नति से संबंधित अन्य कार्यों का भी निर्वहन करेगा।

संवैधानिक दर्ज़ा मिलने के बाद यह आयोग संविधान के अंतर्गत आने वाले अनुच्छेद 16(4) एवं 15(4) के निहित अधिकारों का प्रयोग करते हुए सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों को सशक्त करते हुए उनको न्याय देगा।

ओबीसी के उत्थान को लेकर बनने वाली सरकार की योजनाओं में आयोग की भूमिका सलाहकार की नहीं होगी। योजनाओं में आयोग की भागीदारी भी होगी।

संवैधानिक दर्जा मिलने के बाद ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने के बाद इसके तहत पिछड़ी जातियों की समस्याओं का निपटारा किया जा सकेगा। आयोग ओबीसी सूची में शामिल जातियों की समस्याओं को सुन सकेगा और उनका समाधान कर सकेगा।